आज हम “Heal Your Body” किताब के बारे में बात करने जा रहे है, जिसे “Louise Hay” ने लिखा है | Heal Your Body किताब हमारे शरीर से जुड़ी बीमारियों से निपटने के लिए, एक fresh और आसान step – by – step guide है। इस किताब से हमें हमारे particular health challenge को देखने में मदद मिलती है, जिससे हम health problem के possible कारण और एक नया thought pattern बनाकर, इसे दूर करने के लिए ज़रूरी information हासिल कर पाएंगे। किताब के जरिए आप अपनी health से जुड़े सही फैसले लेने के काबिल बनेंगे और अपने शरीर को सभी तरह की बीमारियों से दूर रख सकेंगे ।
Author Louise Hay ने दुनिया भर में लाखों लोगों को ठीक करने और Inspire करने में मदद की है। उन्हें करीब-करीब 20 साल पहले, अपने cancer का पता चला था और उन्होंने खुद को ठीक करने के लिए, body healing methods का इस्तेमाल किया था। Author बताती हैं, कि ज़िन्दगी के तरफ हमारा perspective और जिस भाषा का हम इस्तेमाल करते हैं, वह हमारी बीमारियों का कारण बनता है। उनकी आसान और practical techniques का इस्तेमाल करते हुए, आप अपनी खुद की बीमारियों में, ऐसे pattern की खोज करके हैरान होंगे, जो आपके बारे में बहुत कुछ जाहिर करते हैं, जिनकी मदद से, आप अपने आप को ठीक कर पाएंगे।
Author का मुख्य सन्देश यह है कि अगर हम अपने दिमाग से काम करने के लिए तैयार हैं, तो लगभग कुछ भी ठीक किया जा सकता है। दुनिया भर के सैकड़ों हजारों लोगों ने इस किताब को पढ़ा है और इसे एक ज़रूरी reference के रूप में पाया है।
हमारी power हमारे present moment में है
हमारी power हमारे present moment में है, यहीं है और अभी हमारे दिमाग में। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हमारे पास कितने समय से negative pattern, एक बीमारी, एक खराब रिश्ता, पैसो की कमी या खुद से नफरत है। हम आज से ही बदलाव की शुरुआत कर सकते हैं। हमने जिन विचारों को अपनाया है और जिन शब्दों का हमने बार-बार इस्तेमाल किया है, उन्होंने हमारी ज़िन्दगी और experiences को, अब तक बनाया है।

फिर भी, वह सिर्फ हमारा past है। हम जो सोचना और कहना चुन रहे हैं, वह आज, इस समय, कल, अगले दिन, अगले हफ्ते, अगले महीने और अगले साल, उसी तरह की situations बनाएगा। हमारी power हमारे present moment में होती है। यहीं से हम बदलाव करना शुरू करते हैं, हम पुरानी खराब चीजों को जाने देना शुरू कर सकते हैं। अभी इसी वक्त से छोटी सी शुरुआत से फर्क पड़ेगा ।
Author बताती है जब हम छोटे बच्चे थे, तब हमारे पास पूरी खुशी और प्यार था। हम सभी अपनी importance जानते थे, आपके अंदर इतनी हिम्मत थी, की आपने जो चाहा वो मांग लिया और अपनी सारी feelings को खुल कर express किया। आप अपने आप से पूरी तरह से प्यार करते थे, आप जानते थे की आप काफ़ी है| और यही आपके होने का सच है, बाकी सब कुछ बकवास है जो आपने सीखा या आपको सिखाया गया है। हमने कितनी बार कहा है, “मैं ऐसा ही हूं,” या “यह ऐसा ही है।” जबकि हम असल में यह कह रहे हैं, कि यह वही है जो हम “हमारे लिए सच मानते हैं।”
आमतौर पर हम जो मानते हैं, वह सिर्फ किसी और की राय है, जिसे हमने accept किया है। यह उन बाकी चीजों के साथ fit बैठता है, जिन पर हम भरोसा करते हैं। अगर हमें एक बच्चे के रूप में सिखाया गया था, कि दुनिया एक डरावनी जगह है, तो हम जो कुछ भी सुनते हैं, वह उस भरोसे के साथ fit बैठता है, जिसे हम अपने लिए सच मानेंगे- उदाहरण के लिए: “अजनबियों पर भरोसा मत करो,” “रात में बाहर मत जाओ,” “लोग आपको धोखा देते हैं,”और इसी तरह। दूसरी ओर, अगर हमें ज़िन्दगी में जल्दी सिखाया गया, कि दुनिया एक safe और आनंदमय जगह है, तो हम इसी तरह कि बातों पर भरोसा करेंगे, जैसे: “प्यार हर जगह है,” “लोग मिलनसार हैं,” और “पैसा आसानी से आता है।” हमारी ज़िन्दगी के experience हमारी मान्यताओं को दिखाते हैं ।
अगर हम एक सुखी ज़िन्दगी चाहते हैं, तो हमें खुशी के विचारों के बारे में सोचना चाहिए। हम जो कुछ भी universe में, दिमागी या बोल कर भेजते हैं, वह हमारे पास उसी रूप में वापस आ जाता है। आप जो कह रहे है या जो कुछ भी कहने वाले है, उन्हें सुनने के लिए थोड़ा समय निकालें, सोचे फिर बोले। अगर आप खुद को कुछ तीन बार कहते हुए सुनते हैं, तो उसे लिख लें।
यह आपके लिए एक pattern बन गया है। हफ्ते के आखिर में, आपने जो list बनाई है उसे देखें और आप देखेंगे, कि आपके शब्द आपके experience के according कैसे हैं। अपने शब्दों और विचारों को बदलने के लिए तैयार रहें और अपनी ज़िन्दगी को बदलते हुए देखें। अपनी ज़िन्दगी को काबू करने का तरीका, शब्दों और विचारों की अपनी पसंद को काबू करना है। आपके दिमाग में आपके अलावा कोई और नहीं सोचता है, इसलिए अपने दिमाग मे positive विचार ही रखे। अगर आप positive रहेंगे, तो बदले मे आपको result भी positive ही मिलेगा, जो आपके लिए सही मायने में अच्छा रहेगा।
दिमागी विचार जो हमारे experience बनाते है
हमारी ज़िन्दगी में अच्छाई और परेशानी, दोनों ही दिमागी thought pattern के जरिए आती हैं, जिससे हमारे experiences बनते हैं। हम सभी के पास कई pattern होते हैं, जो अच्छे pattern होते है और जिनका हम आनंद लेते हैं, वह positive experience पैदा करते हैं। जिनसे हम चिंतित रहते हैं, वह negative pattern है जो आरामदायक, बिना फायदे के experience पैदा करते हैं। हमे ज़िन्दगी में अपनी बीमारी को, complete health में बदलने की इच्छा रखनी चाहिए। हमने सीखा है, कि हमारी ज़िन्दगी में हर effect के लिए, एक pattern होता है, जो उससे पहले होता है और उसे बनाए रखता है। हमारे लगातार thinking pattern, हमारे experience बनाते हैं। इसलिए अपने सोचने के तरीके को बदलकर हम अपने experiences को बदल सकते हैं।
Author बताती है, जब उन्होंने पहली बार Spiritual शब्द को जाना तो वह बहुत खुश हुई थी। यह उन शब्दों और विचारों की शक्ति के बारे में बताता है, जो experience पैदा करते हैं। इस नई जागरूकता ने, author को विचारों और शरीर के अलग-अलग हिस्सों और शारीरिक समस्याओं के बीच संबंध की समझ दिलाई। उन्होंने सीखा, कि कैसे उन्होंने अनजाने में अपने आप में बेचैनी पैदा कर दी थी, और इससे उनकी ज़िन्दगी में बहुत फर्क पड़ा था। अब वो अपनी ज़िन्दगी और अपने शरीर में जो गलत था, उसके लिए ज़िन्दगी और बाकी लोगों को दोष देना बंद कर सकती थी।
वो अब अपनी health की पूरी जिम्मेदारी खुद ले सकती थी। खुद को फटकार लगाए बिना या दोषी महसूस किए बिना, उन्होंने यह देखना शुरू कर दिया, कि भविष्य में बीमारी के pattern बनाने से कैसे बचा जा सकता है। उदाहरण के लिए, author को समझ नहीं आ रहा था, कि उन्हें बार-बार गर्दन में अकड़न की समस्या क्यों होती है। तब author को पता चला, कि गर्दन issue पर flexible होने का Representation करती है, वह एक सवाल के अलग-अलग sides को देखने के लिए तैयार थी। Author एक बहुत ही inflexible इंसान थी, अक्सर डर के कारण, किसी सवाल के दूसरे side को सुनने से इंकार कर देती थी। लेकिन, जैसे-जैसे वो अपनी सोच में और flexible होती गई और एक प्यार से भरी समझ के साथ, वह दूसरे इंसान के perspective को देखने के काबिल हुई, तब उनकी गर्दन ने उन्हें परेशान करना बंद कर दिया। अगर उनकी गर्दन थोड़ी सख्त हो जाती थी, तो वह देखती थी, कि उनकी सोच कहां hard है और उसे flexible बनाकर, वह अपनी problem दूर कर लेती थी।
हमें अपने pattern पर ध्यान रखना चाहिए, जो आपके लिए सही हो वैसा सोचना चाहिए। अपनी समझ में थोड़ी flexibility रखिये और दूसरों को समझने की भी कोशिश करे। ऐसा करने से, आप अपनी खुद की problems को आसानी से दूर कर सकेंगे।
पुराने pattern को बदलना

किसी भी समस्या को पूर्ण रूप से ख़त्म करने के लिए, हमें पहले दिमागी कारण को ख़त्म करने के लिए काम करना चाहिए।। लेकिन अक्सर, क्योंकि हम नहीं जानते कि इसका कारण क्या है, इसलिए हमें यह जानना मुश्किल हो जाता है, कि शुरू कहां से करना चाहिए। हमारी ज़िन्दगी में हर condition के लिए इसकी ज़रूरत होती है। लक्षण सिर्फ बाहरी effect है, नहीं तो यह हमारे पास नहीं होते, दिमागी कारण को dissolve करने के लिए, हमें खुद के अंदर जाना चाहिए। यही वजह है, की इसमें इच्छाशक्ति और Discipline काम नहीं करते है।
वे सिर्फ बाहरी effect से जूझ रहे हैं। यह जड़ को उखाड़ने के बजाय, खरपतवार को काटने जैसा है। तो इससे पहले, कि आप new thought pattern की affirmations शुरू करें, अपने cigarette, सिरदर्द, वजन, या जो कुछ भी आप छोड़ने की इच्छा करते है, उस पर काम करें। जब ज़रूरत ख़त्म हो जाती है, तो बाहरी effect भी ख़त्म हो जाना चाहिए। अगर जड़ को काट दिया जाए, तो कोई भी पौधा ज़िंदा नहीं रह सकता। इसी तरह जब आपको नुकसान पहुंचाने वाले विचारों को जड़ से ख़त्म कर दिया जाए, तो समस्या दुबारा पैदा नहीं होती है।
दिमागी thought pattern ही है, जो शरीर में सबसे ज्यादा परेशानी का कारण बनते हैं, इनमें Criticism, गुस्सा, कोसना और guilt की भावना शामिल है। उदाहरण के लिए, लंबे समय तक की गई Criticism, अक्सर गठिया जैसी बीमारियों को जन्म देती है। गुस्सा उन चीजों में बदल जाता है, जो शरीर को उबालती, जलाती और infect करती हैं। कोसना लंबे समय तक रहता है और खुद को ही खा जाता है और आखिर में tumor और cancer का कारण बन सकता है। Guilt की भावना हमेशा सजा चाहती है और दर्द की ओर ले जाती है। ये सभी negative सोच pattern है और आपके शरीर को सिर्फ नुकसान ही पहुंचाते है, लेकिन जब हम healthy होते हैं तो इन negative सोच pattern को, हमारे दिमाग से बाहर करना बहुत आसान होता है।
दिमागी समकक्षों की list author के कई सालों के study, clients के साथ उनके अपने काम, और उनके Lecture और workshops से इकट्ठा की गई है। यह आपके शरीर में बीमारी के पीछे संभव दिमागी pattern के लिए, एक जल्द काम करने वाली reference guide के रूप में मदद करती है। इसके जरिए आप अपने शरीर को ठीक करने के लिए author के आसान तरीकों को अपना सकते है, जिन्हें अगले अध्याय में बताया गया है।
ठीक करने वाले affirmation

अगर आप अपनी समस्याओं को ख़त्म करना चाहते है, तो आपको इलाज़ के affirmations को अपनाना होगा, इसके लिए अपनी समस्याएं के पीछे के संभव कारण को जानकर उनको दूर करने के लिए नया pattern बनाए। किताब में कुछ ज़रूरी समस्याओं का जिक्र किया गया है, जो हम में आमतौर पर होती है, इन समस्याओं के कारण को जाने और नया pattern हासिल करे। जैसा यहां बताया गया है :- इसमें सबसे पहले हम समस्या बताएंगे, फिर उसका कारण, और फिर कैसे उसे pattern से बदलना है।
एक उदाहरण के रूप में, अगर आपने मुझसे कहा कि आपको कब्ज की समस्या है, तो मुझे पता चलेगा, कि आपको limits और constraints में किसी तरह का भरोसा था और इसलिए, आप डर कि किसी भी चीज़ को छोड़ देने से डरते है। इसका मतलब यह भी हो सकता है, कि आप past की एक पुरानी, दर्दनाक याद को पकड़े हुए है और जाने नहीं दे रहा है। आपको उन रिश्तों को छोड़ने का डर हो सकता है, जो अब आपका nuture नहीं करते हैं, एक job जो unfinished है, या कुछ ऐसी asset जो अब काम की नहीं है। पैसों को लेकर भी आप कंजूस हो सकते हैं। आपकी बेचैनी हमें आपके दिमागी perspective के कई sign देगी। Author हमें यह समझाने की कोशिश कराती है, कि एक बंद मुट्ठी और एक सख्त रवैया, कुछ भी नया नहीं ले सकता।
आप अपने दिमाग का एक अलग तरीके से इस्तेमाल करके, अच्छे experiences की एक नई cycle बना सकते हैं। आपको घर जाकर अपनी अलमारी साफ करनी चाहिए, नई चीजों के लिए जगह बनाने के लिए, सभी बेकार के सामान को छोड़ देना चाहिए। और जब आप यह कर रहे हो, तो खुद से जोर से कहे, “मैं पुराने को छोड़ रहा हूं और नए के लिए जगह बना रहा हूं”, मामूली लेकिन effective तरीके से। और जैसे-जैसे आप let go के सिद्धांत को समझने लगे, कब्ज, जो पकड़ने और पकड़े रहने का एक रूप है, अपने आप ठीक हो जाएगा। शरीर उसे freely छोड़ देगा, जिसका अब कोई खास काम नहीं था। Author ने कई बार प्यार, शांति, खुशी और self-approval के concepts का इस्तेमाल किया है।
जब हम असल में दिल में प्यार के साथ रह सकते हैं, खुद को accept कर सकते हैं और हमें दी गयी divine power पर भरोसा कर सकते हैं, तो हमारी ज़िन्दगी में शांति और आनंद भर जाएगा, और बीमारी और uncomfortable भावना, हमारे experience में नहीं रहेंगी। हमारा goal खुश, healthy ज़िन्दगी जीना है, अपनी खुद की company को enjoy करना है। प्यार गुस्से को मिटाता है, प्यार डर को दूर करता है और प्यार safety देता है। जब आप अपने आप को पूरी तरह से प्यार मे ढाल लेते हैं, तो आपकी ज़िन्दगी में सब कुछ ease, harmony, healthy, Prosperity और आनंद के साथ बहना शुरू हो जाता है।
जब आपको कोई physical समस्या हो, तो इस book का इस्तेमाल करने का एक अच्छा तरीका यह है:
1. अपना दिमागी कारण देखें। देखें कि क्या यह आपके लिए सच हो सकता है। अगर नहीं, तो चुपचाप बैठे और अपने आप से पूछे : “मेरे अंदर कौन से thoughts हो सकते हैं जो इसे बनाते हैं?”
2. अगर आप कर सकते हैं, तो जोर से अपने आप को दोहराएं: “मेरी समझ में जिसने इस Situation को बनाया है, मैं उस pattern को release करने के लिए तैयार हूं।”
3. नए pattern को कई बार अपने आप में दोहराएं। जब भी आप Situation के बारे में सोचें, तब steps को repeat करें।
प्यार भरा इलाज

अंततः, meditation को शामिल किया गया है, जिसे हर रोज़ पढ़ा जा सकता है, क्योंकि यह एक healthy understanding बनाता है और इसलिए, एक healthy शरीर आपके पास होगा। खुद से इन्हें repeat करें:
मेरे अंदर कभी ख़त्म न होने वाला प्यार है। मैं अब इस प्यार को बहने देता हूं। यह मेरे दिल, मेरे शरीर, मेरे मन, मेरी समझ, मेरे मौजूदगी को भर देता है और मुझसे सभी में radiate हो जाता है। यह मेरे पास कई गुना है। जितना ज्यादा मैं प्यार का इस्तेमाल करता हूं और प्यार देता हूं, उतना ही ज्यादा यह मेरे पास बढ़ता रहता है। यह मेरे अंदर के खुशी की भावना है। मुझे खुद से प्यार है; इसलिए, मैं अपने आपको एक आरामदायक घर देता हूं, जो मेरी सभी जरूरतों को पूरा करता है और इसमें रहना मेरे लिए एक खुशी कि बात है।
मैं कमरों को प्यार की vibrations से भर देता हूं, ताकी जो भी यहां आए हर कोई इस प्यार को महसूस करेगा। मुझे खुद से प्यार है; इसलिए, मैं एक ऐसे काम को करता हूं जिसे करने में मुझे असल में मजा आता है, जो मेरे creative Talent और काबिलियत का इस्तेमाल करता है, यह उन लोगों के साथ और उनके लिए काम करता है, जिन्हें मैं प्यार करता हूं और जो मुझसे प्यार करते हैं। मुझे खुद से प्यार है; इसलिए, मैं सभी लोगों के साथ प्यार से behave करता हूं और प्यार से सोचता हूं, क्योंकि मैं जानता हूं, जो मैं करता हूं मुझे वह कई गुना return में मिलेगा।
मैं अपनी दुनिया में सिर्फ प्यार करने वाले लोगों को attract करता हूं, क्योंकि वे लोग मेरा आईना हैं। मुझे खुद से प्यार है; इसलिए, मैं माफ करता हूं और past और सभी पिछले experiences को पूरी तरह से आज़ाद करता हूं, और मैं आज़ाद हूं। मुझे खुद से प्यार है; इसलिए, मैं पूरी तरह से अभी जी रहा हूं, हर एक पल मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं, और यह जानता हूं, कि मेरा भविष्य उज्ज्वल, खुशी से भरा और सुरक्षित है। मैं universe का एक प्यारा बच्चा हूं, और universe प्यार से अभी और हमेशा के लिए मेरी देखभाल करता है।
निष्कर्ष
Heal Your Body किताब से हमने अपने शरीर को ठीक करने के तरीके के बारे में जाना। किताब में हर तरह की बीमारी से निपटने के लिए नए pattern को अपनाने का सुझाव दिया गया है। जब हम अपने डर और गुस्से पर काबू करके, खुद से प्यार करने का नया pattern बना लेते है, तब सब कुछ ठीक हो जाता है। मुझे उम्मीद है आपने किताब को अच्छे से समझ लिया होगा और अपने शरीर को ठीक करने के लिए, आप इस किताब मे बताये गए तरीकों को अपनी ज़िन्दगी मे शामिल करेंगे (Heal Your Body)।
सभी Podcast platform पर भी हमारी summary, Kitabein नाम से उपलब्ध है, जिसे हाल ही में भारत का best educational podcast का award भी मिला है। Link ठीक निचे दिया हुआ है:
Contents


This book is really helpful for the healing of physical as well as mental health using law of attraction and affirmation. Most important learning is that we shape our environment according to our thoughts.
HEAL YOUR BODY
1.Our power is in our present moment
2.The thought patterns that form our experiences
3.Replacing old patterns
4.Healing affirmations
5.Loving treatment
6.Conclusion
Thank You Sir Day 4th Completed of Law of Attraction Book Reading Challenge
Day 4 read + watch video done
Heal Your Body, which Louise L.Hay tells us
Our perspective towards life and the language we use causes our diseases
Take some time to listen to what you are saying or what you are about to say, think then speak.
When we can truly live from the loving place of the heart, accept ourselves and trust in the divine power given to us
When you immerse yourself completely in love, everything in your life starts flowing with ease, harmony, health, prosperity, and joy
Repeat the new thought pattern (affirmation) to yourself several times.
Repeat these to yourself:
I have never-ending love. I now let this love flow. It fills my heart, body, mind, understanding, and presence and radiates from me to all
Heal Your Body, which Louise L.Hay tells us
Our perspective towards life and the language we use causes our diseases
Take some time to listen to what you are saying or what you are about to say, think then speak.
When we can truly live from the loving place of the heart, accept ourselves and trust in the divine power given to us
When you immerse yourself completely in love, everything in your life starts flowing with ease, harmony, health, prosperity, and joy
Repeat the new thought pattern (affirmation) to yourself several times.
Repeat these to yourself:
I have never-ending love. I now let this love flow. It fills my heart, body, mind, understanding, and presence and radiates from me to all