Change Your Schedule Change Your Life

Change Your Schedule Change Your Life (हिन्दी)

"Change Your Schedule Change Your Life" कितब मे Michelle D. Seaton और Suhas Kshirsagar हमें schedule follow करने क सही अर्थ सिखाते हैं। इस कितब से हम सीखेंगे कि अपने जीवन को कैसे बदलना है। लेखकों का मानना है कि schedule का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। हम अपने दैनिक कार्यक्रम में छोटे लेकिन effective changes करके अपने पूरे जीवन को बदल सकते हैं। अपने जीवन को बदलने के लिए अभी पढ़ें।

Michelle D. Seaton & Suhas Kshirsagar 17 mins read Read in English Productivity Build Habits Health Self Improvement

एक समय था जब मैं अपनी जिंदगी में अटका हुआ महसूस कर रहा था। मेरे पास एक अच्छी नौकरी और एक आरामदायक routine था, लेकिन मैं अपने जीवन कि दिशा से खुश नहीं था। मुझे एहसास हुआ कि मैं अपने समय का सही से इस्तेमाल नहीं कर रहा था, और यह कि मेरा schedule मेरे लक्ष्यों और चाहतों के साथ aligned नहीं था।

इसलिए, मैंने बदलाव करने का फैसला किया। मैंने अपने daily routine का विश्लेषण (analyze) करके और उन क्षेत्रों की पहचान करके शुरुआत की, जो मुझे मदद नहीं कर रहे थे। मैंने पाया कि मैं social media पर scroll करने, TV देखने और टालमटोल करने जैसे अमहत्वपूर्ण कामों पर बहुत समय बर्बाद कर रहा था। मुझे पता था कि अगर मैं इन activities को ज्यादा productive activities से बदल दूं, तो मैं अपने लक्ष्य कि दिशा में आगे बढ़ सकता हूं।

मैंने रोज़ाना से एक घंटा पहले उठकर शुरुआत की और उस समय को व्यायाम और ध्यान के लिए समर्पित किया। इससे मुझे positive note पर दिन शुरू करने में मदद मिली और मुझे energy का burst मिला जिसने मुझे दिन के बाकी वक्त में चलाया। मैंने अपने खाने की planning भी बनानी शुरू कर दी और पहले से healthy snacks तैयार करना शुरू कर दिया, जिससे मेरा समय बच गया और मुझे healthier diet लेने में मदद मिली।

एक और महत्त्वपूर्ण बदलाव जो मैंने किया, वह था अपने काम को अहमियत (priority) देना और हर दिन के लिए specific goals set करना। मैं सुबह एक to-do list बनाता और यह सुनिश्चित (ensure) करता कि अगले काम पर जाने से पहले मैंने अपने पहले के काम को पूरा कर लिया है।

इससे मुझे ज्यादा productive और efficient बनने में मदद मिली, और मैंने पाया कि मैं कम समय में ज्यादा काम कर रहा था। समय के साथ, ये छोटे-छोटे बदलाव बढ़ने लगे और मुझे अपने जीवन में ज़रूरी improvements दिखाई देने लगे।

तो दोस्तों, यहां पर मेरी इस कहानी को बताने का कारण यह था, क्योंकि यह सब तब हुआ जब मैंने अपने schedule को बदलना शुरू किया, जिससे मेरी पूरी जिंदगी बदल गई। और यह सब मैंने तब तय किया, जब मैंने पहली बार इस किताब को पढ़ा, Change Your Schedule, Change Your Life जिसे Michelle D. Seaton और Suhas Kshirsagar ने लिखा है, और इसी किताब को आज हम detail में समझने वाले हैं।

इस किताब से हम अपने जीवन को बदलने के तरीके के बारे में जानेंगे। लेखक का मानना है कि schedule का हमारे जीवन में बहुत अहम role होता है। हम अपने daily schedule में छोटे लेकिन प्रभावी बदलाव करके, अपने पूरे जीवन को बदल सकते है। हम अक्सर अपने जीवन में productive बनने की चाहत में बहुत सी ऐसी चीज़ो को अपनी आदतों में शामिल कर लेते है, जो हमें लम्बे समय के लिए नुकसान पंहुचा सकती है।

जैसे: Calorie कम करने के लिए खाना छोड़ना या productivity को ज्यादा करने के लिए देर रात तक काम करना और फिर हफ्ते के आखिर में सही से सोने की कोशिश करना और भी इसी तरह कि कुछ आदतें। इसी तरह कई बुरी आदतें हमारी genetic predisposition को रोकती हैं और हमें काफ़ी हद तक नुकसान पहुँचाती है।

इन बुरी आदतों से निपटने में हमारे schedule में किये गए छोटे बदलाव हमारी मदद कर सकते हैं, और ये छोटे बदलाव हमारे शरीर की थकान, वजन, नींद, तनाव और बहुत चीजों को आसानी से ठीक कर सकते हैं।

Chronology पर अपने research के साथ पुराने ज्ञान को मिलाते हुए, लेखक ने step-by-step, 30-days plan को किताब में शामिल किया है जिसकी मदद से हम अपने जीवन को अच्छे में बदलने के लिए सही time table और अच्छे लक्ष्यों के साथ काम कर सकते है। किताब की मदद से हम अपने schedule को customized करना सीखेंगे और इसी तरह आखिर में, हम अपने पूरे जीवन को बदल सकते है। किताब को अच्छे से समझने के लिए हम इस किताब को 5 अध्यायों में discuss करने जा रहे है।

अध्याय 1: Internal Clock का इस्तेमाल कैसे कर सकते है

Change Your Schedule Change Your Life

हम अपने जीवन में काफ़ी सारे काम करते है, पर काम को सही ढंग से करने के लिए उसे समय पर करना बहुत ज़रूरी होता है। क्योंकि अगर हम किसी काम को समय पर पूरा नहीं करते है, तो इससे हमें जल्दी सुबह उठकर या देर रात तक जागकर अपने काम को पूरा करना पड़ता है जिसका सीधा असर हमारी स्वास्थ्य पर पड़ता है।

मतलब यह हुआ कि काम को समय पर न करने से, हम अपने अंदर काफ़ी बुरी आदतें पैदा कर लेते है जिसके चलते हम बीमार या असंगठित (unorganized) हो जाते है। लेकिन हम में से कम ही लोग जानते हैं कि हमारे जीवन के daily pattern हमारी पूरी स्वास्थ्य को कितना ज्यादा प्रभावित करते हैं।

और इसी के चलते लोग काफ़ी बुरी आदतों के आदी हो जाते है। जैसे: वजन घटाने के लिए खाना छोड़ना या काम के चलते समय पर खाना न खाना, रोज़ाना workout न करना, और अपनी productivity को ज्यादा करने के लिए देर रात तक काम करना और पूरी नींद न लेना। और जब हमलोग इन बुरी आदतों के आदी हो जाते है, तो इससे उनके जीवन का संतुलन (balance) बिगड़ जाता है।

अगर हम अच्छे digestion, आरामदायक नींद और अच्छी fitness की बात करें, तो समय ही सब कुछ होता है। इसलिए हमें हर चीज़ को करने का एक समय तय करना चाहिए, जिसके जरिए हम अपने daily जीवन pattern को संगठित कर सकते है और अपने जीवन को balanced भी कर सकते है। हमारे daily जीवन pattern हमारे महसूस करने के तरीके के साथ – साथ हमारी पूरी जीवन को नियंत्रित करते हैं, और छोटे बदलाव करके हम अपने जीवन को पूरी तरीके से बदल सकते है।

हमारे जल्दी उठने या देर रात जागने की आदत को Circadian Rhythm कहा जाता है, जो अक्सर हमारे काम का समय managed न होने की वजह से होता है। लेकिन इसके साथ ही आजकल बहुत से लोग ऐसे भी है, जो फिजूल कामों के चलते अपने जीवन pattern को खराब कर देते है।

जैसे: देर रात तक mobile phone चलाना या फिजूल की video देखना। लेकिन हम सभी को समझना होगा कि जीवन pattern की ये बुरी आदतें एक मुसीबत बन सकती है, जो आपको स्वास्थ्य की समस्या के साथ – साथ आपके भविष्य को भी नुकसान पहुँचाती है, जिससे निपटने के लिए आप इन तीन चीजों को कर सकते हैं।

  1. सोने का एक समय तय करें: नींद की कमी की वजह से बहुत सी समस्याएं होती है, अधूरी नींद के चलते आप अगले दिन अच्छे से perfrom नहीं कर पाते है। इसलिए सोने का ठीक समय तय करे और हर रात एक तय किए हुए समय पर सो जाएं, ideal रूप से साढ़े दस बजे तक सो जाना सबसे अच्छा होता हैं, जिससे आप अगले दिन के दौरान अपने काम पर ज्यादा अच्छे से ध्यान दे सकते है। आपको बदलाव के अच्छे परिणाम अक्सर पहले कुछ दिनों में ही नज़र आने लगते है। मतलब सही समय पर सोने से आप पूरे दिन energetic होकर काम कर सकते है और अपने तनाव को नियंत्रित भी कर सकते है और तनाव कम होने से आपका वजन भी कम होने लगेगा।
  2. दोपहर के समय heavy diet ले : अपने पूरे दिन की सबसे heavy diet दोपहर में करें। जब आप दोपहर में heavy diet लेते है, तो आपके पास अपना वजन बनाए रखने का ये बहुत आसान समय होता है, और पेट खराब, कब्ज के साथ बाकी digestive समस्याएं ठीक समय पर खाने से दूर हो जाती हैं। ज्यादातर लोगों को रात में अपनी सबसे heavy diet लेने की आदत होती है, लेकिन यह ठीक नहीं होता है क्योंकि इससे Digestive System खराब हो जाता है। रात का खाना आपकी भूख से लगभग आधा होना चाहिए। लेकिन अगर आपको देर रात को भूख लगती है, तो रात को ज्यादा भूख लगने की चिंता न करें। दोपहर की heavy diet आपको दोपहर के दौरान energy देगी और दोपहर में एक नाश्ता करने को ज़रूरी बना देगी। जिससे आप energy के साथ काम कर पाएंगे और अपने digestive system को भी ठीक रख सकेंगे।
  3. सुबह सबसे पहले workout करें: ज्यादातर लोगों को उतना workout नहीं करना पड़ता जितना वे सोचते हैं। दिन में workout करने में एक घंटा बिताने से आपके लिए उतना काम नहीं होगा जितना कि आप उठते ही बीस से तीस minute की activity में करते हैं। सुबह का workout आपकी नींद, आपके वजन और आपके blood pressure को प्रभावित करता है। यह तनाव को भी दूर करता है। आप अपने सुबह के workout से और भी ज्यादा फायदे हासिल कर सकते हैं, अगर आप अपना workout कम से कम कुछ बाहर जाकर करते हैं, जहां आपका दिमाग natural light का फायदा ले सकता है और आपके शरीर की natural rhythm को मजबूत कर सकता है। इसलिए रोज़ सुबह की शुरुआत workout करने से करे और हो सके तो अपना workout बाहर जा कर करें।

जब आप बताए गए तीन काम करते है तो सिर्फ कुछ ही दिनों में आपको फायदे नज़र आने लगेंगे। तो अगर आप अपने जीवन को बेहतर में बदलना चाहते है, तो आज से ही इन छोटे बदलावों को करे और अपने जीवन को पूरी तरह से बदल दे। आपको अपनी बुरी आदतों की जगह इन अच्छी आदतों को अपनाना है और आप यकीनन अपने जीवन को अच्छे के लिए बदल सकते है। तो शुरुआत बस ये तीन काम लगातार सात दिनों तक करने से करें और आपकी स्वास्थ्य बदल जाएगी।

अध्याय 2: नींद एक जादुई दवाई की तरह कैसे काम करते हैं

हम सभी लोग अपने रोज़ के काम में इतने व्यस्त होते है कि हम अपनी नींद का ध्यान ही नहीं रखते है और हमेशा तनाव जैसी समस्या का सामना करते है। लेकिन जैसा कि हमने पिछले अध्याय में जाना की नींद हमारे लिए कितनी ज़रूरी होती है, इसी बात को ध्यान में रखते हुए, हमें अपनी नींद के लिए ज़रूरी कदम उठाने चाहिए।
Change Your Schedule Change Your Life Book
क्योंकि अच्छी नींद लेने से ही हम physically और mentally दोनों तरीके से fit रहते है। जब आप 8 घंटे की पूरी और अच्छी नींद लेते है, तो आप दिन के समय अपनी पूरी energy का इस्तेमाल कर सकते है और अपने तनाव को भी दूर कर सकते है। सीधे शब्दों मे कहे तो, नींद जादुई दवाई की तरह काम करती है और एक productive इंसान बनने में हमारी मदद करती है।
जब हम fit रहेंगे तभी जाकर हम सफल होने के लिए अपनी पूरी कोशिशें कर सकते है। इसलिए नींद की महत्ता (importance) को समझे और अपनी नींद को सुधारने के लिए बताए  गए तरीकों का इस्तेमाल करें:

 Natural Light में बाहर निकले

हम में से ज्यादातर लोग घर के अंदर ही अपना जीवन जीते हैं। और सर्दियों में, हमारे पास ऐसे दिन हो सकते हैं जिनमें हमें अंधेरे में जागना पड़ता हैं, और ऐसे समय हम natural light से दूर बस एक गर्म कमरे में बैठे रहते हैं, और इसलिए हमारा ज्यादातर वक़्त अँधेरे में बीत जाता हैं। जिसका हमारे शरीर पर एक emotional और physical, प्रभाव पड़ता है और हम थकान या उदासी महसूस करते है।
Natural light एक primary system है, जिसके जरिए शरीर अपनी रोज़ की Circadian Rhythm को तय करता है, मतलब यह आपकी नींद और जागने के समय को जोड़ता है। और आपका पूरा दिन कैसे बीतेगा यह इसी के ऊपर होता है और जब हमें काफ़ी natural light नहीं मिलती है, तो हमारा शरीर इस बात को समझ नहीं पाता है कि हमें कब जागना है और कब सोना है और शरीर का विकास सही तरीके से नहीं हो पाता है। इसलिए natural light में जाना बहुत ज़रूरी होता है। तो शुरुआत करने के लिए natural light की महत्ता (importance) को समझे।

Morning walk पर जाए

सुबह की सैर आपकी स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होती है, क्योंकि सुबह sunrise देखने से आपको natural light मिलेगी। इसलिए सुबह जल्दी उठे और हर सुबह 10-20 minute की morning walk पर जाए। अगर आप ऐसा करते हैं, तो आप न सिर्फ अपने काम में सबसे ज्यादा ऊर्जा (energy) के साथ काम कर पाएंगे, बल्कि आप हर रात बेहतर तरीके से सो भी पायेंगे। क्योंकि morning की natural light आपको energetic बना देगी जिसके जरिए आप दिन भर बिना थके काम कर सकेंगे।

रात की रौशनी

जितनी ज्यादा ज़रूरी सुबह की light होती है, उतनी ही ज़रूरी रात की light भी होती है। इसलिए ध्यान रखे की आप अपने रात के समय का इस्तेमाल सही ढंग से कर रहे है। अगर आप देर रात तक TV देखते रहते है, तो आपके लिए पूरी नींद लेना काफ़ी मुश्किल हो सकता है। क्योंकि नींद कोई ऐसी चीज नहीं है जो आपको TV देखने के साथ ही आ जाएगी, इसके लिए आपको अपने शरीर को तैयार करना होता है।

क्योंकि Electronic Devices कि artificial light के चलते आप आराम नहीं कर सकते है, इसलिए आपको सोने से 1 घंटे पहले से अपने electronic devices को छोड़ देना चाहिए। इस तरीके से आप उनसे दूर रहकर शांति से आराम कर सकेंगे। साथ ही एक ज़रूरी बात का ध्यान रखे, सोते समय किसी भी electronic device अपने पास न रखे। इससे आपका मन शांत हो जाएगा और आप अपने काम को पूरे focus के साथ पूरा कर सकते है। आसान शब्दों में कहे तो, यह शरीर और मन में शांत रहने का समय है ताकी नींद धीरे-धीरे आ सके।

खाने का समय और नींद

खाने का समय आपकी सोने की क्षमता पर बहुत बड़ा प्रभाव डाल सकता है। रात को heavy खाना खाने या देर रात में snacks खाना आपके शरीर के आराम करने के process में रुकावट डाल देता है। रात का खाना heavy होने की वजह से पचाने में मुश्किल हो सकता है और आपको इससे घबराहट महसूस हो सकती है।
असल में, आपका शरीर रात में खाने को पचा नहीं पाता है। क्योंकि अंधेरे के बाद हमारा digestive process धीमा हो जाता है, इसलिए आप जो भी खाना खाते है वह आपकी आंतों में रह जाता है और आपको गैस, कब्ज़, सीने में जलन और पेट में दर्द जैसी परेशानियां हो सकती है, जिससे आप आराम नहीं कर पाते हैं। और इससे भी बुरी बात यह है कि देर रात को खाने से आपका शरीर बलगम पैदा कर सकता है या शरीर के किसी एक भाग में खून को जमा सकता है।

इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि आप रात को कितने बजे खाना खाते है, शाम छह बजे हल्का dinner करना आपकी नींद के लिए बहुत अच्छा होगा। इसलिए रात को कम और समय पर खाएं ताकि आप खाने को अच्छे से पचा सके और अपनी नींद में आने वाली रुकावट को दूर कर सके।

अगर आप रात का खाना छह बजे तक कर लेते है, तो उसके बाद 15 से 20 minute तक टहले और फिर 10 बजे तक सोने के लिए चले जाए। इस तरह आप अपने पेट की समस्याओं को कम करने के साथ – साथ अपनी नींद को बेहतर बना सकते है।

अध्याय 3: हम स्वस्थ तब होते हैं जब हम सही समय पर सही चीज़ खाते हैं

जिस तरह अच्छी नींद को हासिल करने के लिए आपको कुछ बदलाव करने होते है, उसी तरह स्वस्थ होने के लिए आपको अपने खाने – पीने के तरीके में भी कुछ ज़रूरी बदलाव करने होंगे। इन बदलावों के ज़रिये आप physically और mentally स्वस्थ बन सकते है। तो अगर बात खाने कि की जाए तो लोग काफ़ी ऐसी चीज़ो को खाते है, जो सिर्फ स्वाद के लिए अच्छी होती है लेकिन स्वास्थ्य के लिए बहुत ही ज्यादा बुरी होती है। इसलिए आपको ध्यान रखना होगा कि आप क्या और कब खाते है, खाने के schedule को बदलने के लिए लेखक ने कुछ सुझाव दिए है, जिनको अपनाकर आप एक healthy lifestyle को जीना शुरू कर सकते है :

 खाने का समय मायने रखता है

Change Your Schedule Change Your Life
हमें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, इसके बारे में तो लगभग सबको पता ही होता है। लेकिन क्या आप जानते है आपके खाने की तरह आपके खाने का समय भी बहुत मायने रखता है। अगर आप सही समय पर अपना खाना नहीं खाते है, तो आपको मोटापे की परेशानी हो सकती है। इन परेशानियों से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें :
  • सुबह उठने के आधे घंटे के अंदर कुछ healthy ज़रूर खाए।
  • सुबह 7 से 9 के बीच एक healthy नाश्ता करें, जिससे आप काम के लिए तैयार हो सके।
  • अपने lunch से पहले छोटे – छोटे चाय या coffee break ले।
  • 12 से 2 के बीच अपने पूरे दिन का सबसे heavy खाना खाये जिससे आप अपने काम पर पूरे energy के साथ काम कर सकते है।
  • 3 – 4 बजे तक कुछ हल्का खाए।
  • शाम 6 बजे अपने दिन का आखिरी खाना खाए। खाना अपनी भूख से आधा ही खाए ताकी आपका पेट आपके खाने को पचा सके।
  • हर हाल मे 6 बजे तक खाना खा ले, क्योंकि खाने में देर करने से आपको पेट की समस्याएं हो सकती है।

Nutrients से भरपूर नाश्ता करें

सुबह के समय आपका पेट खाली होता है और आपका पेट अपने दिन के पहले खाने के लिए तैयार होता है। पर इसका ये मतलब नहीं है कि आप एक ही बार में बहुत fatty या heavy खाए। इसके बजाय आपको nutrients से भरपूर नाश्ता करना चाहिए, ताकी आप अपने पूरे दिन के लिए तैयार हो सके। आप सुबह के नाश्ते कि शुरुआत हरी सब्ज़ियों, फलों और एक स्मूदी या थोड़े दलिए के साथ कर सकते है। इससे आपको सभी nutrients मिलेंगे और आप अपने दिन की शुरुआत करने के लिए पूरी तरह से तैयार हो सकते है।

 हर दिन एक ही समय पर खाना खाए

हमने खाने के सही समय के बारे में जाना, अब आपको अपने digestive system के लिए एक schedule की जरूरत है। अगर आप चाहते है की आपका digestive system सही तरीके से काम करे, तो आपको अपने खाने का समय एक जैसा रखने की ज़रूरत है। इसलिए आपको कम से कम एक हफ्ते तक हर दिन एक ही समय पर खाने की आदत बनानी होगी, अगर आपको समय का ख्याल नहीं रहता है, तो alarm set करें ताकी आप हर रोज़ सही समय पर खाना खा सके।
जब आप एक हफ्ते तक निश्चित समय पर खाना खाएंगे, तो आपका digestive system अच्छे से काम कर सकेगा और आपके खाने को पचा सकेगा। जिससे आपको पेट की समस्याओं से छुटकारा मिल जायेगा और आप अपने काम पर focus कर सकते है।

रात मे Snacks खाने से बचें

जब आप अपने शरीर को सही समय पर खाने की उम्मीद करने के लिए trained कर रहे हों, तो भूख को दूर करने के लिए पानी, यहां तक ​​कि गर्म पानी या herbal tea का इस्तेमाल करें, पर भूल कर भी देर रात को snacks न खाए। आप जानते हैं कि रात को आपका शरीर, सुबह तक आपकी भूख को दबाने का काम कर रही होती है, तो इसे अपना काम करने दें। आपको रात में खाने कि जरूरत नहीं है। याद रखें आप अपने शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए trained कर रहे हैं और समय के साथ ऐसा करना संभव हो सकता है।

अध्याय 4: सही समय पर सही Activity करें

हमारे शरीर में दो सबसे ज़रूरी हिस्से दिल और दिमाग होते हैं, और ये दोनों साँस से आपस में जुड़े होते है। जब आप गहरी सांस लेते हैं, तो आप अपने दिल और दिमाग को तुरंत जोड़ लेते हैं। आप इसे अभी करके देख सकते हैं। धीमी, गहरी सांस लें और उस सांस को enjoy करें। अब आप शायद महसूस कर सकते हैं कि गहरी सांस लेने से आपका थोड़ा तनाव दूर हो गया है। हालांकि अक्सर धीमी, गहरी सांसें ध्यान और योग के ज़रिए ली जाती हैं, लेकिन यह workout के शुरुआती स्तर पर तुरंत फायदेमंद होती हैं। इसलिए workout करने के लिए इन बातों का ध्यान रखें:

जितनी जल्दी हो सके workout करें

Change Your Schedule Change Your Life Hindi
जब आप अपना workout दिन में जल्दी करते है, तो इससे आपको अपने blood sugar को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। लेकिन सुबह सबसे पहले workout करने से और भी बड़ा फायदा हो सकता है। जब आप नाश्ते से पहले workout करते हैं, तब आप workout तो कर रहे होते हैं जबकि शरीर अभी भी भूखी होती है। इसलिए जब आप अपनी muscles को oxygen ख़त्म करने से sugar ख़त्म करने के लिए काफ़ी मेहनत करते हैं, तो आपके खून में कम sugar होने की वजह से, शरीर को अपना meal लेने के सक्षम बनाया जा सकता है।
और इससे आपको नाश्ते से पहले सिर्फ 20-25 minute का workout करना होगा। शुरुआत करने के लिए आप Treadmill पर या बाहर दौड़ सकते हैं। लेकिन अगर आप पहली बार workout कर रहे हैं, तो आप interval training कर सकते हैं, जिसमें आपको एक minute के लिए जितनी जल्दी हो सके उतना चलना होता है और फिर दो minute के लिए आप ज्यादा आराम से चल सकते हैं। इस तरह आपको शुरुआत करने में परेशानी भी नहीं होगी और आप अपने workout को पूरा भी कर सकते है।

बहुत ज्यादा workout हमेशा बेहतर नहीं होता

हममें से ज्यादातर लोग daily workout करते है, लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी होते है जो बहुत ज्यादा ही workout करते है। जो काफ़ी हद तक अच्छा होता है लेकिन यह हमेशा बेहतर नहीं होता है। उदाहरण के लिए अगर आप Treadmill पर सिर्फ मिनटों तक workout के बारे में सोचते हैं, तो आपको लग सकता है कि आपको इससे ज्यादा फायदा उठाने के लिए जितना हो सके उतना workout करना चाहिए। लेकिन यह fact  है कि वजन कम करने के लिए आपको दिन में एक घंटा Cardio करना पड़ता है, सिर्फ एक झूठ बन जाता है।

Research से पता चलता है कि ज्यादा workout करना एक समय के लिए सबसे अच्छा हो सकता है, लेकिन आपको शायद उतना workout करने की जरूरत नहीं होती है जितनी आप सोचते हैं। जब आप shape में आने का फैसला करते हैं, और फिर एक gym में जाना शुरू करते हैं और तब तक कड़ी मेहनत करते हैं जब तक कि धीरे-धीरे, आपको अपने schedule से परेशानी नहीं होने लगती हैं और आखिर में परेशानी होने की वजह से आपको मज़बूरन अपने schedule के चलते कुछ workout को करना छोड़ना पड़ता हैं। और आखिरकार, आप gym जाना बिल्कुल ही छोड़ देते हैं।

इसलिए लेखक कहते है कि एक ही दिन में बहुत ज्यादा workout करने के बजाय, हर दिन थोड़ा workout करें, भले ही वह पहले की तुलना में कम हो। अगर आपने कई सालों से workout नहीं किया है, तो हर सुबह तेज चलना शुरू करें, भले ही वह दस से पंद्रह minute के लिए ही क्यों न हो। अगर आप दोपहर के खाने के बाद और रात के खाने के बाद ज्यादा आराम से चलते हैं, तो आप अपने शरीर को हर दिन तीस से पैंतालीस minute तक move कर सकते हैं। और आखिरकार रोज़ ऐसा करके, आप अपने सुबह के schedule को बदल सकते है और गहरी सांस लेकर अपना दिमाग साफ कर सकते है।

अध्याय 5: अपनी छोटी समस्याओं को overcome करना है

हम सभी के जीवन में कोई न कोई समस्या ज़रूर होती है। लेकिन बहुत सी समस्याएं ऐसी होती है, जो बहुत मामूली होती है और उन पर आसानी से काबू पाया जा सकता है। जैसे: अगर सुबह workout करना आपके लिए एक समस्या है, क्योंकि आपके पास नाश्ते का वक़्त नहीं बचता, तो नाश्ते के लिए समय निकालने के लिए दलिया या फलों को रात में तैयार करके रख ले।

और हर दिन नाश्ते के पांच minute पहले अपना alarm set करें, जिससे सिर्फ चार दिनों में आपके पास अपनी morning walk के लिए काफ़ी समय होगा। इसके साथ ही एक रात पहले अपने exercise के कपड़े और अपने काम करने के कपड़े बाहर रखें। जिससे आप आसानी से सुबह उठकर समय पर तैयार हो सकेंगे और अपने नाश्ते के लिए काफ़ी समय बचा सकेंगे।

अगर आपको लगातार heavy lunch करना डराने वाला लगता है। तो, काम पर ले जाने के लिए दोपहर का खाना pack करें, और याद रखें कि अगर आप दोपहर में heavy खाना खाते है, तो आपको रात के खाने में कम खाना बनाना होगा। जिससे आपका डर दूर हो जाएगा क्योंकि अगर आप दिन में heavy खाना खाते है तो रात को कम खाना खाकर आप अपना schedule manage कर सकते है। और इसके साथ ही समय पर दोपहर का खाना खाए।

Change Your Schedule Change Your Life

हालांकि समय पर खाना, खाना भी आपके लिए परेशानी हो सकती है, जिसका समाधान बहुत आसान है। बस आपको खाने के समय को याद रखने के लिए अपने phone पर alarm set करना होगा। ताकी जब आपके खाने का समय हो तो आप बिना किसी परेशानी के अपना खाना समय पर खा सके।

अगर आप इस बात से परेशान हैं कि रात के खाने में कम कैसे खाएं, क्योंकि आपको देर रात को भूख लग सकती है। तो, रात के खाने के लिए कुछ आसान लेकिन healthy खाने की चीज़ो को ढूंढे। कुछ ऐसा खाए जो कहने को तो कम हो लेकिन आपकी भूख को मिटाने के लिए काफ़ी हो। अपने रात के खाने में junk food को पूरी तरह से avoid कर दे और हरी सब्जियां और helathy खाना खाए।

और इस बात का ध्यान रखे की रात का खाना बहुत ज्यादा तेल और मसाले वाला न हो। Dinner में protein वाला खाना खाए, ये हमारे metabolism को बढ़ावा देता है और भूख पर रोक लगाने की कोशिश करता है। इससे हमें बार-बार रात में भूख नहीं लगती और हम food cravings से बच जाते हैं। मतलब dinner में protein से भरपूर खाना खाकर आप अपनी भूख को नियंत्रण कर सकते हैं। इसके साथ ही आप अपने रात के खाने मे protein include करने के लिए खाने में पनीर भुरजी और खूब सारी सब्जियों का इस्तेमाल कर सकते है।

अगर आपको शाम को अपने electronics devices को छोड़ने का ख्याल परेशान करता है। तो, आप अपने electronics devices पर करने वाली शाम की activities को अपने दिन के खाली समय में करे। और रात में electronics device को छोड़ने की planing करे, तय करे की electronics device के बिना आप रात को कौन से काम कर सकते है। आप बदलाव करने के लिए रात को कोई किताब पढ़ना या लिखना चुन सकते है। जिससे आपको ज्ञान के साथ – साथ अपनी बुरी आदतों से deal करने में मदद भी मिलेगी।

इसी तरह आप अपनी मामूली समस्याओं को नियंत्रित कर सकते है और अपने लिए एक अच्छा और नया schedule तैयार कर सकते है। किताब में लेखक ने कई छोटे – छोटे बदलावों को शामिल किया है, जिसे हम में से हर कोई कर सकता है और अपनी पूरी जीवन को बदलने के लिए अपने नए schedule का इस्तेमाल कर सकता है।

तो, नए schedule को शुरू करने से पहले इन छोटे बदलावों को ध्यान में रखे और अपने नए schedule में थोड़ी creativity और planning बनाकर काम करे। पहले 30 दिनों के लिए लेखक के बताए बदलावों का इस्तेमाल करे फिर इसी तरह अपनी ज़रूरत के अनुसार बदलाव करके आगे बढे। जिससे आप पहले कुछ दिनों के बाद से ही अपनी पुरानी आदतों से बच सकते हैं। और आप अपने हर दिन के साथ अपनी पूरी जीवन में खुद को healthy रख सकते हैं।

निष्कर्ष

तो दोस्तों, इस किताब से हमने अपने schedule में बदलाव के जरिए अपने जीवन को बदलने के तरीके के बारे में जाना। किताब में काफ़ी छोटे – छोटे बदलावों को बताया गया है, जिसका इस्तेमाल हम में से हर कोई कर सकता है। बस आपको अपनी ज़रूरत को समझकर ज़रूरी बदलाव करने होंगे और समय के साथ आप अपने नए schedule के साथ अपनी पूरी जिंदगी को बदल सकते है।

Change Your Schedule Change Your Life किताब की समीक्षा

Michelle D. Seaton और Suhas Kshirsagar द्वारा लिखित “Change Your Schedule Change Your Life” किताब संतुलन और well-being प्राप्त करने के लिए एक परिवर्तनकारी (transformative) approach प्रदान करती है।

हमारे body की natural rhythms के साथ हमारी दिनचर्या को align करने पर ध्यान देने के साथ, किताब स्वास्थ्य, उत्पादकता और खुशी को optimize करने के लिए व्यावहारिक रणनीतियां प्रस्तुत करती है।

Dr. Kshirsagar, आयुर्वेदिक सिद्धांतों और आधुनिक विज्ञान से आकर्षित होकर, नींद, पोषण, व्यायाम और तनाव के प्रबंधन पर बहुमूल्य (valuable) अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं।

स्पष्ट और संक्षिप्त (concise) लेखन शैली किताब को सभी पृष्ठभूमि के पाठकों के लिए सुलभ बनाती है। हमारे दैनिक कार्यक्रमों में सुझाए गए परिवर्तनों को लागू करके, यह किताब संपूर्ण wellness को बढ़ाने और हमारी पूरी क्षमता को unlock करने के लिए एक मार्गदर्शक (guide) के रूप में कार्य करती है।

धन्यवाद।

3 thoughts on “Change Your Schedule Change Your Life (हिन्दी)”

  1. इस किताब में बहुत अच्छी बेहतरीन आदतें बताई गई जो हमें जो हम अपने जीवन में उसे लागू करते हैं तो अपना जीवन बेहतरीन बना सकते हैं अमेजिंग बुक समरी थैंक्यू अमित सर

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