10% Happier Summary

10% Happier (हिन्दी)

एक ऐसी दुनिया में आपका स्वागत है जहां skeptics seekers बन जाते हैं और खुशी practical मोड़ लेती है।  Stress और distractions वाले इस age में, meditation की power का पता लगाने का समय आ गया है।मैं स्वयं एक समय skeptic था, लेकिन जीवन बदलने वाले एक experience ने मुझे inner peace find करने  की journey पर प्रेरित किया।  "10% Happier" मेरा honest opinion है कि कैसे meditation ने मेरे जीवन को बदल दिया।  यहां कोई quick fix या esoteric teachings नहीं है, बस busy skeptics के लिए एक practical guide है।  Meditation केवल monks के लिए नहीं है - यह modern chaos से निपटने, stress कम करने और सच्ची खुशी पाने का एक tool है।  आइए इस journey को एक साथ शुरू करें - एक समय में एक सांस।  जानें कि 10% Happier होने का वास्तव में क्या मतलब है।

Dan Harris द्वारा लिखित 10% Happier आपको meditation के माध्यम से अधिक खुशी और शांति पाने की दिशा में एक transformative journey पर ले जाती है।  क्या यह किताब आपको meditation के बारे में doubts को दूर करने में मदद कर सकती है?    क्या आप mindfulness के benefits और आपकी भलाई पर इसके प्रभाव के बारे में जान सकते हैं? 

क्या यह clarity और शांति चाहने वालों के लिए valuable insights और tools share कर सकता है?  क्या आप meditation techniques और mindfulness के पीछे के science का पता लगा सकते हैं? अगर आप भी यही सब सोच रहे हैं तो आप अकेले नहीं हैं और इन्हीं सब सवालों के जवाब जानते हैं 10% Happier किताब के बारें में जिसे Dan Harris ने लिखा है।

परिचय

ये meditation पर लिखी गई अब तक की Best किताबों में से एक है। इस किताब  में writer हमें meditation की importance को समझाते है, वह बताते है कि आप कैसे meditation और mindfulness को practice करके  अपने जीवन  में और 10% Happier, यानि happy हो सकते है. यहाँ mindfulness का मतलब अपने दिमाग को भरना नही है, बल्कि mindfulness एक ऐसी state या feeling होती है, जब आप अपने आस-पास की हर चीज़ को महसूस करने लग जाते है, जैसे की हवा को महसूस करना या फिर चिड़िया की आवाज़ को गौर से सुनना।

10% Happier Summary Hindi

James Clear, bestselling किताब, Atomic Habits के author हैं। उन्होंने इस किताब को पढ़ा और इसके बारे में अपने ideas को इस तरह बताते हैं। “Meditation के बारे में मेरे पहले के belief गलत थे।अब मेरे experience में, Meditation आपको 10% ज्यादा खुश करता है।”

 एक बार Swami Vivekananda जी से एक सवाल पूछा गया, क्या कोई ऐसी चीज है, जिसे आप जिंदगी भर करना चाहते हैं। उन्होंने जवाब दिया, ध्यान। तो आप सब समझ ही सकते हैं, ध्यान हमारे जीवन का कितना महत्वपूर्ण हिस्सा है।

कुछ चीजों से लगता है, कि वे हमारी personality का  हिस्सा हैं, जैसे तेज गुस्सा या moody behaviour आदि। लेकिन reality में यह सीखे हुए skills हैं, personality की fix qualities नहीं हैं। बहुत से लोग मानते हैं कि अपनी field के top पर बने रहने के लिए अपने goal के बारे में tension लेनी चाहिए और चिंता करनी चाहिए लेकिन खुश रहकर काम करने से आप journey को enjoy कर सकते हैं।

जीवन  में कई improvements से बहुत कम फर्क पड़ता है। सिर्फ इसलिए कि आप सब कुछ एक बार में नहीं बदल सकते, इसका मतलब यह नहीं है कि आप बेहतर नहीं हो सकते। ज्यादातर मामलों में, आप सिर्फ एक activity से बहुत कम growth देखेंगे। एक exercise बहुत कम मात्रा में muscles बनाती है, लेकिन लम्बे समय तक करने से यह सभी muscles को मजबूत बना देती है। ऐसे में अगर आप बहुत छोटे results achieve करते हैं, तो कुछ गलत नहीं कर रहे हैं। 

कई strategies शुरुआत में छोटे results ही देती हैं और उन्हें लंबे समय तक लगातार बनाए रखने की जरूरत होती है। किताब में, Harris इस बारे में एक comment करते हैं, कि ख़ुशी के लिए किये गए कामों की कोई सीमा नहीं है। इससे थोड़ा बदलाव आता है, लेकिन बदलाव जरूर आता है। ख़ुशी की कुंजी इन रोज़ के छोटे छोटे बदलावों को accept करने में हैं।

Meditation आपके Mind को balance में रखने के लिए useful है। इसे करने के लिए अपनी सांस पर ध्यान दें, धीरे धीरे सांस अंदर लें और बाहर छोड़ें, फिर इसे वापस दोहराएं। Meditation करने के लिए कहीं आराम से बैठें, रीढ़ की हड्डी सीधी रखें, किसी एक जगह पर focus करें, और जब भी आप focus खो दें तो अपना ध्यान वापस अपनी सांस पर ले आएं। Meditation आपको एक पल के लिए अपने monkey mind को शांत करने में मदद करती है।

10% Happier Summary By Dan Harris

Mindfulness में बिना emotional attachment के यह देखें कि बाहर और आपके अंदर के विचारों की दुनिया में क्या हो रहा है। Mindfulness किस चीज़ पर कितना react करना है इस बारे में aware करता है।

बहुत लोग चिंता करते हैं कि अगर वे meditation करेंगे तो वे अपनी बनायीं हुई previous self image खो सकते हैं और बेहतर बनने के लिए inspire नहीं होंगे। लेकिन Mindfulness का मतलब अपने बारे में aware होना है। इसमें आप अपने आस-पास चल रही चीजों और उन emotions को पहचानते और accept करते हैं जिन्हें आप महसूस कर रहे हैं।

Mindfulness से आप emotion को आपके जीवन का सब कुछ चलाने देने के बजाय, इस emotional circle से बाहर कदम रखते हैं और इसे दूर से देखते हुए control करते हैं। Mindfulness होने से जीवन में problems नहीं बदलतीं। आपको अभी भी action लेने की जरूरत होगी, यहाँ lesson यह है कि mindfulness आपको अपनी जीवन में problems पर react करने के बजाय response करने की permission देता है। React का मतलब है जीवन में प्रॉब्लम आने पर बिना सोचे समझें react करना, जबकि response में आप सोच समझकर solution के लिए proper response देते हैं।

इस दुनिया में हम जो कुछ भी experience करते हैं वह एक filter यानी हमारे दिमाग से होकर गुज़रता है और हम यह देखने के लिए बहुत कम समय बिताते हैं कि यह कैसे काम करता है। Mindfulness आपको ज्यादा flexible सोच वाला इंसान बना  देगी, लेकिन यह सभी परेशानियो का इलाज नहीं है, जो आपकी सभी परेशानियों को ठीक करे या जीवन में stress को दूर करे। इसके लिए आपको ख़ुशी बढ़ने वाली activities करनी होंगी। Harvard के एक research से पता चला है कि positive चीज़ों पर attention देने वाले लोगों में happy harmones बढ़ते रहते है।

Dalai Lama का selfishness पर एक principle है, कि मूर्ख selfish बनने के बजाय समझदार selfish बनने की कोशिश करें। मूर्ख selfishness तब होती है जब आप सिर्फ अपने फ़ायदे के लिए selfish बन जाते हैं और उस तरह की activities पर ध्यान देने लगते हैं। समझदार selfishness तब होती है जब आप दया दिखाते हैं और दूसरों की मदद करते हैं क्योंकि इससे आपके साथ साथ दूसरे को भी फायदा होता है और आपको अच्छा महसूस होता है।

इसलिए अब से लोगों से आँख मिलाएँ और मुस्कुराएँ। यह आसान सी आदत आपको हर दिन दूसरों के साथ ज्यादा जुड़ाव का अहसास करवाने के साथ ही बेहतर महसूस कराएगी। 

Mindfulness का मतलब सिर्फ चीज़ों को होते हुए देखना ही नहीं है बल्कि aware होना है, कि क्या हो रहा है और कैसे ठीक किया जा सकता है। Mindfulness का मतलब है कि आप चीजों को ठीक करने के लिए action लें और अपनी best qualities से उसे ठीक करने की कोशिश करें। सफलता के लिए कोशिश करना तब तक ठीक है जब तक आप यह महसूस करते हैं कि results की बजाय actions आपके control में है। इसलिए जितना हो सके ambitious बनें और result oriented actions लें। इससे flexible mindset रखना, खुश रहना और results खराब होने पर वापस bounce back करना आसान हो जाता है।

इस किताब को गहराई में समझने के लिए हम इस किताब को 8 chapters में discuss करते हैं। तो चलिए शुरू करते है।

Chapter 1 mindfulness क्या होता है?

इस किताब के author Dan Harris एक news anchor है, वह बताते हैं कि वह अपनी news anchoring के दौरान बहुत सारे show किया करते थे, जिसकी वजह से उनके दिमाग में पूरा दिन वह news ही घूमा करती थी, ऐसे में उन्होंने एक दोस्त से पूछा कि उन्हें इस से छुटकारा पाने के लिए, अपने दिमाग को relax करने के लिए क्या करना चाहिए, तो उसने कहा आपको mindfulness को practice करना चाहिए।

उस समय author को भी mindfulness का मतलब नहीं पता चला था, जैसे की अभी भी बहुत से लोगों को mindfulness का मतलब नहीं पता है। दोस्तों mindfulness एक ऐसी चीज है जो आपके दिमाग को शांत करती है यह meditation से थोड़ी सी अलग है।

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Mindfulness में आप अपने आसपास की चीजों को महसूस करने लग जाते हैं और अपने अंदर जाकर समझते हैं, कि आप क्या-क्या चीजें सही कर रहे हैं और क्या-क्या चीजें गलत कर रहे हैं।

हमारे  जीवन में अक्सर यह होता है, जब हम अपने past और future की tension के चक्कर में अपने आज को भूल जाते हैं। हम भूल जाते हैं कि हम कहां हैं क्या करने के लिए बने हैं और क्या कर रहे हैं ऐसी चीजों में हम अपने बारे में सोचना भूल जाते हैं। इन्हीं चीजों से छुटकारा पाने के लिए mindfulness बना है, जिसमें आप कुछ देर बैठ कर यह सोचते हैं, कि आप अपने आज को कैसे अच्छा बना सकते हैं। और कैसे आप अपने आज को खुलकर जी सकते हैं। आइए हम समझते हैं कि आखिर यह mindfulness को करते कैसे हैं।

सबसे पहले आप एक खुली जगह पर बैठ जाइए।

अपने शरीर  को पूरा सीधा रखिए। अपनी रीड की हड्डी को सीधा रखिए।

अपने पास एक timer लगाएं. अगर आप इसे पहली बार या फिर इस से कुछ दिनों से ही कर रहे हैं तो सिर्फ 5 से 10 मिनट का timer लगाएं जो आपके लिए बेहतर रहेगा।

अपने शरीर पर ध्यान दीजिए, महसूस कीजिए कि आपके पैर क्या कर रहे हैं, आपके हाथ क्या कर रहे हैं। अपने शरीर की energy को महसूस कीजिए।

अपनी breathing यानी अपनी सांस पर ध्यान दीजिए। यह देखिए की आप 1 मिनट में कितनी बार सांस ले रहे हैं?

अपने दिमाग में जोर डालिए और सोचिए आपका दिमाग इस समय क्या सोच रहा है? 

अपने अंदर तक जाकर समझे कि आप क्या-क्या चीजें सही कर रहे हैं, और क्या-क्या चीजें गलत? 

इन सभी चीजों को practice करने के बाद आप अपने शरीर को हल्का महसूस करेंगे। आपको ऐसा लगेगा कि आपके मन से बहुत बड़ा बोझ हल्का हो चुका है। यह करने से आप अपने आप को ढंग से जान पाएंगे। आप समझ पाएंगे कि आप क्या चीजें सही कर रहे हैं और क्या चीजें गलत कर रहे हैं और आप अपने आज को खुलकर जी पाएंगे। आप यह चीज पता लगा पाएंगे कि आपको अपने future के लिए आज क्या क्या कदम उठाने चाहिए।

Chapter 2 आज में रहना सीखें।

हमें हमेशा अपने आज में जीना चाहिए. ज्यादातर लोग अपने आज को अपना दोस्त नहीं दुश्मन समझते हैं। अगर उनका समय अच्छा नहीं चल रहा है, तो वह अपने समय को दुश्मन समझते हैं और ज्यादातर लोग जिंदगी में इसीलिए fail होते हैं, क्योंकि उनका अपने आज को देखने का नजरिया ही गलत हैl अगर आप अपने आज में struggle कर रहे हैं, किसी चीज को पाने के लिए जूझ रहे हैं, तो उस चीज को अपना दोस्त बनाए।

उस चीज से हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश करें, क्योंकि जिंदगी में सब कुछ पुराना हो जाता है, लेकिन आप की सीखी हुई चीजें कभी भी पुरानी नहीं होंगी। इसलिए आप अपने आज से, अगर वह अच्छा चल रहा है तो बहुत अच्छी बात है, अगर आपका आज अच्छा नहीं चल रहा है, तो उससे हर दिन कुछ ना कुछ नया सीखे। इस चीज को एक example से समझते हैं।

मान लीजिए आप कोई business की opportunity या फिर एक job का promotion खो देते हैं, वह किसी और को मिल जाता है। आपको लगता था कि वो आपको मिलना चाहिए था क्योंकि आप उसे deserve करते थे लेकिन वह किसी और को दे दिया जाता है, इस बात को सोचकर ज्यादातर लोग बहुत ज्यादा परेशान हो जाएंगे। कुछ लोग depression में चले जाएंगे और कुछ तो उस काम को ही छोड़ देंगे, इसके बजाय आप इसको एक दूसरे नज़रिये से देख सकते हैं। आप इसको एक lesson एक learning के तौर पर महसूस कर सकते हैं। 

10% Happier Summary English

आप इस चीज का पता लगाएं कि जिसको यह promotion दिया गया है, उसमें और आप में क्या फर्क है? अपनी गलतियों को ढूंढो और दोबारा दुगनी मेहनत से दूसरे मौके या दूसरे promotion के लिए काम करो। ताकि अगली बार वह चीज आपको जरूर मिलें। अगर आप अपना approach चीजों के लिए इस तरीके से रखेंगे, तो आप जरुर सफल होंगे।

Chapter 3 Past और future की चिंता।

अक्सर tension young generation में देखी जाती है जो अभी अपना career बनाने बनाने वाले हैं। उनको हमेशा यह लगता है कि अगर हम कुछ अलग हटके सोचेंगे या कुछ अलग करने की कोशिश करेंगे, तो हम उसमें fail हो जाएंगे, जिसकी tension में वह कभी कुछ अच्छा करते ही नहीं है।

Example के लिए, अगर वह कोई ऐसा course करना चाहते हैं जिसे ज्यादा लोग नहीं करते और उसमें अपना career बनाना चाहते हैं, तो उनके घर वाले उन्हें वह करने से मना कर देते हैं और कहीं ना कहीं उन्हें भी मन में डर होता है कि अगर हम इसे करेंगे, तो पता नहीं future में हम इसमें कुछ अच्छा कर पाएंगे कि नहीं, जो कि गलत है। 

Author बताते हैं कि जब उन्हें journalism पढ़ना था तो उनके घर वालों ने उनको बहुत मना किया लेकिन उन्हें पता था कि वह उनका passion है और वह उसमें कुछ ना कुछ कर ही लेंगे। इस वजह से उन्होंने अपने मन की सुनी और यह किया। अब कुछ सालों बाद Author एक अच्छे news anchor बन चुके हैं और अब अपनी किताब भी लिखते हैं।

हम अक्सर तकलीफों में तब आते हैं जब overthinking करने लग जाते हैं। जब हम जरूरत से ज्यादा सोचने लग जाते हैं। हमें जहां तक रास्ता नहीं दिख रहा होता हम उसके आगे की सोचने लग जाते हैं। ऐसे में हमें अवश्य ही इस परेशानी से बाहर निकलना चाहिए।

अगर आपको अपनी जीवन में कुछ समझ नहीं आ रहा है कि क्या करना चाहिए, कैसे करना चाहिए, आगे क्या होगा, तो आप सबसे पहले जो काम करें उसमे अपना अगला step रखें। अगर आपको बहुत आगे तक नहीं दिख रहा है तो अब कदम दर कदम बढ़ाते जाएं, जिसके बाद आपको आगे का रास्ता दिखने लग जाएगा। 

ज्यादातर लोग यह कदम बढ़ाने से डरते हैं, जिसकी वजह से वह वहीं पर बैठे आगे के रास्ते के बारे में सोचते रहते हैं। और फिर एक समय के बाद उस काम को करने के लिए अपना मन बदल देते हैं। अगर आपको जिंदगी में सफल होना है तो आपको overthinking से बचना होगा। आपको हमेशा अपने अगले step पर focus करना होगा ना कि इस पर focus करना होगा कि बहुत आगे क्या होने वाला है। आप अपने अगले step को अच्छा बनाइए आपका future हमेशा अच्छा ही बनेगा।

दोस्तों author अपने future के बारे में चिंता करने की एक और वजह बताते हैं। वह कहते हैं कि लोग अक्सर अपने आप को भीड़ से compare करते हैं। वह यह सोचते हैं कि अगर यह काम वह नहीं कर पाया तो शायद मैं भी नहीं कर पाऊंगा जो कि बिल्कुल गलत है। दूसरा इंसान वह काम नहीं कर पाया उसके कुछ और कारण होंगे, लेकिन अगर आप उसके कारण से अपने आप को justify कर रहे हैं तो आप गलत कर रहे हैं। अगर आप उस काम को करना चाहते हैं तो पूरी लगन और मेहनत से पूरी dedication के साथ अपने आप को उस काम के लिए तैयार करें आप उसमें जरुर सफल होंगे।

chapter 4 RAI क्या होता है

दोस्तों इस chapter में author कह रहे हैं कि अगर आपका दिन अच्छा नहीं जाता है, अगर आप अपनी जिंदगी में किसी situation से या किसी problem से बहुत ज्यादा परेशान है, या फिर आपको समझ नहीं आ रहा है कि आपके साथ जो परेशानियां आ रही हैं वह क्यों आ रही है तो उसके लिए वह एक तरीका बताते हैं जिसे वह कहते हैं RAI जहां R मतलब recognise, A मतलब allow, I मतलब investigate है।

 इनसे आप पता लगा सकते हैं कि आपकी जिंदगी में आई हुई परेशानियां क्या सच में परेशानी है? और अगर सच में परेशानी है तो आप उससे कैसे छुटकारा पा सकते हैं और कैसे अपने real behaviour में वापस आ सकते हैं, author सभी परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए कुछ टिप्स बताते हैं, आइये उन्हें समझते हैं।

Step 1. पहचानना: सबसे पहला step है पहचानना, अपनी मुश्किलों को पहचाने। जिन्हें आप मुश्किलें बता रहे हैं क्या वह सच में मुश्किल है या फिर आपको अपना comfort zone push करना पड़ रहा है। वह कहते हैं ज्यादातर लोग जिसे मुश्किल समझते हैं वह मुश्किलें होती ही नहीं, बल्कि वह खाली अपने comfort zone से बाहर निकल रहे होते हैं। जिससे उनका मन होने से रोकता है और उसे मुश्किल मान लेता है। तो सबसे पहले अपनी मुश्किलों को पहचानें क्या मुश्किल है भी या नहीं।

Step 2. अनुमति देना: दूसरा step हैं, कि आप अपने दिमाग को शांत रखें और उसे allow करें। यानी उसे permission दें कि वह आपके मुश्किलों को खत्म कर सके। क्योंकि जब आप अपनी मुश्किलों पर ध्यान देना शुरू करेंगे तो हो सकता है कि आपका मन उदास हो जाए आप depress हो जाएं, लेकिन उसमें आपको अपने आप को काबू में रख कर अपनी मुश्किलों को खत्म करना है ताकि वह आपको आगे परेशान ना कर सके।

Step 3. जाँच करना: तीसरा और सबसे जरूरी step हैं investigate करना, मतलब छानबीन करना। इस समय तक आप अपनी मुश्किलों का पता लगा चुके हैं कि वह सच में मुश्किल है या नहीं। अगर हाँ तो उन्हें कैसे solve करना है ? उनको solve करते समय आपको सबसे जरूरी चीज जो अपने दिमाग में रखनी है वह है investigation, आपको पता लगाना है कि यह गलती मेरे सामने किन कारणों से आई। क्योंकि मुश्किल हमेशा इंसान ही पैदा करता है। 

10% Happier by Dan Harris

Past में इंसान से किए गए कुछ काम से ही future में उसे में मुश्किलें आती हैं। इसलिए आप अपनी मुश्किलों को investigate करें और पता करें कि यह मुश्किल क्यों आयी हैं। और फिर यह commitment करें कि आप उन गलतियों को दोबारा नहीं दोहराएंगे, जिससे यह मुश्किल आयी है। ताकि future में वह मुश्किल कभी ना आए।

Chapter 5 अपने महत्वपूर्ण काम को urgent काम में क्यों बदलना जरूरी है?

दोस्तों इस chapter में author अपने important काम को urgent काम में बदलने के लिए कह रहे हैं। इन दोनों को convert करने से पहले हमें समझना होगा कि आखिर important काम और urgent काम में क्या फर्क है। एक important काम वह हैं जिसे करना आपके लिए जरूरी है। और एक urgent काम वह है जो पहले important था लेकिन आपने उसको नहीं किया, जिसकी वजह से अब इस काम को करना आपकी मजबूरी बन चुका है। Author इसको एक example की मदद से समझाते हैं।

हम सभी जानते हैं कि बिजली का bill या पानी का bill भरना कितना जरूरी है। लेकिन कई लोग अक्सर समय पर bill नहीं भरते। या तब भरते हैं जब उसे भरने की आखिरी तारीख जा चुकी होती है। जिस वजह से इसको करना उनकी मजबूरी बन जाता है। और अपने बाकी सभी काम को छोड़कर इस काम को सबसे पहले करना पड़ता हैं। कभी कभी urgent काम से हमारे दूसरे काम बिगड़ जाते है, urgent काम को करने के चक्कर में कई बार हमारे पूरे दिन का routine बिगड़ जाता है जिसका असर दूसरे कामों पर दिखने लग जाता है।

यहां पर author यह नहीं कहना चाह रहे हैं कि आप अपने हर important काम को आखरी समय तक डालें ताकि वह आपका urgent काम बन जाए। बल्कि यह कहना चाह रहे हैं कि हर अपने जरूरी काम को एक urgent काम के नजरिए से देखें। ताकि आप उस काम का समय खत्म होने से पहले ही पूरा करें। इससे आपका काम जल्दी और अच्छी तरह से पूरा होगा। अगर आप एक ऐसे इंसान हैं जिसके पास important से ज्यादा urgent काम है, तो आप कुछ tips को follow करके अपने urgent काम को उसके आखिरी समय तक टालने से पहले ही पूरा कर सकते हैं।

  • सबसे पहली tip हैं, कि अगर आपको बिजली का bill भरना है तो जिस दिन आपके पास bill आये उसको उसी दिन भर दे। ताकि आपकी tension उसी वक्त खत्म हो जाए और यह important काम कभी urgent काम नहीं बन पाएगा। 
  • दूसरी tip हैं कि, आप हफ्ते में एक ऐसा दिन निकाले जिस दिन आप अपने सारे urgent काम को पूरा करेंगे। उस दिन आप सारे वह काम करेंगे जिन्हें करना आपके लिए बहुत जरूरी है। जैसे, bill  को pay करना, घर का किराया और भी जरूरी काम, जिन्हें आप और ज्यादा नहीं टाल सकते, उन्हें आप उसी दिन पूरा करेंगे।

Chapter 6 Journey का enjoy करना शुरू करें। 

इस chapter में author बता रहे हैं कि, आप कैसे एक महान इंसान बनने की journey को enjoy का सकते है। क्योंकि journey को बिना enjoy किए अगर आप एक महान इंसान बन जाएंगे, तो आपके पास नाम के साथ साथ शोहरत और पैसा तो बहुत होगा लेकिन, तब आप अपनी चीजों को enjoy नहीं कर पाएंगे। 

एक survey में पता चला है कि 90% लोग जो business करना चाहते हैं वह खाली इस बात पर focus कर रहे हैं कि जल्दी से जल्दी अमीर हो जाए, ना कि इस पर focus करते हैं कि अमीर होने का जो process है, जो journey है, उसको जी पाए। क्योंकि process ही आपको वह इंसान बनाएगी जो एक successful businessman बनने के लिए जरूरी है।

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 Example के लिए, अगर हम किसी नौसिखिये को आज एक business खोल कर दे दे और बोले कि इसे चलाएं। तो 90% लोग उस business में fail हो जाएंगे। क्योंकि उनके पास business को चलाने का कोई experience नहीं है। वह experience आपके पास तब ही आ पायेगा जब आप अपनी journey को मज़े से जीते हुए सीखते रहेंगे।

अगर आप एक successful इंसान, एक बहुत बड़ा इंसान बनना चाहते हैं तो आपको struggle यानी परिश्रम तो करना ही पड़ेगा। अब उस struggle को आप दो तरीके से कर सकते हैं। 

  • पहला तरीका है जो 90% unsuccessful अपनाते हैं कि, अपने struggle को ऐसे देखते हैं जैसे मुश्किल समय है, जिसमें वह बहुत ज्यादा परेशान है और अपनी परेशानियों को जल्द से जल्द खत्म करना चाहते हैं।
  • दूसरा तरीका है जिसे बचे हुए 10% successful लोग अपनाते हैं। वो अपने struggle को खुशी की नजरों से देखते हैं। वह उसको अपना learning phase कहते हैं। वह मानते हैं कि struggle हमें बहुत कुछ सिखाएगा। 

अगर आज हमारे पास कम पैसे हैं तो पैसे कमाने के बेहतर तरीके सीखकर उन्हें apply करके ज्यादा पैसे कमा पाए। आपको उन 10% लोगों में आना है जो अपने struggle को enjoy कर रहे हैं। जो अपने struggle से हर दिन कुछ ना कुछ नया सीख रहे हैं। अपने struggle को, अपनी journey को enjoy करने के लिए इन तरीकों को अपनाएं :

  • सबसे पहला point है कि, आप सबसे पहले यह पता करें कि आप जीवन में करना क्या चाहते हैं। हो सकता है आप एक successful businessman बनना चाहते हैं, हो सकता है आप एक successful sports player बनना चाहते हैं।
  • दूसरा point है कि, अब जब आप पता लगा चुके हैं कि आपको किस field में जाना है तो उसके लिए struggle करना होगा। अब आपको उस struggle को enjoy करना है। और उससे हर दिन कुछ ना कुछ नया सीखना है। जिससे आप अपनी गलतियों को सुधार सकें।
  • आखरी और सबसे जरूरी point हैं कि, 90% लोग खुद को मिले हुए results से परेशान हो जाते हैं। मान लीजिए आपने कोई business शुरू किया और उसमें आप फेल हो गए तो 90% लोग रोएंगे और उस business को छोड़कर वापस job में चले जाएंगे। वहीं 10% लोग जिस वजह से fail हुए हैं उस वजह को ढूंढ लेंगे, उस पर काम करेंगे और अगली बार दुगनी मेहनत से दोबारा business शुरू करेंगे और वह सफल हो जाएंगे। तो अपनी failure में गलतियां ढूंढकर उन्हें improve करें।

Chapter 7 Let go की practice.

इस chapter में author बताते हैं कि success को पाने के लिए कुछ चीजों का combination चाहिए। आपमें successful बनने के लिए कड़ी मेहनत और focus के साथ साथ कुछ चीजों को छोड़ देने की काबिलियत होनी चाहिए। कई लोगों के मन में यह सवाल आता है, कि अगर हर बार चीजों को जाने देंगे तो हमारे पास क्या बचेगा। अगर हमने मेहनत की और मिली हुई success को जाने दिया तो फिर हमारा इतना समय चीजों में लगाने का मतलब क्या हुआ। अगर आपके मन में यह सवाल उठ रहे हैं तो वह सही है।

मान लीजिए आपने अपना business शुरू किया जिसमें आप दो लोग थे उसमें से एक partner आपको आधे रास्ते में छोड़कर चला गया। जिसकी वजह से आपके business में ढेर सारा loss हुआ। अब यहां दो situations बन सकती है, पहली situation में आप उस आदमी को जाने दें और नए motivation के साथ दोबारा अपना business शुरू करे। दूसरा है उस आदमी को ढूंढे जिसकी वजह से loss हुआ था और जितने का loss हुआ उससे उतना पैसा वसूल करें। ज्यादातर लोग दूसरा तरीका अपनाते हैं, लेकिन ऐसा करने से आपके अंदर गुस्सा और अहंकार बस सकता है, जिससे आपके अंदर बदले की भावना आ जाएगी।

जब आप अपनी लाइफ में कुछ बड़ा करना चाहते है तो ये याद रखें, दुनिया में हर दूसरा इंसान आपका फायदा उठाएगा और जरूरत खत्म होने पर आपको छोड़ सकता है। अगर आप ऐसे उनसे गुस्सा ही निकालते रहेंगे या अपने मन में उनके लिए बदले की भावना ही लेकर बैठे रहेंगे तो खुश रहने के लिए आपकी पूरी जिंदगी कम पड़ जाएगी। इसलिए ऐसे में आपको पहले तरीके से सोचना होगा। 

यह सोचें कि, अपने मन को शांत करके आप अपने आप को बेहतर कैसे बना सकते हैं। दूसरे इंसान ने आपके साथ जो धोखा किया है तो अपने future में याद रखिए ताकि वह गलती दोबारा ना दोहराएं और अपने ऊपर पूरा focus करके दोबारा काम शुरू कर दें। इस तरह दूसरे इंसान से बदला लेने में समय ख़राब न करने से आपका समय अच्छे कामों में लगेगा और आप दोबारा ज्यादा energy से अपना काम कर पाएंगे।

Chapter 8 Smart और hard work के combination की जरूरत

इस chapter में author बताते हैं कि, successful होने के लिए smart work और hard work दोनों का combination होना चाहिए। दिन में 8 घंटे एक रिक्शावाला भी काम करता है और दिन में 8 घंटे एक AC में बैठने वाला businessman भी काम करता है, लेकिन दोनों की income में जमीन आसमान का फर्क है। रिक्शावाला दिनभर hard work करता है और वहीं दूसरी ओर businessman hard work के साथ-साथ smart work भी करता है जिसकी वजह से वह कई गुना ज्यादा पैसे कमा लेता है। 

अब यहां author एक चीज clear करते हैं कि, इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि आप सिर्फ smart work करें और hard work से भरोसा उठा ले। अगर आप smart work करेंगे और hard work नहीं करेंगे तब भी आप successful नहीं हो पाएंगे। वहीं आप सिर्फ hard work करेंगे और smart work नहीं करेंगे तो successful बनने में ज्यादा समय लग सकता है। इस बात को example से समझिये।

मान लीजिए आप ने एक store खोला, जहां रोज़ use होने वाली चीज़ें बिकती हैं। Hard work के according आप लोगों के पास जाकर अपनी दुकान के बारे में बताएँगे और कहेंगे कि हमारी दुकान पर आइए और सामान लीजिए। ऐसा करके हो सकता है आप 500, 1000, 2000 लोगों तक पहुंच जाएं लेकिन उससे ज्यादा आपके लिए मुश्किल होगा। वहीं smart work से आप कम समय में ज्यादा customers बना सकते हैं। 

आज का समय internet का है। आप अपने store को ऑनलाइन वेबसाइट बनाकर या फिर कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जुड़कर promote कर सकते हैं। इससे जहां hard work से आप सिर्फ 2000 लोगों तक पहुंच पाए थे, वहीँ smart work से आप लाखों लोगों तक पहुंच सकते हैं। क्योंकि internet करोड़ों लोग use करते हैं और उसमें से लाखों ऐसे लोग आपके पास बड़े आराम से आएंगे जो आपका सामान खरीदेंगे।

Chapter 9 Dan Harris का नजरिया।

Dan Harris एक retired reporter हैं जो ABC news के लिए काम करते थे। वह nightline के anchor और Good Morning America के co-anchor भी रह चुके हैं। उन्होंने war से लेकर बड़े पैमाने पर shootings तक कई कहानियों की reporting की है। उन्होंने live war ground और एकान्त कारावास की ख़बरें भी दी है। अपनी reporting के लिए, हैरिस ने अपने समय में एक young Iraqi person की reporting के लिए Edward R. Muro award जीता था। 

इसके अलावा, उन्होंने 2009 में Emmy Award भी जीता। ABC news के साथ काम के दौरान, वह अक्सर परेशान हो जाते थे और depression में चले जाते थे। यहां तक कि उन्हें 2004 में on-air panic attack भी आया था। Depression से ठीक होने के लिए, उन्होंने mindfulness और meditation की तरफ रुख किया। उस challenging समय में ऐसा करने से Harris को उम्मीद की किरण मिली। तब उन्होंने अहसास किया कि meditation उनकी problems का solution है जिसने उन्हें अपनी जीवन के सबसे अंधेरे समय से बाहर निकलने में मदद की।

Dan Harris किताब में RAIN technique बताते हैं, जिसका मतलब है Recognize, Allow, Investigate, and Non-Identification। मतलब परेशानी के समय पहले अपनी feelings को पहचानें, फिर उन emotions को अस्तित्व में आने दें। इसके बाद, पता करें कि उन emotions के कारण आपका mood कैसे बदल गया है। 

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End में, ध्यान दें कि आपके emotions आपको define नहीं करते, बल्कि आप decide करते हैं कि कैसा feel करना है। 10% Happier में, Dan Harris एक stressed news anchor से एक active और happy meditator के रूप में बदलने की अपनी real life story बताते हैं। अगर आप भी meditation के बारे में doubt करते हैं, तो आज आप जानेंगे कि ऐसा क्यों होता है और meditation को खुश रहने के लिए कैसे इस्तेमाल किया जाए।

Chapter 10 खुश रहने के तरीके।

करुणा (compassion) की प्रैक्टिस करें:

किताब में, Dan Harris एक news reporter के समय के अपने कई experiences के बारे में बात करते हैं कि उस समय उन्होंने दुनिया भर के लोगों का interview लिया था। जिसमें Dalai Lama का interview उनके यादगार पलों में से एक था। किताब का यह हिस्सा आपको करुणा (Compassion) की practice करने की importance सिखाता है।

Dalai Lama कहते हैं कि, अपनी daily life में kindness की practice करने से हमें खुश रहने में मदद मिलती है। इसके अलावा, वह कहते है कि हमारा human nature अपने आप को पहले रखने का है। यह आदत हमारी self defence की जरूरत से develop हुई है। इस आदत से लड़ना abnormal लग सकता है, क्योंकि कई बार यह आदत हमें उस खुशी से दूर रखती है जिसके हम हकदार हैं।

अगर आपको kindness के बारे में थोड़ा doubt हैं, तो कुछ समय के लिए दूसरों के बारे में kind बनकर सोचें, compassion के अहसास में आप ज्यादा अच्छा महसूस करेंगे। Scientists ने पता लगाया है कि जब हम दूसरों के प्रति kindness के काम करते हैं तो हमारे mind में happy hormones release होते हैं। बदले में, जब हम खुश होते हैं तो हम kind हो जाते हैं। 

यह खुशी की कभी न खत्म होने वाली cycle है। Compassionate होने से हम खुश रहते हैं और खुश रहना हमें kind बनाता है। इसलिए अगली बार जब आप self defence या selfish विचारों से घिरें हों, तो चारों ओर देखें, हो सकता है कि उस समय कोई आपकी मदद कर सके या आप किसी की मदद कर सकें और मदद बाँटें।

अपने साथ दयालु (kind) बनें:

Compassion के बारे में बात करने के बाद, हम concept को बदल नहीं सकते। दूसरों की देखभाल करना जरूरी है, लेकिन उतना ही अपने लिए खड़ा होना भी है। किताब में author Sufi Muslims की एक कहावत बताते हैं कि, है: “अल्लाह की इबादत करो, लेकिन अपने ऊंट को खंभे से भी बांधो।” इस कहावत से आप बहुत कुछ सीख सकते हैं।

  • सबसे पहले और सबसे जरूरी, यह हमें सिखाती है कि कुछ होने के लिए प्रार्थना करना जरूरी हैं लेकिन साथ ही actions लेना भी जरूरी है। 
  • दूसरा, लोगों के साथ अच्छा behaviour करने के बहुत सारे कारण हैं, लेकिन ऐसी situation भी हैं जहाँ यह सबसे अच्छा option नहीं हो सकता है। आप पूरी दुनिया की बात माने बिना उनके साथ दोस्ती से रह सकते हैं। अपनी internal ख़ुशी पाने के लिए आपको यह पता लगाने की जरूरत है कि आपका ख़ुशी का अहसास कहां है, उस खुश अहसास को बनाये रखने के लिए कहाँ तक दूसरों की बात मानना चाहिए।

बहुत लोग इस परेशानी को अपनी कमी के रूप में देखते हैं, जबकि reality में यह limitations एक positive इशारा होती हैं। आप अपने लिए इस तरह की जो भी सीमाएँ तय करते हैं, वे आपको यह तय करने में मदद कर सकती हैं कि आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। Example के लिए, आपकी एक सीमा हो सकती है कि आप weekend पर काम नहीं करते हैं। 

तो, आप जानते हैं कि जब भी आपको weekend की shift लेने के लिए कहा जाए तो ‘नहीं’ कहना है। इसमें कोई बुराई नहीं है, बल्कि यह एक limitations है। अगर आप इन सीमाओं से लोगों को अपनी बात मानने के लिए राज़ी करना चाहते हैं तो आपको ऐसा करने के अपने reasons की जांच करनी चाहिए कि, सच में आप weekend पर काम क्यों नहीं करना चाहते हैं? अगर आप इस समय को अपने बच्चों के साथ बिताना चाहते हैं, तो खुलकर अपनी बात कहें, यकीन करिये, लोग आपके decision की respect करेंगे और साथ भी देंगे।

उन चीज़ों की चिंता करें जो Matter करती हैं:

ध्यान रखें, कुछ चीजें आपके समय और energy के लायक हैं। कौन सी लायक हैं और कौन सी नहीं हैं, इसे अलग करना आपको खुश रहने में मदद करने की कुंजी है। Dan Harris सिखाते हैं कि रोज़ के छोटे-छोटे फ़ैसले आपकी emotional condition में बदलाव लाते हैं। 

इसलिए जब आप किसी चीज़ के बारे में चिंतित हों, तो अपने आप से पूछें, “क्या यह इतना ध्यान देने के लायक है?” अगर आपकी attention आपको किसी चीज़ से निपटने में मदद कर रही है, तो उस पर ध्यान दें। ऐसे में अपनी present condition को enjoy करना न भूलें, क्यूंकि ऐसा न करने के लिए negative emotions हावी होने लगते हैं। वहीं, अगर आपकी चिंता सिर्फ जीवन में negativity जोड़ती है, तो अपने आप को control करके उस पर ध्यान देने से रुक जाएँ।

हो सकता है कि आप उस विचार से तुरतं ध्यान हटाने में capable न हों, लेकिन आपको अपने आप को control करने और negative emotions को ख़त्म करने वाले पड़ाव पर लाने के लिए emotions पर control रखने में capable होना चाहिए। Useless चीजों के बारे में चिंता करने में बहुत ज्यादा समय बिताना या जिसे आप control नहीं कर सकते, उसके बारे में सोचना सिर्फ ख़ुशी को कम करता है।

आज तक हमने यह सीखा है कि हमें हर चीज को control करने की कोशिश करनी चाहिए, लेकिन reality में control करना हमारा काम नहीं है। हम अपने response को control करने वाले हैं, दुनिया हमारी तरफ क्या फेंकती है, इसे control करने वाले नहीं। बेकाबू conditions को संभालने की कोशिश करना आपको emotionally hurt ही करेगा। इसलिए अगली बार जब आप किसी चीज़ को लेकर चिंतित हों, तो अपने आप से पूछें कि क्या यह आपकी energy के लायक है।

Creativity का मतलब यह नहीं है कि Depression में आ जाएँ:

किसी ना किसी एक artist की कहानी हम सभी जानते हैं, कि वे Depression और challenge से गुज़रकर कुछ create करते हैं। वे अपनी जीवन में इन negative समय से गुज़रे बिना effective ढंग से perform नहीं कर सकते। लेकिन 10% Happier में हमें पता चलता है कि यह गलत है। ख़ुशी creativity की दुश्मन नहीं है। दूसरे शब्दों में, ख़ुशी creativity को नकारती नहीं है। 

खुशी ढूँढना आपके creative aspect को बंद नहीं करेगा या आपकी imagination को mute नहीं करेगा। इसलिए आपको अपनी कला के लिए depress होने की जरूरत नहीं है। एक बार जब हम अपनी चिंता के पिंजरों से मुक्त हो जाते हैं, तो अपनी creativity को ज्यादा effective ढंग से explore कर सकते हैं। जब आपका mind एक लाख अलग-अलग चीजों के बारे में चिंतित नहीं होता है, तो उसके पास सोचने का समय होता है।

निष्कर्ष

दोस्तों इस किताब से अब तक जो भी सीखा है उसको एक बार दोहरा लें ताकि आसानी से याद रहे।

  • अपने दिमाग को शांत करने के लिए हमें mindfulness और meditation करनी चाहिए।
  • Mindfulness और meditation से हम पता लगा सकते हैं कि रोज क्या गलतियां कर रहे हैं और उन्हें कैसे सुधारें।
  • आपने देखा कि कैसे past और future की जरूरत से ज्यादा चिंता करना फायदा नहीं बल्कि नुक्सान है, इसलिए present में खुल कर जियें।
  • अपने struggle को enjoy करें।
  • End में आपने सीखा कि, कैसे hard work और smart work का combination हमें जल्दी एक successful इंसान बना सकता है।

दोस्तों हम उम्मीद करते हैं कि आपको इस किताब 10% Happier से बहुत कुछ सीखने को मिला होगा और आप इन सभी चीजों को अपनी जीवन में implement करेंगे।

10% Happier किताब समीक्षा

10% Happier में, Dan Harris readers को mindfulness और meditation के माध्यम से खुशी खोजने की दिशा में एक भरोसेमंद और practical journey पर ले जाते हैं।  Personal anecdotes, scientific research और practical advice के साथ, Harris misconceptions को दूर करते हैं और meditation को एक Practical tool  के रूप में present करते हैं। 

किताब का structure well organised है और Harris की engaging writing style readers को मंत्रमुग्ध कर देती है।  हालांकि कुछ sections में repetition और depth की कमी महसूस हो सकती है, 10% Happier anxiety और stress से निपटने के लिए insights और practical tools देती है।  कुल मिलाकर, यह उन लोगों के लिए recommendation है जो अपने जीवन में खुशी और शांति चाहते हैं।

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