Kaizen

Kaizen (हिन्दी)

Kaizen - Sarah Harvey की Japanese Technique हमें personal life और एक flexible approach के बारे में सिखाती है, जिसका इस्तेमाल हर कोई स्वास्थ्य, धन, रिश्तों और जीवन के कई अन्य क्षेत्रों में desirable changes करने के लिए कर सकता है। यदि आप जीवन को एक impactful जीवन में बदलने में रुचि रखते हैं, तो यह किताब सिर्फ आपके लिए लिखी गई है!

Sarah Harvey 15 mins read Read in English Self Improvement

काइज़न क्या है? काइज़ेन तकनीक कैसे काम करती है? यह सब हम सारा हार्वे की किताब काइज़न  द जापानी मेथड फॉर ट्रांसफ़ॉर्मिंग हैबिट्स, वन स्मॉल स्टेप एट ए टाइम से समझेंगे Kaizen: The Japanese Method for Transforming Habits, One Small Step at a Time, by Sarah Harvey.

सारा हार्वे की पुस्तक काइज़न  हमें व्यक्तिगत जीवन और एक flexible approach के बारे में सिखाती है, जिसका उपयोग हर कोई health, money, relationship और कई अन्य जीवन क्षेत्रों में ज़रूरी बदलाव करने के लिए कर सकता है।

ये किसके लिए मददगार है ?

ये किताब उनके लिए हैं

  1. जो जापान और पूर्वी विचारों के बारे में जानने में दिलचस्प है ।
  2. जो अपनी पुरानी आदतों को बदलना चाहते हैं।
  3. जो अपनी जिंदगी में बेहतर बदलाव करना चाहते हैं लेकिन वह समझ नहीं पा रहे हैं कि कहां से शुरुआत करें।
  4. जिन्होंने अपने आप को बेहतर बनाने वाले कई तरीके सीखे, लेकिन उनमें से व्यक्तिगत जीवन में उनके लिए कोई काम नहीं कर रही हैं। वह कुछ ऐसे तरीके सीखना चाहते हैं जो व्यक्तिगत जीवन और फ्लेक्सिबल नज़रिये में उनके लिए काम करें उन्हें उससे फायदा मिले।

काइज़न  का मतलब है छोटे सुधार से बड़ा सुधार। काइज़न  तरीका आपको प्रेरित करता है कि अपने लिए बदलाव के लिए आप व्यक्तिगत लक्ष्य बनाये। शुरुआत छोटे से करें और एक-एक करके बड़े लक्ष्य की तरफ बढ़े।

काइज़न  को कंपनियों में फायदा उठाने के लिए कंपनी के जरूरी हिस्से में छोटे-छोटे लक्ष्य बना कर उन्हें हासिल करके बड़े की तरफ बढ़े। 

काइज़न  की जड़ , मतलब काइज़न  का मुख्य सबक ये है, कि इसके अनुसार हमें जिंदगी में हर अलग अलग जरूरी पहलुओं में सुधार करना चाहिए और एक समय पर एक ही छोटे काम पर ध्यान देते हुए उसे सुधारना चाहिए। उसके बाद दूसरे की तरफ आगे बढ़ना चाहिए।

अगर काइज़न  के इतिहास के बारे में बात करें, तो इसका जन्म दूसरे विश्वयुद्ध की तबाही के बाद हुआ। जब अमेरिका के परमाणु बम से जापान के हिरोशिमा और नागासाकी में काफी नुकसान हुआ। उसके बाद जापान में इतनी तबाही के बाद 5 साल तक तो कुछ भी सही तरीके से नहीं हुआ, लेकिन उसके बाद जापान ने इस तकनीक को इस्तेमाल करके, सबसे पहले अपने कपडा उद्योग (Textile Industry) को सुधारा और इसके हर छोटे-छोटे हिस्सों को बेहतर बनाते हुए, इनमें सुधार करते हुए अगले 10 साल में वह कपड़ों की फील्ड की नंबर 1 कंपनी बने। 

उसके बाद जापान ने ऑटोमोबाइल फील्ड में अपना कदम रखा और इसी तकनीक को ऑटोमोबाइल फील्ड में भी अपनाते हुए, हर छोटे-छोटे हिस्सों को हर छोटे-छोटे हिस्सों को ध्यान में रखते हुए, उनको सुधार करते हुए, अगले 10 साल में वह दुनिया की नंबर 1 ऑटोमोबाइल फील्ड में से एक बने। 

और जापान अपनी इसी काइज़न  तरीके को अपनाते हुए, कई बिज़नेस की कई फील्ड में दुनिया में नंबर 1 है और उसकी सफलता के बारे में आज हम सब जानते हैं। चाहे वो उनकी एडवांस तकनीक हो, चाहे रोबोट या और कुछ, उसकी कामयाबी हम सब जानते हैं, जो इसी तरीके को अपनाते हुए हासिल की गयी है। 

जापान के कंपनी सेक्टर में सुधार करने के लिए काइज़न  तरीके के अनुसार पूरे साल में कंपनी को बेहतर बनाने के लिए, हर एक कर्मचारी से कम से कम दो सुझाव लिए जाते हैं और सबसे अच्छे 100 सुझावों को अपना के कंपनी में सुधार किया जाता है। 

इसी तरह अगर आप इस तरीके को अपने आप में सुधार के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो जीवन के जरूरी और अलग-अलग पहलुओं में छोटे से छोटा सुधार करें, जो आपको महसूस हो सके और जिसे आप देख सकें। जैसे अगर आप स्वस्थ होना चाहते हैं, तो खाने में छोटा सा सुधार करें, सोचने के तरीके में सुधार करे। आगे बढ़ने के लिए इसी तरह कामयाबी की तरफ आगे जाने के लिए, अपने काम में छोटे छोटे बदलाव करें जो आपको दिखाई दें। यही काइज़न  की सलाह है जिसने कामयाब होने में कंपनियां और कई महान लोगों की मदद की और आपकी भी करेगी।

इसे शुरू कैसे करें?

Kaizen book

काइज़न  की सबसे अच्छी बात यह है कि जब आप यह जान लेते हैं कि कैसे इसे इस्तेमाल किया जाए, तो आपके लिए यह flexible और व्यक्तिगत बन जाता है, जिसे आप अपनी जिंदगी के किसी भी पहलू में इस्तेमाल करके उसे सुधार कर सकते हैं। 

काइज़न  तरीका कोई एक तरह के तरीके पर निर्भर नहीं होने देता हैं, इसलिए इसे हर किसी को अपनाना चाहिए, चाहे परिस्थिति कोई भी हो। बल्कि काइज़न  तरीके के अनुसार सबसे पहले हमें अपनी परेशानी देखनी है, छोटी से छोटी परेशानी को महसूस करना है और उसका छोटा सा समाधान निकालने के लिए छोटा सा सुधार करना है और छोटे सुधार को लगातार करते रहना है, ताकि एक दिन वह परेशानी पूरी तरह ठीक हो जाए और आप अपनी मनचाही चीजें हासिल कर ले। 

आसान भाषा में से समझे तो अपनी जिंदगी के किसी हिस्से की परेशानी को ढूंढे।  वह स्वास्थ्य पहलू हो सकता है, सोच हो सकती है, पैसे वाला क्षेत्र हो सकता है। रिश्ते हो सकते है। इस तरह जिंदगी के हिस्से में परेशानियों को ढूंढे।

स्वास्थ्य हिस्से में अगर आप ज्यादा स्वस्थ रहना चाहते हैं, तो उसके लिए जरूरी खाने की योजना को अपनाएं, जरूरी व्यायाम करें, और शुरुआत छोटे से करें। एक-एक करके सुधार करें, जब तक आप अपने मनचाहे स्वस्थ लक्ष्य को हासिल ना कर लें। 

इसी तरह खुशहाल और कामयाब सोच के लिए छोटे-छोटे सकारात्मक और खुशी से भरे खुशहाल विचारों को सोचना शुरू करें। अपनी हर सक्रिय परिस्थिति में उन्हें सोचे और लगातार इन्हें बढ़ाते रहें। जैसे-जैसे सकारात्मक और खुश विचार ज्यादा होंगे, वैसे वैसे आप महसूस करेंगे, कि कामयाबी और खुशी आपकी जिंदगी में बढ़ती जा रही है।

इसी तरह अगर अभी आपकी जिंदगी में पैसो से सम्बंधित परेशानी चल रही है, पैसों की कमी चल रही है, तो उसे ठीक करने और ज्यादा पैसे बनाने के लिए छोटे-छोटे क़दमों से शुरुआत करें। कम से कम सेविंग करें, कम से कम निवेश करें और जरूरी जानकारी हासिल करने के लिए किताबें पढ़े, चाहे रोज एक पेज पढ़ने से शुरू करें।

इस तरह सेविंग करने, निवेश करने, अमीर बनने के तरीके को सीखते हुए और छोटे-छोटे क़दमों को अपनाते हुए, लगातार सुधार करते रहे और ऐसा करते हुए आप पाएंगे कि कुछ महीनों या सालों बाद, आप अपने पैसों से संबंधित परेशानियों को ठीक करने में भी कामयाब है और अपने मनचाहे पैसों वाले लक्ष्य को हासिल कर रहे हैं। 

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आशावादी की तरह हमेशा यह सोचे कि आप अपनी मनचाही चीजों को कैसे पा सकते हैं, बजाय कि यह सोचने के कि मैं वह नहीं पा सकता। 

स्वास्थ्य में काइज़न  का इस्तेमाल

काइज़न  तरीके को स्वास्थ्य में इस्तेमाल करने का मतलब है, अपनी स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए छोटे-छोटे सुधार करना। स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में, अपने वजन को बढ़ाने से लेकर वजन को कम करने, स्वस्थ शरीर बनाने तक सभी शामिल है।

इसके लिए सबसे पहले हर रोज व्यायाम करना शुरू करें। कसरत में टहलने से शुरू करें। कम से कम जितने समय में आप टहल सकते हैं उतने से शुरू करें, इसी के साथ दौड़ना, चाहे शुरुआत में 100 या 200 मीटर ही क्यों ना हो शुरू करें। plank और juggling जैसे व्यायाम करने से शुरू करें। व्याव्याम में सुबह का टहलना, दौड़ना और जरूरी कसरत, बाजार में सामान लेने के लिए टहलना और डांस जैसे काम भी शामिल है। 

इसके अलावा स्वस्थ रहने के लिए जरूरी खाने में स्वस्थ खाने, हरी सब्जियां, काजू बादाम बढ़ाएं और फ़ास्ट फ़ूड से बचने से शुरुआत करें।

काइज़न  के अनुसार शुरुआत में टहलना, दौड़ना और खाने को समय समय पर सुधार करते रहें, समय के साथ टहलने और दौड़ने समय में सुधार करें और स्पीड को सुधारें।

इसी के साथ साथ अच्छी नींद, कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लें और स्वस्थ महसूस करना शुरू करें, क्योंकि जितना ज्यादा आप स्वस्थ महसूस करेंगे, आपके अंदर स्वस्थ हार्मोन उतने ही ज्यादा बनेंगे, जो स्वस्थ बनने और बने रहने में काफी मदद करने वाले हैं।

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इसके अलावा स्वस्थ खाने की बात करें। जितना ज्यादा हो सके पानी पिए। शुरुआत कम से करें और समय के साथ इसे सुधार करते रहे। अपने आप को ट्रैक पर रखने और सुधार को चेक करने के लिए, आप तकनीक: जैसे टाइमर, रोज़ के कामो की सूची (To-do List) जैसे ऐप्प की भी मदद ले सकते हैं। शरीर में पानी के स्तर को बनाये रखने के लिए कोशिश करें, पानी वाले फल ज्यादा से ज्यादा खाएं, जैसे कि संतरा आदि। 

काइज़न  तरीका कहता है कि स्वस्थ रहने के लिए, नाश्ते में जितना ज्यादा हो सके उतना खाएं, दोपहर के खाने में उससे थोड़ा कम और रात के खाने में कम से कम खाकर, समय से सो जाएं। जैसा कि हम सभी जानते हैं, कि स्वस्थ खाना खाने से स्वस्थ रह सकते हैं, तो इसलिए अपने नाश्ते, दोपहर के खाने और रात के खाने में और अपने खाने की योजना में ज्यादा से ज्यादा स्वस्थ खाना जैसे कि, केला, सेब आदि को जोड़ें। 

ज्यादा चीनी (sugar) खाने से बचें, क्योंकि वैज्ञानिक रूप से यह साबित हो चुका है कि ज्यादा शुगर या चीनी खाने से हमारी शरीर में खून दौड़ने में परेशानी होती है, जिससे मानसिक और शारीरिक दोनों ही स्वास्थ्यको नुकसान पहुंचता है। एक discipline plan के लिए अपने खाने को चेक करें कि नाश्ते में आपको कितनी रोटी और कितने फल, सब्जियां खाने हैं। इसी तरह दोपहर के खाने और रात के खाने और दूसरे टाइम में भी इसी तरह। 

कसरत और खाने को छोटे से छोटे एक्शन से शुरू करके, लगातार सुधार करते हुए अपने मनचाहे लक्ष्य की तरफ आगे बढ़ें। 

काम में काइज़न  का इस्तेमाल

इस अध्याय में हम यह बात करने वाले हैं कि कैसे काइज़न  तरीके को इस्तेमाल करके आप अपने काम करने के माहौल को बेहतर बना सकते हैं, अपने काम में कैसे अच्छे बन सकते हैं और अपने काम में किस तरह से अच्छे बनते हुए, अपने मनचाहे परिणाम को हासिल कर सकते हैं। 

काइज़न  तरीके के अनुसार अपने काम की जगह को बेहतर बनाने के लिए इन तरीकों का इस्तेमाल करें। आम परिस्थितियों में बाहर आसमान वाले क्षेत्र में काम करें या फिर कमरे में इस तरह की सफ़ेद लाइट लगाएं, जिससे वहां सफ़ेद कलर ज्यादा से ज्यादा रहे। अपने आसपास सकारात्मक और कामयाबी से सम्बंधित फोटो लगाएं। स्वस्थ और वातावरण को अच्छा बनाये रखने के लिए काम की जगह के आसपास पेड़ पौधे लगाएं। सबसे जरूरी बात जो हम सब जानते हैं कि सफाई को बनाए रखें। 

इसके अलावा अपने काम में सक्रिय रहने और खाली समय को ज्यादा से ज्यादा अच्छा बनाने के लिए खाली समय (Break Time) में छोटी-छोटी कसरत करें या बाहर टहल लें। सकारात्मक और खुश रहना सिखाने वाली किताबें पढ़ें या किसी ऐसे इंसान से बात करें जिससे बात करने में आपको खुशी मिले।

अपने दिमाग को शांत और काम में ध्यान लगाने के लिए 5 मिनट दोपहर के खाने के समय (lunch break) में meditation करें। इसके लिए दोपहर खाने के समय में किसी शांत जगह पर बैठे, आंखें बंद करें और अपने मोबाइल में 5 मिनट का टाइमर अलार्म सेट करें। अपनी सांसो पर ध्यान दें, धीरे-धीरे सांस को अंदर लें और धीरे-धीरे बाहर छोड़ें। जैसे जैसे आप अपनी सांस और भावनाओं को महसूस करना शुरू कर देते हैं, काम में आपका फोकस उतना ही बढ़ता जाता है।

इस तरह टाइम खत्म होने पर धीरे-धीरे आंखें खोले, अपने दोनों हाथों को रगड़ें (rub करें) और सबसे पहले अपने हाथों को देखें। फिर धीरे-धीरे अपने हाथों को आंखों से दूर करें और शांत महसूस करें। ऐसा करने से आप शांत और फोकस महसूस करेंगे। 

अगर आप अपने काम के दिन को बेहतर बनाना चाहते हैं, मस्ती के साथ अपने काम को करते हुए मनचाहे परिणाम को हासिल करना चाहते हैं, तो काम और जीवन में संतुलन बनाए रखें। मतलब काम के साथ-साथ जिंदगी की दूसरी चीजें जैसे सेहत, रिश्तों को भी समय दे। इससे हमारे दिमाग में खुश रहने वाले हार्मोन बढ़ते हैं जिसके परिणाम स्वरूप productivity और फोकस, काम में पहले से ज्यादा होने की सम्भावना बढ़ जाती हैं। जितना ज्यादा संभव हो अपनी टीम के साथ मिलकर काम करें।

कोशिश करें उस कंपनी में काम करें, जिसके ethics आपको अच्छे लगे। अपने मनपसंद के काम को करें क्योंकि IKIGAI तरीका, जो जापानी लोगों की कामयाबी का एक अहम रहस्य है, उसके अनुसार अपने मन का काम करने से हमारी काम करने की काबिलियत और कामयाब होने की सम्भावना पहले से 80% से 90% ज्यादा बढ़ जाती हैं। अपने बनाए हुए लक्ष्य को चेक करते हुए उसे हासिल करें। जरूरी ब्रेक टाइम समय-समय पर लें और मस्ती के साथ काम को करने की कोशिश करें।

अपने काम को बेहतर बनाने के लिए इन तरीकों को अपने मुताबिक छोटे से छोटे क़दम के साथ शुरू करें और लगातार सुधार करते रहें। 

पैसे बनाने लिए काइज़न  तरीके का इस्तेमाल

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इस बारे में काइज़न  तरीके के मुताबिक, आप अपने स्तर पर अपनी स्थिति के मुताबिक छोटे से छोटी सेविंग और निवेश से शुरू करके समय के साथ उसमे सुधार करते रहें, जिससे आपको पैसों के चिंता से मुक्त होने, अमीर बनने और अपनी नेट वर्थ बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी।

इसके लिए सबसे पहले अपने खर्चों को देखें कि कितने रुपए आप कहां खर्च करते हैं ? सेविंग में कितने रुपए खर्च करते हैं ? निवेश कितने रुपए की करते हैं ? और देनदारी (liability) में कितने रुपए खर्च करते हैं ? जीवन को चलाने आदि पर कितने रुपए महीने में आप खर्च करते हैं। हर खर्च करने से पहले अपने आप से सवाल पूछे कि मुझे यह क्यों खर्च करना है ? अगर आपको फायदेमंद जवाब मिले, जो जवाब आपके पैसो से संबंधित जीवन को बेहतर बनाने में मदद करता हो, तो खर्च करें, वार्ना उस खर्च को छोड़ दें।

अपने खर्चों को प्रबंधित करने के लिए ऑनलाइन पैसों को ट्रैक करने वाले एप्प को इस्तेमाल करें। अपने हर खर्च करने के बाद उस खर्चे को एप्प में लिख ले, हर हफ्ते अपने पूरे हफ्ते के खर्चों को देखें, हर जरूरी खर्चे को दोबारा करने की योजना बनायें और बिना जरूरी खर्चों को अगली बार से न करें, इसी तरह इस तरीके को महीने के लिए भी अपनाएं।

सेविंग को बढ़ाने के लिए सबसे पहले अपने जरूरी खर्चे जैसे किराया, खाना, दवाई आदि को देखें कि आप उसे कहां से खरीद रहे हैं। अगर उसी क्वालिटी की चीजें दूसरी जगह सस्ती मिले तो वहां से खरीदना शुरू करें। हालांकि शुरुआत में इसके लिए ढूंढने में कुछ समय निवेश करना पड़ सकता है, लेकिन कुछ समय का फल आपको अपनी महीने की एक बड़ी सेविंग के रूप में देखने को मिलेगा, इसलिए जरूरत के मुताबिक समय निवेश करें।

जैसा हम सभी जानते हैं कि पैसा काफी मेहनत से कमाया जाता है इसलिए इसे खर्च करते समय मोलभाव करने में किसी तरह की शर्म ना करें, जहां आपको लगे कि कीमत ज्यादा है वहां मोलभाव करें, क्योंकि अगर ₹10 भी बचेंगे तो वह कहीं ना कहीं आप को अमीर बनने में मदद करने वाले हैं।

पैसा बचने के बाद उसे फायदेमंद asset में निवेश करें, ताकि आप अपने पैसों को सुरक्षित रखते हुए ज्यादा पैसे कमा सकें, इसके लिए जरूरी पैसों से सम्बंधित जानकारी हासिल करें, इसके लिए आप money management से सम्बंधित किताबें पढ़ सकते हैं और financial data जैसे stock market आदि से सम्बंधित साइटों और अखबारों को भी देखते रहे।

अपने कमाने, बचाने, निवेश करने, खर्च करने, net worth आदि के short term, mid term और long term लक्ष्य बनायें, शुरुआत में जितना छोटा आप शुरू कर सकते हैं उतने से शुरुआत करें और समय समय पर उसमें सुधार करते रहें, तब तक जब तक आप अपने मनचाहे परिणामों को हासिल ना कर ले। 

घर प्रबंधन और सजावट के लिए काइज़न  तरीके का इस्तेमाल

काइज़न  तरीके के इस घर का प्रबंधन और सजावट के तरीके में हम यह जानने वाले हैं कि कैसे आप अपने घर की चीजों को सही तरीके से रखें ? और उन्हें manage करें, ताकि घर में ज्यादा से ज्यादा जगह हो और जरूरत पड़ने पर घर की चीजों को सही से रखा जा सके। 

कपड़ों को सही तरह से रखने के लिए, एक जैसे कपड़े जैसे की शर्ट, टी शर्ट, पेंट, इसी तरह के एक तरह के कपड़ों को एक जगह पर ही रखें, और जितना ज्यादा हो सके उन्हें दोबारा इस्तेमाल करें जिससे पैसो से सम्बंधित फायदा भी है। 

अपनी किताबें, अखबार आदि को सही तरीके से रखने के लिए सबसे पहले तो वास्तविक बने कि सच में आपके लिए कौन सी किताबें जरूरी और फायदेमंद है? और इसे सोचने के बाद सिर्फ फायदेमंद किताबों और मैगज़ीन को ही रखें, बाकी सब को बेच दें। ताकि घर में जरूरी जगह बचे।

इसके अलावा अलग-अलग फालतू, बिना जरूरत की चीज़ों चीजों से घर की कीमती जगह कम करने और उनसे फायदा उठाने के लिए उनका इस्तेमाल करें। सोचे कि कैसे उसे आप अपने फायदेमंद के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे पुरानी बैटरी आदि को।

भावुक चीज़ें, मतलब ऐसी चीज है जिनसे आपको भावनात्मक लगाव है, उस बारे में भी थोड़ा मानसिक जागरूक होकर सोचे, बजाए की सिर्फ भावनाओं से ही सोचने के। सोचे कि क्या उन चीजों के मालिक बनना अभी आपके लिए जरूरी है ? क्या वह आपको या घर में किसी और सदस्य के लिए फायदेमंद है?

अगर आप उसे इस्तेमाल ना करें, तो क्या कोई नुकसान हो सकता है? अगर नहीं तो मानसिक रूप से जागरूक होकर उन्हें बेच दें, ताकि घर की कीमती जगह बचे और जरूरी भावनात्मक चीजों को अपने पास रखकर उनसे फायदा हासिल करें।

घर में जगह को बढ़ने के लिए हमेशा रख रखाव के दौरान इस तरह से योजना बनाये कि घर में धूप और हवा आसानी से और अच्छे से आ सके। इसके लिए अलग-अलग सामानों को, अपनी व्यक्तिगत जीवन की चीजों को बाँट कर रखने की कोशिश करें। कोशिश करें कि एक जरूरत और एक कलर की चीजें एक ही साथ रखें।

जैसा कि हमने पहले बात कि कि ऐसा करने से समय, जगह और energy की बचत होती है। आप ये किसी बहुत जरूरी काम में लगाने में सक्षम बनते हैं। आखिरी लेकिन कम नहीं, अपने काम करने की जगह की तरह अपने घर में भी घर में अच्छा महसूस करने के लिए इत्र (perfume) या खुशबूदार चीज को रखें ताकि घर में खुशबू बनी रहे। 

यह काइज़न  के कुछ तरीके हैं जिन्हें घर का प्रबंधन करने के लिए आप छोटे स्तर से शुरू करके अपने मुताबिक समय के साथ सुधार कर सकते हैं। 

काइज़न  तरीके और रिश्ते

रिश्ते हर इंसान की जिंदगी का एक ऐसा अहम हिस्सा है, जो हमारी खुशी को, भावनाओं को और energy को बढ़ाने में अहम रोल अदा करता है। दूसरे शब्दों में कहें तो हमारी कामयाबी को चलाने में बहुत ही जरूरी रोल निभाते है।

इसलिए यह बहुत जरूरी है कि हम सही लोगों के साथ रिश्तों में रहे। आप सही इंसान के साथ रिश्ते में हैं, इससे आपको फायदा हो रहा है या आने वाले समय में हो सकता है ? इस चीज को जानने के लिए अपने आप से कुछ इस तरह के सवाल के जवाब दें

  • क्या यह इंसान मेरे साथ रिश्ते में बराबर भागीदारी कर रहा है?
  • क्या इसके मेरी जिंदगी में होने से मेरी जिंदगी में कुछ अहमियत जुड़ रही है?
  • क्या मैं अपने आप को बहुत अच्छा महसूस करता हूं? जब में इनके साथ होता हूं?
  • क्या मैं इनके साथ आजाद महसूस करता हूं?

अगर आपको इन सवालों के जवाब सकारात्मक या positive मिलते हैं तो आशा है कि उनके साथ आपके रिश्ते काफी अच्छे हैं और आगे अच्छे ही होने वाले हैं। इसलिए उनके साथ मजबूत रिश्ते बनाएं और अगर इसके सवालों के जवाब नकारात्मक या negative मिले, तो उस इंसान से जितना जल्दी हो सके दूरी बना ले। 

अपने रिश्तों को बेहतर करने के लिए सबसे पहला तरीका शुक्रगुज़ार (gratitude) होने को अपनाएं। उस इंसान को आपकी सच्ची मदद के लिए शुक्रिया कहे और दिल से सच्ची तारीफ करें। हर रोज रात को लिखने के दौरान उस व्यक्ति को भी शुक्रिया कहें, उनकी खुशी और कामयाबी के लिए जो भी छोटे से छोटा काम आप ले सकते हैं उसे ले। दोनों को खुश और आजाद महसूस कराने के लिए हर छोटे से छोटा काम करें।

मुश्किल रिश्तों को खुशहाल जीवन में बदलने के लिए इन तरीकों को अपनाएं। सबसे पहले उनकी बातों को ध्यान से समझें और उन्हें भी इसकी सलाह दें और साफ़ बात करें जो भी बात दिल में है। सामने वाले को साफ-साफ अच्छे लहजे में कह दे। अगर आपको लगता है कि गलती आपकी है तो रिश्तों को खुशहाल बनाने के लिए माफी मांग के, अपने साथ के अच्छे दिनों को याद करते हुए खुशी से रहें और आगे एक दूसरे के साथ मिलकर रहने का वादा करें।

इसके अलावा नए लोगों से मिलने और दोस्ती करने के लिए अपने जैसे या अपनी सोच से सम्बंधित लोगों के समूह के साथ जुड़े। उस तरह के लोगों के बीच में जाएं उनसे बातचीत करें और उनके साथ बातचीत करते हुए जुड़े। 

इन सब के साथ सबसे जरूरी रिश्ते जो है, अपने आप के साथ रिश्ते कहते हैं कि जो इंसान अपने आप से अच्छा रिश्ते बना सकता है, अपने आप से प्यार कर सकता है वह दुनिया में हर किसी से प्यार कर सकता है। इसलिए अपने आप से प्यार करने के लिए अपने शरीर और अंदर की आवाज़ को सबसे सच्चे और अच्छे दोस्त की तरह ट्रीट करें, जो सच में हैं भी। अपने अंदर की आवाज़, जो भी आप अपने आप से वादा करें उसकी कदर करें और उसे पूरा करें।

अपने आप के साथ दयालु रहे, अपने ऊपर कोई जुल्म ना करें। इसके अलावा अपने आप को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाए रखने के लिए, अपने आप को छोटी छोटी चुनौतियां दें और उन्हें पार करके मनचाहे लक्ष्य को हासिल करें। 

इस तरह अपने और लोगों के साथ अच्छे रिश्ते बनाने और बनाए रखने के लिए, काइज़न  के इन तरीकों को अपनी स्थिति के मुताबिक छोटे से छोटे स्तर से शुरू करें और समय के साथ उसमें सुधार करते हुए अपने मनचाहे लक्ष्य को हासिल करें। 

काइज़न  तरीके के साथ शौक (Hobby) 

अपने शौक को पहचानने और करने के लिए यह तरीके आप की काफी मदद कर सकते हैं

  • सबसे पहले अपने आप से सवाल पूछे कि आप किस काम को क्यों करना चाहते हैं ?
  • फिर देखें आपका बचपन में क्या जोश वाला काम था ?
  • बचपन के और आज के शौक को देखते हुए अपनी सबसे ज्यादा मनपसंद काम को चुनें।
  • निर्धारित करें कि आपका शौक क्या है ?
  • फिर उसे करने के लिए आप क्यों प्रेरित हैं इसे साफ़ साफ़ बताएं।
  • सुनिश्चित करें कि क्या यह काम करने से आपको आरामदायक महसूस होगा।

अगर इन सवालों के जवाब आपको सकारात्मक मिले तो अपने शौक को पूरा करना शुरू करें और उसमें ध्यान के साथ कम से कम 1 साल काम करें, ताकि आपको मनचाहे परिणाम देखने और महसूस होना शुरू होने लगें। 

कई लोगों का आपने देखा होगा, वह कहते हैं कि, मैं अपने पैशन का काम शुरू कर रहा हूं, लेकिन काम शुरू करने के कुछ दिनों या महीनों के बाद उनका उस काम में मन ही नहीं लगता। ऐसा इसलिए क्योंकि वह शायद काइज़न  तरीके को जानते नहीं हैं या फिर उसे अपनाते नहीं। लेकिन अब क्योंकि हम इस बारे में ही बात कर रहें है तो आइए जानते हैं कि अपने पैशन को पहचानने के बाद किस तरह उसके साथ बने रहे ?

अपने शौक के लिए छोटे से छोटे कामों से काम करना शुरू करें और हर रोज अपने मनपसंद काम  को कुछ समय दें। अपने मनपसंद काम  से सम्बंधित सबसे ज्यादा मन पसंदीदा काम से उसे शुरू करें। 

इसी के साथ साथ में अपने मनपसंद काम को मांपे, उस में होने वाली तरक्की को, अपनी जरूरी कामों से मिलने वाले परिणामों को मापे और देखें कि क्या आप अपने मनचाहे लक्ष्य की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं? अगर हां तो इसी तरह बढ़ते रहें और अगर नहीं तो अपने तरीकों को बदलें।

इसी तरह से नई आदतों को अपनाने के लिए भी शुरुआत छोटे-छोटे स्तर से करें और लगातार सुधार करते हुए उस आदत को बनाएं। 

तो दोस्तों इस तरह हमने यहाँ काइज़न  तरीके के बारे में बात की,  जिसके अनुसार आप छोटे-छोटे सुधार से शुरू करके जिंदगी के हर एक क्षेत्र में सुधार कर सकते हैं और अपने मनचाहे लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। हमें उम्मीद है कि आपने काफी जरूरी बातें सीखी। अब इन्हें अपनी जिंदगी में अपनाएं और अपनी जिंदगी के जरूरी हिस्सों में सुधार करते हुए मनचाहे सपनों को पूरा करें। 

धन्यवाद!

सभी Podcast platform पर भी हमारी summary, Kitabein नाम से उपलब्ध है, जिसे हाल ही में भारत का best educational podcast का award भी मिला है। Link ठीक निचे दिया हुआ है:

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