Master Your Emotions

Master Your Emotions (हिन्दी)

"Master Your Emotions" की transformative power की खोज करें। अपने emotions को control करने और समझने के लिए practical strategies का पता लगाएं। गुस्सा, fear, दुःख और आनंद से ज्ञान के साथ चलना सीखें। अपनी emotional health को सुधारें और अपनी असली potential को खोलें। Summary में खुद को डुबाने और emotional enrichment की journey पर निकलें।

Thibaut Meurisse 16 mins read Read in English Build Habits Self Improvement

“Master Your Emotions”  एक interesting self help किताब है जो human emotions के complex area में उतरती है और उन पर महारत हासिल करने के बारे में valuable insights देती है। एक experienced psychologist और life coach द्वारा लिखित, यह किताब practical guidance और effective strategies देती है। 

हम अपने daily जीवन में emotions के बहुत बड़े spectrum का सामना करते हैं। किताब सुझाव देती है कि अपनी emotions को समझकर और उनका उपयोग करके, हम अपनी वास्तविक capacity को unlock कर सकते हैं और ज़्यादा पूर्ण और ताकतवर existence जी सकते हैं।

परिचय

 “Master Your Emotions” किताब  जिसे “Thibaut Meurisse” ने लिखा है के बारे में जानेंगे। इस किताब से आप अपने Emotions पर control करने के बारे मे जानेंगे। जिससे आप अपनी ज़िन्दगी मे positivity से अपने मनचाहे और बेहतर results हासिल कर सकते है। फिर चाहे आप अपने negative emotions को दूर करना चाहते हैं या Stress से deal करना चाहते हैं? तो यह किताब आपकी हर तरह के negative emotions से निपटने मे मदद करेगी।

Master Your Emotions Summary

किताब मे बताया गया है की हमारे emotions कैसे काम करते हैं और उन्हें effective ढंग से काम कराने के लिए Specific techniques को कैसे apply करें। आप सीखेंगे कि negative emotions से कैसे निपटा जाए, ताकि आप एक खुशहाल और ज्यादा अच्छी ज़िन्दगी जी सकें। इस किताब में, आप सीखेंगे।

● अपने दिमाग Reprogram करने का एक आसान formula, ताकि आप ज्यादा Positive emotions को महसूस कर सकें।

● Negative emotions से deal करने के लिए आसान Strategies. 

● अपनी ज़िन्दगी पर बेहतर control पाने के लिए अपनी कहानी को कैसे बदलें? 

● अपने individual development को बढ़ावा देने के लिए अपनी emotions का इस्तेमाल कैसे करे? 

● Master Your Emotions और भी बहुत सारी practical exercises से भरी हुयी हैं जो आपके Emotions पर Positive impact डालेंगी।

इसलिए, अगर आप negative emotions को दूर करना चाहते हैं, अपने Emotions पर control रखना चाहते हैं और ज्यादा Positive और peaceful ज़िन्दगी जीना चाहते हैं, तो यह किताब आपकी बहुत मदद करेगी।

किताब को अच्छे से समझने के लिए हम इस किताब को 15 अलग – अलग chapters में discuss करने जा रहे है। तो चलिए शुरू करते है। 

Chapter 1: आपका survival mechanism आपकी emotions को कैसे affect करता है ?

हमारी ज़िन्दगी मे दिमाग का बहुत ही important role होता है। हमारा दिमाग ज़िंदा रहने में हमारी मदद करता है। लेकिन हमारे पूर्वजो को ज़िंदा रहने के लिए काफी problems का सामना करना पड़ा था, जिसकी वजह से हमारे दिमाग ने खतरे का पता लगाने के लिए काम करना शुरू कर दिया है।

दिमाग ज्यादातर nagative चीज़ो पर भरोसा करता है, की कुछ बुरा हो सकता है। ये सब rejection के डर से होता है – लोग ठुकराए जाने के डर से, अक्सर कुछ अच्छा शुरू ही नहीं करते है, इसी तरह की thinking की वजह से वो negativity की तरफ बढ़ते है। इससे deal करने के लिए आपको हर चीज़ के positive side को भी देखना होगा, ताकि आप बेमतलब की चिंता और negative सोच से बच सके।

हमारे दिमाग का पहला काम हमें secure करना है। लेकिन, आपको ख़ुश और सुरक्षित रहने के लिए, अपने emotions पर control करना होगा। दूसरा काम dopamine release करना है (dopamine एक neurotransmitter है, जो आपके दिमाग के Specific areas में फैलकर आपको ख़ुशी दिलाता है. यह जुआ खेलते, love making करते या अच्छा खाना खाते और exercise करते समय होता है।

आजकल इन चीज़ो को लोगो ने लत बना लिया है – जिससे वो सिर्फ negativity की तरफ बढ रहे है। लेकिन सच मे खुश रहने और negative चीज़ो को दूर करने के लिए, आपको अपने emotions को काबू करके, अपनी लत से छुटकारा पाना होगा।

  1. अपनी उन चीज़ो को लिख ले – जो आपको कुछ समय की ख़ुशी  देती हैं, लेकिन long term में नुकसानदायक होती हैं। – जैसे porn, cigarette, alcohol आदि।

2. अब उन्हें दूर करने के लिए जरूरी actions ले। 

अब तक, आप समझ गए होंगे कि किस तरह आपका survival mechanism आपकी emotions पर negative effect डालता है और आपको ज्यादा खुश होने से रोकता है। आइये अब हम ego के बारे में जानते हैं, कि यह कैसे आपके emotions को influence karti है?

Chapter 2:  Ego क्या है? 

Ego अपने आप को pride महसूस करवाने की feeling है। आप हमेशा अपना ego खुद ही बनाते हैं और ego न तो अच्छा है और न ही बुरा, यह सिर्फ self-awareness की कमी का नतीजा होता है। जैसे-जैसे आप aware होते जाते हैं, ego दूर हो जाता है।आपका ego चाहता है, की आप कोई महान काम करे और बदले मे कुछ अच्छा हासिल करे, ताकि आप अपनी पहचान बना सके।

इसका फायदा कई companies भी उठाती हैं, क्योंकि उन्हें पता होता है, की लोग सिर्फ product को खदरीने की बजाय, उनसे जुड़ा हुआ  emotion खरीदते है। मतलब वो शांत रहते हुए, अपने status को बढ़ाना चाहते है, इसलिए वो emotion से relate करके, अपने advertisement करते हैं।

Master Your Emotions Summary

किसी की ज़रूरत का एहसास करना भी ego की वजह से होता है- मतलब जब आपको पता चल जाता है, की आपको किसी की ज़रूरत नहीं है, तो आप उनकी company का मज़ा लेते है और उनसे कुछ लेने की उम्मीद करने की बजाय, उन्हें वैसे ही देखते है जैसे की वो हैं। आपके  ज्यादातर emotions आपकी ज़िन्दगी और आपके दुनिया को देखने के तरीके पर based होते हैं।

जैसे-जैसे आप अपनी situation को एक ज्यादा मज़बूत situation के साथ बदलते हैं – उसी समय, चीजों, लोगों या विचारों के तरफ अपने लगाव को छोड़ते हुए – आप ज्यादा positive emotions को महसूस कर सकेंगे।

Ego कभी satisfied नहीं होती है, यह हमेशा ज्यादा चाहती है। ज्यादा fame, ज्यादा respect, ज्यादा पहचान। जिससे आप कभी भी emotionally strong नहीं बन पाते है।

अपनी ego को ख़त्म करके emotionally strong बनने के लिए, आपको अपने doubts के जवाब देने के लिए समय निकालना होगा – क्योंकि जब आप अपने सभी doubts को clear कर देंगे, तो आप satisfied हो जायेंगे और emotionally शांत रह पाएंगे।

Chapter 3: भावनाओं की प्रकृति।

हमारे emotions हर पल बदलते रहते है, कभी आप खुश होंगे और कभी दुखी। लेकिन आप अपने emotions को control कर सकते हो। अगर आप हर समय खुश रहने की उम्मीद करते हैं तो आप failure के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं। क्योंकि ऐसी उम्मीद करके जब आप खुश नहीं हो पाते, तो खुद को दोष देते हैं। जबकि सच्चाई यह है कि हमारे emotions बदलते रहते हैं, इसलिए आप कभी खुश रहेंगे तो कभी थोड़ा उदास, ये होना natural है।

Author बताते हैं कि, आपके  negative emotions ख़राब या बेकार नहीं होते है। बल्कि helpful हो सकते हैं। क्योंकि कभी-कभी, ऊंचाई पर पहुंचने से पहले, आपको नीचे देखने की ज़रूरत होती है। यहां तक कि दुनिया के सबसे मज़बूत लोग भी कभी कभी उदास हो जाते हैं। Elon Musk ने कभी नहीं सोचा था, कि वो mentally टूट जायेंगे, लेकिन ऐसा हुआ और वो उससे बाहर भी निकले।

ठीक इसी तरह negative emotions अक्सर एक objective को पूरा करने में हमारी मदद करते हैं। अगर आप देख सकें और समझ सकें, तो वे आपको अपने बारे में कुछ positive सीखने में मदद करते हैं। आपके emotions आपको कमज़ोर नहीं करते, बल्कि ये आपको मुसीबतो से लड़ने मे मदद करते हैं। आपको बस उन चीज़ो को दूर करना है, जो आपको उदास कर रही है और उन पर ज्यादा ध्यान देना है, जो आपको मजबूत और खुश करती है – फिर आप अपने emotions को positive तरीके से महसूस करेंगे।

इसलिए, जब आप negative emotions को महसूस करे, तो उस पर ध्यान दे। इससे आपको पता चल जायेगा की परेशानी क्या है?  ऐसे में आपको तय करना है, की आप कोई गलत कदम उठाना चाहते है या शांत होकर सही फैसले लेना चाहते हैं। इस तरह अपने emotions को control करके, आप हर दिक्कत का सामना कर सकते है और उसके positive emotions को महसूस कर सकते है। ये सब कुछ हमारे emotions को influence करने वाले components के कारण होता है, जिसे हम अगले chapter मे जानेंगे।

Chapter: 4 आपके mood पर नींद का प्रभाव।

हमारे emotions मज़बूत होते है, और यह हमारे जीवन को कई तरह से influence करते हैं, आप कैसा महसूस करते हैं, क्या करते हैं, दूसरों के साथ कैसे behave करते हैं, यह सब आपकी emotions पर depend करता है। और बहुत से emotions को आप खुद पैदा करते है। जिनमे नींद की कमी negative emotions की वजह है। नींद की कमी mood को काफी हद तक affect करती है, जिसमे आप गुस्सा, उदास, चिड़चिड़ेपन की negative emotions को महसूस करते है।

नींद की कमी से मरने का खतरा भी बढ़ जाता है। Research में पाया गया है, कि रात में छह घंटे से कम सोने वाले लोगों में, सात से नौ घंटे के बीच सोने वाले लोगों की तुलना में, 13% मरने का ख़तरा ज्यादा होता है। अगर आप भी सिर्फ 6 घंटे से कम सोते है, तो जल्द से जल्द इन तरीको का इस्तेमाल कर अपनी नींद मे सुधार करें।

  • अपने सोने के कमरे को गहरे रंग से paint करे। क्योंकि कई research से पता चलता है, कमरा जितने गहरे रंग का हो, नींद उतनी ही अच्छी आती है। आप पर्दो का भी इस्तेमाल कर सकते हो।
  • Late night में, electronic tools के इस्तेमाल से बचें। जैसे : smartphone, tablet, TV आदि। Sleep foundation organization के according, हमारे छोटे electronic tools भी दिमाग के balance को बिगाड़ने और ज्यादा देर तक जागने को बढ़ावा देते हैं।
  • अपने दिमाग को आराम दे | सोते समय किसी काम के बारे में न सोचे। 
  • बिस्तर पर जाने से 2 घंटे पहले से, बहुत ज्यादा पानी न पिए।

Chapter: 5 अपनी emotions को प्रभावित करने के लिए अपने शरीर का उपयोग करें।

जैसा की Amy Cuddy कहती है: “ हमारा शरीर हमारे दिमाग को बदल देता है, हमारा दिमाग हमारे behavior को और हमारा behavior हमारे results को बदल देता है।” इसी तरह अपनी body language और अपने शरीर के Posture को बदलकर, आप अपने महसूस करने के तरीके को बदल सकते है। जब आप confident या खुश होते हैं, तो आप अपने शरीर को ज्यादा respect देते हैं, जिससे ख़ुशी और Confidence दोनों बढ़ते हैं।

अपने एक experiment में Amy cuddy ने बताया, कि जिन participants ने सिर्फ दो minute के लिए एक high power Posture को अपनाया, उनमें confident और powerful लोगों के लक्षण नज़र आये। उन्होंने harmonal changes पर ध्यान दिया।

Master Your Emotions Summary Hindi

दो minutes तक high power pose अपनाने के बाद

  • Testosterone की 25% बढ़ोतरी हुई
  • Cortisol में 10% की कमी हुई, और

दो minutes तक low power pose अपनाने के बाद

  • Testosterone 10% की कमी
  • Cortisol में 15% की बढ़ोतरी हुई, 

इससे यह साफ़ पता चलता है, कि आप सिर्फ अपने posture या अपने चेहरे के expression को बदलकर, अपने महसूस करने के तरीके को बदल सकते है | खुद से negative बोलने के बजाय, खुद से कहे, मैं खुश हूँ, मैं अपने सपने पूरा कर सकता हूँ।

इसी तरह positive होकर, सच मे आप खुश भी हो सकते हैं। साथ ही अगर आप रोज़ाना workout करते है, तो आपके शरीर के साथ आपका mood भी अच्छा होता है | इसलिए हर रोज़ कम से कम 10 minutes से लेकर 30 minutes तक workout जरूर करें। 

Chapter: 6 अपनी emotions को प्रभावित करने के लिए अपने विचारों का उपयोग करना।

जैसा की Ralph Waldo Emerson कहते है, आप वही बन जाते है जो आप रात – दिन सोचते रहते है। इस लिए  वही सोचे जो आप सच करना चाहते है। इसके लिए meditation का इस्तेमाल करें। पूरी तरह से रोज़ाना meditation करने से, आप अपने emotions को influence कर सकेंगे। Gratitude, excitement, या ख़ुशी जैसे positive emotions के साथ जीने के लिए visualisation करें, इससे आप अपने दिमाग को ज्यादा positive emotions का experience करने के लिए तैयार कर पाएंगे, ताकि यह automatically आपकी मनचाही चीज़ों और feelings को आपकी तरफ attract करे।

Chapter: 7 अपनी emotions को प्रभावित करने के लिए अपने शब्दों का उपयोग करना।

आपके शब्दों का आपकी सोच और behaviour पर उतना ही effect पड़ता है, जितना आपकी feelings का आपकी जिंदगी पर। क्यूंकि आपके विचार, शब्द और behaviour, आपस मे जुड़े होते है और एक – दूसरे को influence करते है। जब आप uncertanity के साथ कोई काम करते है, तो आपके अंदर self confidence की कमी होती है। और इसके opposite जब आप पक्के इरादे से कुछ करते हैं, तो confidence और ध्यान बढ़ जाता है, जिससे results में फर्क दिखाई देता है।

इसलिए अपने self – confidence को बढ़ाने के लिए, खुद पर भरोसा करे और पक्के इरादे से फैसले ले।अपने confidence को बढ़ाने के लिए, खुद पर doubt करने वाले शब्दों को उन शब्दों के साथ बदल दें, जिन्हें बोलने से आप confident महसूस करते हैं। 

इसके लिए इन शब्दों को ज्यादा से ज्यादा avoid करने की कोशिश करें।

  • हो सकता है।
  • शायद हो सकता है।
  • अगर सब कुछ ठीक हो जाता है।

इसके बजाय इन शब्दों का इस्तेमाल करें।

  • मैं करूंगा
  • मैं कर सकता हूँ 
  • बिल्कुल
  • बेशक
  • ज़रूर

इसी तरह positive शब्दों का इस्तेमाल कर अपने emotions को Influenced करे।

Chapter: 8 आपकी सांसें आपकी emotions को कैसे प्रभावित करती हैं? 

आप खाना खाए बिना 2 दिन तक रह सकते है, लेकिन साँस लिए बिना आप कुछ minutes तक भी ज़िंदा नहीं रह सकते। लेकिन बहुत से लोग ये भी नहीं जानते, की ठीक से सांस कैसे ली जाये – इसलिए वो negative emotions मे फस जाते है। सही तरीके से सांस लेने से आपको अलग – अलग तरीकों से फायदा होता है। साँस को धीमा करने से चिंता को कम करने में मदद मिलती है। 

Breathewalk: Breathing Your Way to a Revitalized Body में, गुरुचरण सिंह खालसा और योगी भजन ने, धीमी सांस लेने से कई फायदों को बताया है :

हर minute में आठ बार साँस की cycle : stress से राहत और जागरूकता को बढ़ाती है।

हर minute में  चार साँस की cycle : जागरूकता के तेज emotions को बढ़ाती है।

हर minute में  एक साँस की cycle से दिमाग से चिंता और डर शांत हो जाता है।

सांस लेने के फायदों के बारे में practically समझने और अपना mood बदलने के लिए सांस लेने के इन तरीकों को implement करें।

इसी तरह आप अपनी emotions को control कर सकेंगे।

अब आपने emotions को influenced करने वाले तरीकों को जान लिया, जब आप अपने emotions को influenced करना सीख जाते है तो emotions को control करना भी आसान होता है | अब हम जानेंगे कि, अपनी emotions को कैसे बदला जाए? 

Chapter 9: Master Your Emotions से अपनी emotions को कैसे बदलें?  

Emotions को बदलने के लिए आपको जानना होगा की Emotions कैसे बनते है? जितना ज्यादा आप अपने मन से दुखी होंगे, उतना ही ज्यादा आप असल में दुखी महसूस करते हैं। आप जितना ज्यादा सच्चाई को accept करते हैं, उतना ही ज्यादा आप दर्द कम महसूस करते हैं। बहुत कम लोग जानते है, की हमारे emotions कैसे बनते है।

Master Your Emotions Summary

Emotions दो तरह के होते हैं – पहले वो जिन्हे आप बिना मतलब के imagination से बनाते है।

दूसरे emotions वो है जो आप सोच कर और पहचान कर अपने मन मे पैदा करते है। मतलब एक ही विचार के बार – बार आने से, वो मज़बूत emotions बन जाते हैं और जब भी आप किसी चीज़ के बारे मे कम सोचने लगते है, तो आपके emotions कमज़ोर होने लगते है।

इसी तरह आपके emotions बनते और बदलते रहते हैं।

याद रहे, लोग आपको आपके emotions से ही पहचानते है, क्यूंकि आप इन्ही के ज़रिए behave करते है | इसलिए positive सोचे, positive emotions बनाए और आप लोगो के सामने अच्छा behave कर पाएंगे।

ऐसा करने के लिए कुछ ज़रूरी बातों का ध्यान रखे। 

  • अतीत की negative emotions पर ध्यान न दें, बल्कि positive incidents को याद करें। 
  • आज में आपको ख़ुशी और positivity में support करने वाली feelings को अपनाएं। 

Chapter 10: अपनी feelings को जाने दो।

एक बात तो तय है, की आपके विचार और emotions, आपका भविष्य तय करेंगे। क्योंकि हम वही बनते है – जो हम सोचते है, इसलिए आपको अपने विचारों को ध्यान से चुनना है। इससे आप अच्छे विचारों के साथ, अपने दिमाग को positive महसूस करने मे successful हो सकेंगे।

सबकी ज़िन्दगी  में छोटी – बड़ी यादें होती है। इसलिए अभी उस याद को सोचे, जिससे आपको ख़ुशी मिल रही है और जब भी आपको बुरा महसूस हो, तब उस अच्छी याद को सोचकर अपनी बुरी emotions को दूर करे।

अपने negative emotions को दूर करने के लिए, इन ज़रूरी steps को आजमाए। 

  • एक emotion पर ध्यान दे, जिस पर आप काम करना चाहते हैं ताकि आप बेहतर महसूस कर सकें। यह एक ‘बड़ा’ emotion हो ऐसा ज़रूरी नहीं है। यह काम करने का मन न करना, या किसी बात को लेकर हल्का नाराज होना भी हो सकता है।

Step 2: अपने आप से इनमें से कोई एक सवाल पूछें।

  • क्या मैं इस emotion को जाने दे सकता हूँ?
  • क्या मैं इस emotion को रोक सकता हूँ?
  • क्या मैं इस emotion का अपना सकता हूं?

Step 3:  फिर अपने आप से पूछें। 

  • क्या मैं इस emotion को जाने दूं?
  • क्या मैं इस emotion को रोक लू ?
  • या क्या मैं इस emotion को अपना लू?

खुद की तरफ ईमानदार रहते हुए, हर सवाल का जवाब हां या ना में दें। क्या आपको ऐसा लगता है, कि आप emotions को जाने दे सकते हैं/रोक सकते हैं/या अपना सकते हैं? अगर आपको एक भी सवाल का जवाब ‘नहीं’ मे मिला, तो आप उस emotions को छोड़ सकेंगे।

Step 4: अपने आप से पूछें, “कब”? आपका जवाब होगा, “अभी।” तो उस emotion को तुरंत जाने दें।

Step 5:  अब उस emotion को पूरी तरह से ख़त्म करने के लिए इस process को जितनी बार ज़रूरी हो सके उतनी बार दोहराएं।

जब आप अपनी emotion को जाने देने के लिए सही कदम उठाते है, तो आप एक पूरी नई समझ हासिल करेंगे, कि emotions कैसे काम करते हैं और उन्हें कैसे release किया जाए।

Chapter 11: अपने दिमाग को अधिक positive emotions को महसूस करने के लिए तैयार करना। 

हमने अब तक जाना कि emotions कैसे बनते हैं और हमने एक ऐसा process शुरू किया, जिसका इस्तेमाल करके, आप अपने negative emotions को दूर कर सकते हैं। अब, हम जानेंगे, की अपनी ज़िन्दगी में positive emotions को ज्यादा तेज़ी से महसूस करने के लिए, हमे अपने दिमाग को कैसे organize करना होगा? हमारे पास imagination की power है। 

जिससे हम अपने विचारों का इस्तेमाल चीजों को देखने और महसूस करने के लिए कर सकते हैं। मतलब आप जिन चीज़ो की कल्पना करते है, उसे सच भी कर सकते हैं। इसलिए अपनी ज़िन्दगी मे उन चीज़ो की कल्पना करे, जो आप पाना चाहते है – फिर महसूस करे की उन चीज़ो का साथ होना आपके लिए कितना अच्छा है। जब आप किसी चीज़ की कीमत जान लेते है, तो उसे पाने के लिए ज़रूरी कदम उठाते है, इसलिए, इसी तरह अच्छा सोचे और अच्छा achieve करे।

इसके साथ साथ इन Activities को करें

  • याद करें कि पिछली बार अपने कब negative महसूस किया था।
  • उससे related emotion, जो कुछ दिनों से ज्यादा समय तक आपके दिमाग में चले। 
  • अब, सोचें कि आपने इसे दूर करने के लिए specially क्या किया। 
  • फिर, अपने आप से पूछें, “मैं अपने आप को कैसे बदल सकता था।
  • मैंने emotions को positively influenced करने के लिए, कौन कौन से steps लिए ?”
  • अब उस तरह के actions लेना शुरू कर दें।

Chapter 12: Negative emotions से निपटने के लिए short term और long term solutions

इस बात से फर्क नहीं पड़ता, की आपका आपके मन पर कितना control है, क्यूंकि आप कभी न कभी negative emotions को ज़रूर महसूस करेंगे। इससे निपटने के लिए author ने short और long term solutions बताए है: 

Short-term solutions: 

  • अपने emotional state को बदलें: जब भी आप किसी negative feeling को महसूस करे, तो उस पर ध्यान देने के बजाय, खुद को distract करे। आप किसी और चीज़ पर अपना ध्यान लगा सकते है, जैसे : गाना सुनना, movie देखना, टहलना या चिल्लाना।
  • अपने emotions को बदलने के लिए हर ज़रूरी action ले।
  • अपनी negative emotions को लेकर aware रहे और उन्हें किसी अपने से share करे।
  • थोड़ा आराम करे और महसूस करे की आप कुछ अच्छा करने जा रहे है।

Long-term solutions: 

  • अपने emotions को समझने की कोशिश करे, कि आखिर वो आपके सामने क्यों आ रहे है | उन्हें Observe करे और meditation का इस्तेमाल करके, positive emotions को महसूस करें।
  • अपनी जगह बदले – जहाँ आप अच्छा महसूस करे वहां जाए।
  • रोज़ाना meditation करें, exercise करें, affirmations दोहराएं, gratitude journal बनाएं।
  • अच्छा खाए, 7 – 8 घंटे पूरी नींद ले और आराम करे।
  • अगर आपको फिर भी परेशानी होती है, तो डॉक्टर से सलाह लें, क्योंकि यह depression हो सकता है।

Chapter 13: कैसे भावनाएँ आपको सही दिशा में ले जा सकती हैं?

हालांकि हमारे emotions बदलते रहते हैं पर इसका मतलब यह नहीं है, की यह आपकी ज़िन्दगी मे खास नहीं है। Emotions आपको अपनी ज़िन्दगी को बदलने मे बहुत ज़रूरी role play करते हैं। अपनी personal growth के लिए, आपको अपने emotions की मदद लेनी होगी। जिसमे self-awareness आपकी मदद करेगा।

Master Your Emotions Summary

Self-awareness के बिना, आप अपनी ज़िन्दगी को बदलने के लिए बहुत कुछ नहीं कर सकते, क्योंकि आप किसी problem को तब तक नहीं बदल सकते, जब तक आपको यह एहसास न हो कि वह मौजूद है। 

self-awareness आपको अपने विचारों, emotions और behavior को बिना किसी भेदभाव के देखने में मदद करती है। इसलिए आप जो भी काम करते है, उसकी तरफ aware रहे। जब आप aware रहेंगे, तो emotions को समझना आसान होगा और आप सही emotions को अपनाकर, अच्छे फैसले ले सकेंगे | जिससे लोग आपके बारे में क्या सोचेंगे, यह भी तय किया जा सकेगा।

Chapter 14: लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं इसका ख्याल रखना।

अगर आप अच्छा महसूस करना चाहते है, तो खुद को दुनिया का सबसे ज़रूरी इंसान समझे और अपने लिए हर वो ज़रूरी चीज़ करे, जिससे आप खुद को खुश रख सकते है। ज्यादातर लोग अपने emotions को कम आंकते हैं, कि emotions इतना ज्यादा effective नहीं हो सकते हैं वे असल में कभी नहीं महसूस करते हैं, कि वे अपने emotions का इस्तेमाल, आगे बढ़ने के लिए कर सकते हैं।

इसलिए शायद वो अपनी इस छुपी हुई ताकत का, अपने favour में use ही नहीं कर पाते। इसलिए author suggest करते हैं, कि emotions के बारे में कुछ इस तरह सोचें, कि आपके पास हर situation को solve करने की ताकत है, जिससे आप बहुत ही आसानी से सब कुछ बदल सकते हो।

ठीक इसी तरह जब आप आगे बढ़ना चाहते हैं, खुश रहना चाहते हैं, तो अपनी feelings को वो बताएं जो आप चाहते हैं , ताकि वो उन चीज़ों, लोगों और situations को आपकी तरफ Attract कर सकें और आप उसे हासिल कर सकें। इसलिए अपनी daily life में आप जिन emotions को महसूस कर रहे हैं, उन पर रोशनी डालने के लिए, पूरे एक week की अपनी feelings के रिकॉर्ड को देखें। 

ऐसा करने के लिए एक notebook या download करने लायक worksheet का use करें। आप आज कैसे महसूस करना चाहते हैं और पूरे दिन कैसा महसूस किया, इसे record करने के लिए हर दिन सुबह और शाम को कुछ minute लिखें। और 1 से 10 के scale पर खुद को rate करें, 1 मतलब आपने सबसे बुरा महसूस किया, और 10 मतलब आपने सबसे अच्छा महसूस करना चाहते हैं।

Week के आखिर में, अपने आप को Total Marks दें और इन सवालों के जवाब दें

  • आपने किन Positive emotions को महसूस किया?
  • आपने किन negative emotions को महसूस किया?
  • इन emotions का क्या कारण है? 
  • अच्छे emotions को दोबारा feel करने के लिए क्या करना जरूरी है। 
  • Negative Emotions को avoid करने के लिए किन विचारों, और कामों को avoid करना है

जवाब मिलने पर Improvement के लिए काम करे। इसके अलावा author कहते हैं कि, इसके साथ साथ कुल मिलाकर अपनी ज़िन्दगी मे आगे बढ़ने मे self – respect का होना बहुत ज़रूरी है। इसलिए self – respect को बढ़ाने के लिए consious होने की कोशिश करें, खुद की ज़िम्मेदारी ले, अपने objectives के साथ – ईमानदारी और सच्चाई से रहने की कोशिश करें।

जब आप इन चीज़ो को develop कर लेंगे, तो आप खुद की respect करेंगे और लोग भी आपकी respect करेंगे और आप automatically अच्छा महसूस करेंगे। 

Chapter 15: प्रेरणा की कमी

Motivation की कमी का होना आमतौर पर एक signal है, कि आपके पास आगे बढ़ने के लिए एक compelling vision नहीं है। अगर आप लगातार आगे बढ़ना चाहते हैं।, तो आपको ज्यादा motivate रहना होगा।  इसलिए यह ध्यान रखे, कि आप रोज़ाना motivation का फायदा उठाते हैं, आपको अपनी ताकत, personality और preferences का गहरा ज्ञान होना ज़रूरी है। 

Motivate रहने के लिए inspirational कहानियाँ पढ़े और motivated लोगो के साथ रहे। जब भी आप कभी किसी काम को पूरा करने में अटका हुआ महसूस करें, तो इन steps को follow करे

  • उन सभी काम की list बनाएं जिन्हें करने की ज़रूरत है।
  • एक ऐसे काम की पहचान करें जिसे आप टाल रहे हैं।
  • अब उस काम को पूरा करें।

साथ ही अपने success के बीच आने वाली रुकावटों को दूर करने के लिए इन ज़रूरी steps को follow करे। 

  • उन सभी काम या project की list बनाएं जिन्हें आप पूरा करना चाहते हैं।
  • उन्हें पूरा करने के लिए एक Specific time decide करें। अगर किसी काम को करने के लिए ज्यादा time की ज़रूरत हो तो ज्यादा time लें। वरना अपना काम जल्द – से – जल्द पूरा करें।
  • बड़े project को करने के लिए, अगले कुछ दिनों या हफ्तों में, पूरा होने तक सिर्फ एक project पर ध्यान दे।
  • अपने कुछ project को reschedule करे, या जो ज़रूरी न हो उन्हें छोड़ दे।

इस तरह आप time पर अपने काम को पूरा कर सकेंगे और अपनी ज़िन्दगी मे  पूरे motivation से आगे बढ़ सकेंगे। आप इस किताब के पूरे process के जरिए, आसानी से अपने emotions पर control कर सकते है और अपनी ज़िन्दगी मे आगे बढ़ सकते है। याद रहे आपके emotions बदलते हैं और आप वही बनेंगे जो सबसे ज्यादा सोचते है, इसलिए बिना चिंता किये positive सोचे और अपनी ज़िन्दगी मे आगे बढ़ने के लिए तैयार हो जाए। 

निष्कर्ष 

इस किताब से हमने अपने emotions की ताकत के बारे मे जाना। हमारे emotions बदलते रहते हैं इसलिए अपने emotions को influence करने वाले तरीकों का इस्तेमाल करके, हम अपने emotions को control कर सकते है। साथ ही अपने emotions को बदलने के लिए healthy रहे, positive रहे और खुद पर भरोसा रखें। याद रखे आप वही बनेंगे जो सोचते है, इसलिए positive सोचे और अपने emotions पर control के साथ आगे बढ़े।

इसी के साथ जब आप अपनी emotions पर control करना सीख जायेंगे तो आप अपनी ज़िन्दगी मे successful हो सकते है और वो सब हासिल कर सकते है जो आप चाहते है। हम उम्मीद करते हैं आपने किताब को अच्छे से समझ लिया होगा और अपनी ज़िन्दगी मे आगे बढ़ने के लिए आप अपने emotions को control करने के तरीके का इस्तेमाल करेंगेl

Master Your Emotions (किताब समीक्षा)

“Master Your Emotions” एक transformational self help किताब है जो readers को उनकी emotions पर control करने की capacity प्रदान करती है। यह practical exercises और दिलचस्प guidance के साथ emotional intelligence के लिए एक guide present करती है, जो healthier relationships और personal development को nourish करती है। यह एक ऐसी किताब है जो Satisfaction और empowerment की खोज में विचार करने वाले हर किसी के लिए compulsory है।

Contents

2 thoughts on “Master Your Emotions Summary (हिन्दी)”

Leave a Comment