Unfu*k Yourself by Gary John Bishop

Unfu*k Yourself (हिन्दी)

Gary John Bishop की "Unfu*k Yourself" एक ऐसी किताब है जिसमें आपको unwanted विचारों से बाहर निकालने की क्षमता है और आपको अपना जीवन वैसा बनाने की स्थिति में लाती है जैसा आप हमेशा से चाहते थे। अकल्पनीय (unimaginable) विचारों के साथ अनदेखी समस्याएं पैदा करने की प्रवृत्ति हम सभी के आसपास एक बड़ा issue है। यदि आप इन unwanted विचारों से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो इसे अभी पढ़ें और अपना जीवन बदलें।

Gary John Bishop 18 mins read Read in English Personal Finance

हमारे दिमाग में हर पल कुछ न कुछ अच्छे या बुरे विचार चल रहे होते हैं और कुछ विचार तो ऐसे होते हैं जिनका हमारी असल जिंदगी से कोई मतलब नहीं होता और वो फिर भी चल रहे होते हैं। ऐसे ही विचारों को हम बार बार सोचते रहते हैं और यही विचार असल में हमारी जिंदगी को बर्बाद कर रहे होते हैं।

अगर आप अपनी जिंदगी में कुछ बेहतर करना चाहते हैं, लेकिन आपकी जिंदगी बोरियत से भर गई है, तो आज कि ये summary आपके बहुत काम आने वाली है।

परिचय

आज हम बात करने वाले है एक बहुत ही amazing किताब के बारे में, जिसका नाम है, “Unfu*k Yourself”, जिसे “Gary John Bishop” ने लिखा है। इस किताब से आपको अपनी limitations को दूर करने में मदद मिलेगी।इस किताब से आपको अपनी limitations को दूर करने में मदद मिलेगी।

अगर आप अपनी ज़िन्दगी से थक चुके है और कुछ नया आजमाना चाहते है, तो यह किताब आपको एक नया नजरिया दिलाएगी, जिसकी मदद से आप अपनी ज़िन्दगी को खुल कर जी सकेंगे। और वह ज़िन्दगी हासिल कर सकेंगे, जिसे आपने जीने का कभी सपना देखा था। किताब में कुछ ऐसे बदलावों को बताया गया है जिन्हें आप खुद पर implement करके अपनी ज़िन्दगी में आगे बढ़ सकते है।

अगर आप अपनी ज़िन्दगी से थक चुके है और कुछ नया आजमाना चाहते है, तो यह किताब आपको एक नया नजरिया दिलाएगी, जिसकी मदद से आप अपनी ज़िन्दगी को खुल कर जी सकेंगे। और वह ज़िन्दगी हासिल कर सकेंगे, जिसे आपने जीने का कभी सपना देखा था। किताब में कुछ ऐसे बदलावों को बताया गया है जिन्हें आप खुद पर implement करके अपनी ज़िन्दगी में आगे बढ़ सकते है।

किताब में इन ज़रूरी points को शामिल किया गया है:

  • सकारात्मक self talk का अभ्यास करें। इस बारे में ना सोचें कि आप कुछ क्यों नहीं कर सकते, इस बारे में सोचे कि आप इसे कैसे कर सकते है।
  • दूसरों को दोष देना बंद करें और अपनी ज़िन्दगी की जिम्मेदारी खुद लें। आपकी ज़िन्दगी को बेहतर बनाना सिर्फ आपके लिए ज़रूरी है और यह आपको खुद ही करना होगा |
  • अगर आप बीमार हैं, थके हुए हैं या टूट गए हैं, तब भी ज़िन्दगी चलती रहती है। इसलिए रास्ते में रुकावटों के बावजूद उस काम को करें, जो आपको सफ़ल होने में मदद करेगा।

किताब को अच्छे से समझने के लिए हम इस किताब को 10 chapters में अलग – अलग discuss करने जा रहे है।

यहाँ इस summary को क्यों पढ़ें?

जब सफलता की बात आती है, तो कभी-कभी एक अलग दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है। मैंने खुद कई बार कई गैर-पारंपरिक तरीके अपनाए हैं

किताब straight forward रहने और सफलता के उन सिद्धांतों के बारे एवं तरीकों से सराबोर है, जिनका मैंने अपने जीवन में व्यक्तिगत रूप से उपयोग किया है।

अतः यह summary जो आपके सामने है, इस किताब के पीछे मैंने जो मेहनत की है, उसकी शिक्षाओं को परखा है, उसी का परिणाम है और उसी को सरल रूप में आपके आत्मसात (assimilation) करने के लिए प्रस्तुत किया गया है।

तो चलिए शुरू करते है।

अध्याय 1: सकारात्मक self-talk का इस्तेमाल करें

Unfu*k Yourself by Gary John Bishop

आपके बात करने का तरीका आपकी ज़िन्दगी को बहुत ज्यादा प्रभावित करता है। आप अपने बात करने के तरीके से अपनी ज़िन्दगी की समस्याओं का सामना कर सकते है और उनसे deal भी कर सकते है। इसके लिए आपको सकारात्मक नज़रिया अपनाना चाहिए और खुद से सकारात्मक तरह से बात करनी चाहिए।

सकारात्मक बात करने से आपका mood अच्छा होगा, आपका आत्म विश्वास बढ़ेगा और आपकी उत्पादकता बढ़ेगी। लेकिन अगर आप खुद से नकारात्मक तरह की बातें करते है, तो यह आपको काफ़ी ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है और आपको कमज़ोर बना सकती है। सफ़ल लोग हमेशा सकारात्मक नज़रिया रखते है, जिसकी वजह से वो बिना मुश्किलों के आगे बढ़ते है, मतलब आप खुद से क्या कहते है और अपनी ज़िन्दगी को किस तरीके से देखते है, ये बहुत ज्यादा मायने रखता है।

अगर आप खुद से किसी चीज़ को करना मुश्किल बातयेंगे, तो वह असल ज़िन्दगी में भी उतनी ही मुश्किल नज़र आएगी। हम ज्यादातर समय खुद से नकारात्मक तरह से बात करते है और चीज़ो को हद से ज्यादा मुश्किल बना देते है। लेकिन जब आप अपना नज़रिया बदलना चुनते है और खुद से सकारात्मक तरह से बातें करने लगते है, तो चीज़े काफ़ी आसान हो जाती है और आप अपनी ज़िन्दगी में सफ़लता की तरफ आगे बढ़ने लगते है।

इसलिए खुद से सकारात्मक तरह से बात करना शुरू करें और सकारात्मक नज़रिया अपनाकर, सफ़लता हासिल करने के लिए तैयार हो जाए। इसके बावजूद अगर कभी आप negativity का सामना करते है, तो याद रखे की चीज़े असल मे इतनी ज्यादा मुश्किल नहीं होती है, बल्कि आपकी सोच उन्हें मुश्किल बनाती है। और इसी भरोसे के साथ positivity से आगे बढ़े।

अध्याय 2: आगे बढ़ने के लिए तैयार रहें

जब आप आगे बढ़ने का फैसला लेते है, तो आपके रास्ते मे कई तरह की रुकावटे आती है। लेकिन अगर आप इन रुकावटों के बारे में सोचते हैं, तो आपकी ज़िन्दगी में इच्छा की कमी है। इसके लिए आपको बदलने, जाने देने और स्वीकार करने की इच्छा को अपनाना होगा।

मतलब सबसे पहले अपनी रुकावटों का सामना करने के लिए तैयार हो जाए और अपनी उन नकारात्मक इच्छाओं को खुद से दूर करे जो आपको सकारात्मक सोचने से रोकती है। इसके साथ अपनी गलतियों को स्वीकार करे और उनसे सीखकर आगे बढे। अपनी ज़िन्दगी के हर एक पहलू में आगे बढ़ने के लिए तैयार रहे और अपने आप से पूछें: क्या मैं आगे बढ़ने के लिए तैयार हूँ?

जब आप आगे बढ़ने के लिए तैयार नहीं होते हैं और अधूरा महसूस करते हैं, तो आपको बदलने के लिए हर संभव कोशिश करनी चाहिए।

हम सभी लोग अमीर बनना चाहते हैं, और अपनी ज़िन्दगी की मनचाही चीज़ हासिल करना चाहते है। लेकिन, क्या आप इतना पैसा कमाने के लिए तैयार है? या अमीर बनने के लिए आपको जो करना चाहिए, क्या आप वह करने के लिए तैयार हैं? अक्सर, हम सिर्फ उन चीज़ो पर ध्यान देते हैं जो हमारे पास नहीं होती है, भले ही हमें सच में उस चीज़ की कोई ज़रूरत न हो।

लेकिन, अगर आप सच में कुछ हासिल करना चाहते हैं, तो उस काम को पूरा करने के लिए action ले और हमेशा आगे बढ़ने के लिए तैयार रहे। जब आप अपनी मनचाही और अनचाही चीज़ो को पहचान जाते हैं, तो चीज़ो को समझना बहुत आसान हो जाता हैं। इसके बाद अपनी मनचाही चीज़ो को हासिल करने के लिए उन्हें एक to-do list में लिख ले और एक – एक करके उन्हें पूरा करने के लिए काम करना शुरू करे।

बाकि लोगों के पास जो चीजें हैं, उसके बारे में चिंता न करे, और इस बात पर ध्यान देना शुरू करे, कि आपके लिए असल में क्या ज़रूरी है। अपने दिमाग में चीजों की बड़ी तस्वीर बनाने की कोशिश करे, क्योंकि जब चीज़े ज्यादा बड़ी होंगी, तो उन्हें पाने के लिए आप कोशिशे भी ज्यादा करेंगे। और आख़िरकार आपकी ज्यादा कोशिशे आपको बेहतर परिणाम दिलाएंगी, जिससे आप अपनी मनचाही चीज़ो को आसानी से हासिल कर सकेंगे।

याद रखें शुरुआत करने के लिए तैयार होना बहुत ज़रूरी है, इसलिए किसी भी काम को करने से लेकर, सफ़लता की तरफ आगे बढ़ने के लिए हमेशा तैयार रहे। अपने आप से बार – बार पूछें: “क्या मैं तैयार हूं?” और यह सवाल तब तक करते रहे, जब तक आपका inner self आपको हां में जवाब न देदे।

अध्याय 3: आप हर मायने में जीत सकते है

Unfu*k Yourself

ज्यादातर लोग अक्सर बिना इस बात को जाने की वो कामयाब हो सकते है, आसानी से हार मान लेते है, जबकि उनके कामयाब होने के काफ़ी ज्यादा chances होते है। आपके साथ हर एक चीज़ किसी न किसी वजह से होती है। अगर आप किसी काम को पूरा करने का विचार बना लेते है, तो यक़ीनन आप उस काम को पूरा भी कर सकते है।

हमारे विचार इतने शक्तिशाली हैं, कि वे आपको लगातार आपके लक्ष्यों की तरफ तेज़ी से ले जाते हैं, और आपके uncertain goals को भी पूरा करने मे आपकी मदद करते हैं! लेकिन सवाल ये बनता है, कि हमारे विचार इतने शक्तिशाली होने के बावजूद भी, हम अपने लक्ष्यों को पूरा क्यों नहीं कर पाते है? जवाब बहुत साफ़ है : हम अपने लक्ष्यों को पूरा करने की ओर ध्यान ही नहीं देते है और उनके न पूरे होने की वजह तलाशते रहते है।

और अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए ज़रूरी steps भी नहीं लेते हैं, जिसकी वजह से हमारे लक्ष्य अधूरे रह जाते है।

जैसा की The Power Of Positive Thinking में भी बताया गया है, की हमारे विचार हमारी असलियत बन जाते है। मतलब आप जैसा सोचते है और जो कुछ भी लगातार सोचते रहते है, वो आपकी असलियत बन जाती है। अगर आप सोचते है की आप अच्छी नौकरी, घर या प्यार पाने के लायक नहीं है, तो आप कभी उन चीज़ो को पाने की कोशिश ही नहीं करेंगे।

और जब आप कोशिश नहीं करेंगे, तो आप उन चीज़ो को हासिल भी नहीं कर पाएंगे। इसलिए आपको समझना होगा की आप वो सब सच कर सकते है जो आप चाहते है, इसके लिए बस आपको अपने इरादों को मज़बूत रखकर, अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए ज़रूरी steps लेने होंगे। याद रखे आप हर मायने में जीत सकते है और अपनी मनचाही चीज़ो को हासिल कर सकते है।

इसलिए तब तक कोशिश करते रहे जब तक आप अपने लक्ष्यों को हासिल नहीं कर लेते।

लगातार जीतने के लिए आपको अपनी रुकावटों को दूर करना होगा। आप अपने बारे में, दूसरों के बारे में और ज़िन्दगी के बारे में जो निष्कर्ष निकालते हैं, वे आपकी limitations होती हैं। साथ ही, आप जिस भी चीज़ को हासिल कर चुके हैं या जिस भी काम को आप आसानी से कर लेते है, उस चीज़ या काम को लेकर, आप अच्छा महसूस करना शुरू कर देंगे।

इसका सीधा असर आपके काम करने के तरीके पर भी पड़ सकता है। अगर आप चीज़ो को टालने में माहिर है और काम को करने से बचने का बहाना ढूंढ़ते रहते है, तो आप उस काम से बचने के लिए भी अपनी creativity का इस्तेमाल करेंगे। और रोज़ नए बहाने बनाने की कोशिश करेंगे, इसलिए बहाने बनाने के बजाये, अपने काम को पूरा करने की कोशिश करे और किसी चीज़ को limit के अनुसार न करे।

सोचे मैं इससे काफी ज्यादा अच्छा हासिल करने के लायक हूं। उन चीजों के बारे में सोचें, जिन्हें आप अपनी ज़िन्दगी में बदलना चाहते हैं, और उन्हें बदलने के लिए सही कदम उठाए। अपने लक्ष्य तय करे, शुरुआत छोटे लक्ष्यों को पूरा करने से करे, ताकी आप अपने बड़े लक्ष्यों को आसानी से और समय पर पूरा कर सके।

अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक plan बनाए और उस plan के अनुसार ही शुरुआत करें। आखिर में आप अपने लक्ष्यों को पूरा कर लेंगे और हमेशा याद रखे की आप हर मायने में जीत सकते है!

अध्याय 4: अपनी भावनाओं को समझे

आप कैसा महसूस करते है यह आपके काम करने के तरीके को प्रभावित करता है। मतलब अगर आप किसी काम को लेकर अच्छा महसूस करते है, तो आप उस काम को अपनी पूरी इच्छा और ख़ुशी से करेंगे, जिससे उस काम के आसानी से पूरा होने के chances ज्यादा होंगे। लेकिन अगर आप किसी काम को लेकर बुरा महसूस करते है, तो आप उस काम को जबरदस्ती और उदासी से करेंगे, जिसकी वजह से उस काम के सही ढंग से पूरा होने के बहुत कम chances होंगे।

छोटी सी गड़बड़ी भी आपकी ज़िन्दगी के सभी चीज़ो को प्रभावित कर सकती है। इसलिए आपको अपनी भावनाओं को समझना होगा और अपनी भावनाओं का इस्तेमाल अपने काम को पूरा करने के लिए करना होगा। अपने past या future के बारे में सोचने या दुखी होने के बजाए, आज में खुशी के साथ काम करने पर ध्यान दे।

अपनी भावनाओं को नियंत्रित करे, ताकी आप उन्हें अपने अनुसार इस्तेमाल कर सके। चीजों का नज़रिया देखे, ताकी आप एक शक्तिशाली approach के साथ ज़िन्दगी में आने वाली परेशानियों का सामना कर सकें। उन सभी समस्याओं को याद रखें जिनका आपने सामना किया और आखिर में उनसे बाहर निकले।

किसी भी नए काम को करते समय जैसा आप महसूस करते है, ठीक ऐसा ही आपने शायद पहले भी महसूस किया होगा। लेकिन आपने उस काम को पूरा किया और भरोसा रखा, कि आप हर नए काम को भी इसी तरह या इससे बेहतर तरीके से पूरा कर सकते है। एक-एक करके अपनी समस्याओं का सामना करें, उनकी जरूरत का ध्यान दें और आगे बढ़ें। जब आपको अपनी समस्याओं का पता होता है तो आप उस समस्या को दूर भी कर सकते है।

इसके लिए आपको मज़बूत भरोसे से उनका सामना करना होगा और महसूस करना होगा की आप इस समस्या को दूर कर सकते है। आखिर में आप अपनी समस्याओं को दूर कर सकते है और अपने लक्ष्य की तरफ आगे बढ़ सकते है। इसलिए अपनी भावनाओं को समझे और उन्हें अपनी कामयाबी के लिए इस्तेमाल करें।

अध्याय 5: खुद पर नियंत्रण रखें

हम सभी अक्सर कुछ ऐसा करना चुनते है जो हमें एक पल की तो ख़ुशी देता है, लेकिन काफी लम्बे समय के लिए नुकसान पहुंचाता है। जैसे : नशा करना, जब आप नशा करते है, तो आप खुद पर नियंत्रण खो देते है और अक्सर गलत कदम उठाते है। इससे आपकी स्वास्थ्य के साथ – साथ आपकी ज़िन्दगी भी ख़राब होती है।

हालांकि हम पहले से ही जानते हैं कि अपनी स्वास्थ्य के साथ ख़तरा लेना, हमारी सफ़लता को हमसे दूर कर देता है। फिर भी हम में से बहुत से लोग अभी भी ऐसा काम करते हैं और अपनी ज़िन्दगी से अपना नियंत्रण खो देते है। इसके बजाए अगर आप अपनी ज़िन्दगी मे सफ़ल होना चाहते है और एक बेहतर ज़िन्दगी जीना चाहते है, तो आपको खुद पर और अपनी इच्छाओं पर नियंत्रण रखना चाहिए।

Unfu*k Yourself book

आप कुछ भी नया करना शुरू कर सकते है, और अपनी बुरी आदतों से छुटकारा पा सकते है। अगर आप सफ़ल होना चाहते है, तो आपको uncertainty के साथ आगे बढ़ने पर ध्यान देना होगा। हम अक्सर सोचते रहते है की दूसरे लोग हमारे बारे में क्या सोचते है? वो क्या महसूस करते है और यही फिजूल की चिंता हमें अच्छे से विकसित होने से रोकती है।

आपको इसे दूर करना चाहिए और वो सब करे जो आपके लिए सच मे सही हो और आपके लिए ज़रूरी भी हो। हर काम को करने से आपको क्या फायदा होता है इस बात पर ध्यान दे।

मामूली चीजों से शुरू करें- काम करने के लिए एक अलग रास्ता अपनाएं। जैसे : अपना दोपहर का खाना एक ही जगह पर खाने के बजाय, दूसरी जगह जाने की कोशिश करें, ऐसी जगह जाए जहां आप पहले कभी नहीं गए हो। Waiter के साथ बातचीत शुरू करें। नए और अच्छी आदतों वाले दोस्त बनाए, मुस्कुराएं और रोज़ सुबह morning walk या exercise करे।

कुछ नया करे और अपनी creativity का इस्तेमाल करे। कोई ऐसा काम करे जो आपको challenging लगता है और इसी के साथ आगे बढ़ते रहे।

अध्याय 6: आप वही बनेंगे जो आप करेंगे

जब हम किसी ऐसी चीज का सामना करते हैं जिससे हम भाग रहे होते हैं, तो हम सभी में डर की भावना होती है। और उस समय आप उस काम को करने के बजाय कुछ भी और करना चाहेंगे।

लेकिन सफ़ल लोग उस डर को दूर करके आगे बढ़ते है। इसलिए वो असफल लोगों से अलग होते है जो बात उन्हें अलग करती है वह यह है, कि वे एक मामूली सी बात समझते हैं: उन्हें पता होता है की हम क्या सोचते हैं और क्या करते हैं, यह हमेशा aligned नहीं होता है!

और हम हमेशा कुछ नया करने के लिए तैयार हो सकते है। मतलब आप जो सोचते हैं उसे काबू करना मुश्किल होता है, लेकिन असंभव नहीं। अगर आप कोशिश करे, तो अपने विचारों को पूरी तरह से नियंत्रित कर सकते है।

आपके मन में नकारात्मक विचार आते हैं, जो आपके काम को ज्यादा मुश्किल बनाते है। बहुत बार ऐसा होता होगा जब आप बिस्तर से उठकर काम पर नहीं जाना चाहते हैं, लेकिन फिर भी आप office जाते हैं! और हर उस काम को करते हैं जो आप नहीं करना चाहते हैं। इसका मतलब है कि आप पहले से ही अपने विचारों को नियंत्रण करके काम कर रहे हैं।

आप अपनी ज़िन्दगी को काम करने से बदल सकते हैं, सिर्फ काम करने के बारे में सोचकर कुछ नहीं होता है। आपका किसी काम को करना भी अपने विचारों को बदलने का सबसे तेज़ तरीका है। जब आप उन चीजों पर काम करते है जो आपके अच्छे के लिए हैं, तो आपके विचार भी आपके काम से मेल खाने लगते है। जिससे आप पूरे आत्म विश्वास के साथ काम को पूरा करेंगे। इसलिए अगली बार जब आप नकारात्मक महसूस कर रहे हों, तो तुरंत आगे बढ़ें।

और उस उस चीज़ के लिए काम करें जो आपके लिए सबसे अच्छा हो। इससे आपकी progress बढ़ेगी। एक बार जब आप काम करना शुरू कर देते हैं, तो काम करते रहना आसान हो जाता है। यह तब होता है जब हम अपने शरीर और दिमाग को चुनौती देते हैं और अपने डर का सामना करते हैं और इसके साथ ही अपने काम को पूरा करते हैं।

ऐसा करके आप खुद को पूरी तरह से बदल सकते है। एक बात का ध्यान रखे की आप वही बनेंगे जो आप करेंगे। मतलब आप जैसा काम करेंगे उसी तरह की सफ़लता आप हासिल कर सकेंगे। इसलिए अपने काम करने के तरीके को बदले और अपने डर का सामना करे। जब आप अपने डर का सामना करना सीख जाते है, तो काम को पूरा करना भी आसान हो जाता है।

अध्याय 7: अपने सपनों को पूरा करने के लिए काम करें

Unfu*k Yourself Hindi

सिर्फ सपने देखने से कुछ नहीं होता है, आपको उन्हें पूरा करने के लिए काम भी करना चाहिए। अगर आप सिर्फ सपने देख रहे है और काम नहीं कर रहे तो आप कभी भी अपने सपनों को पूरा नहीं कर पाएंगे। आपको बिना रुके चलते रहना होगा और अपनी रुकावटों को दूर करके आगे बढ़ना होगा। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप क्या महसूस कर रहे हैं। आगे बढ़ते रहने के लिए लगातार चलना ही पड़ता है। अपने सपनों को पूरा करने पर अपना पूरा ध्यान दें।

ऐसे इंसान बनें जो सब कुछ खो जाने पर भी आगे बढ़े। बेशक आपके सामने कितनी भी परेशानियां आ जाये आपको लागतार आगे बढ़ना होगा। याद रखे आपके सपनों को पूरा करने का एक ही रास्ता है, सिर्फ अपने सपनों को पूरा करने के लिए लगातार काम करते रहना।

इसके साथ ही बेवकूफों की तरह यूही फिजूल के काम न करे, बल्कि वो काम करे जो आपके सपनों को सच करेगा। जैसे : अगर आपका सपना एक अच्छी body पाना है, तो इसके लिए रोज़ workout करे, healthy खाना खाये, 8 -9 घंटे की पूरी नींद ले, दिन में 4 – 5 लीटर पानी पिए और अपने routine को follow करे।

हर एक काम का एक routine बनाए और उस routine के अनुसार काम करे। अगर आपको कोई परेशानी होती है तो उसका सामना करे और अपनी परेशानी को दूर करके फिर दोबारा शुरू करे। आपके सपने ज़रूर सच होंगे बस अपने सपनों को पूरा करने के लिए काम करे।

याद रखे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कैसा महसूस करते हैं या आप इस समय कहां हैं, ज़िन्दगी आपके लिए कभी नहीं रुकेगी, वो चलती रहेगी। अगर आप बीमार हैं, थके हुए हैं, टूट गए हैं, अकेले हैं, आलसी हैं, उदास हैं, या वह सब कुछ जो आप सोच सकते हैं, कि जो काम आपको करना चाहिए उसे न करने के बहाने के रूप में वह आपके सामने है, तो आपके रुकने से कुछ नहीं होगा।

अगर आप सफ़ल होना चाहते है, तो ज़िन्दगी के साथ – साथ आपको भी आगे बढ़ते रहना होगा। चाहे आप इसे पसंद करें या नहीं। लेकिन आप इस बात को जल्दी से समझ ले, कि ज़िन्दगी में आगे बढ़ते रहने से ही आप सफ़ल हो सकते है। तो बिना समय बर्बाद किये, अपनी परेशानियों का सामना करे और आगे बढ़ने के लिए तैयार हो जाये।

अध्याय 8: हर चीज़ को accept करना सीखें

हम सभी की ज़िन्दगी में काफ़ी up और down आते रहते है। लेकिन क्या आप जानते है की अक्सर आपको इतने up और down का सामना क्यों करना पड़ता है। यह सब कुछ आपकी उम्मीदों की वजह से होता है। आप हमेशा सोचते है की यह कैसे है और इसे कैसे होना चाहिए, जिसकी वजह से आप अपने काम करने के तरीके को भी बदलते रहते है।

और आप अपनी ज़िन्दगी मे up और down का सामना करते है। जब आप अपनी ज़िन्दगी को अपनी उम्मीदों के अनुसार बनाने की कोशिश करते हैं तो आप stressed हो जाते हैं, और जब परिणाम आपकी उम्मीदों के अनुसार नहीं होते है तो आप उदास हो जाते हैं।

उदास होने की वजह से आप अपने काम पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते है और उन्हें पूरा करने में आपको परेशानी भी होती है। इसलिए आपको स्थिति के अनुसार काम करना चाहिए। ऐसा करने के लिए चीजों को वैसे ही लें जैसे वे लगातार आपके सामने नज़र आती हैं। ज़रूरी नहीं की आप जिस चीज़ की उम्मीद करते है, वो सच में सही हो या पूरा हो सके।

इसके साथ ही दूसरों से अपने विचारों को discuss करे। बाकी लोगों के साथ विचार करने से आपको सच्चाई का पता चलेगा कि चीज़े आपकी उम्मीदों के अनुसार नहीं होती है। और आखिरकार आप उम्मीद करना छोड़ देंगे और चीजों को वैसे ही स्वीकार करने लगेंगे जैसे वे असल में होती हैं। कुछ अच्छा करने पर ध्यान दे, किसी की मदद करे। हमेशा बदले में कुछ लेने की इच्छा से काम न करे, अगर किसी की मदद करने से आपको ख़ुशी मिलती है और दूसरे का भला होता है, तो ऐसा काम ज़रूर करे।

इसके साथ ही, जब आप सब कुछ स्वीकार कर लेते हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपकी स्थिति पूरी तरह से ठीक हो जाएँगी, लेकिन आप अपनी स्थिति के अनुसार काम कर सकेंगे। और जब आप इसकी जिम्मेदारी लेते हैं तो आप अपनी स्थिति को भी बदल सकते हैं।

अगर आप अपनी ज़िन्दगी बदलना चाहते हैं, तो आपको बदलाव शुरू करना होगा। अगर आप बाहर जाकर काम करने और बदलाव करने के लिए काम नहीं करते हैं तो सिर्फ सोचना, ध्यान करना और योजना बनाने से कुछ भी नहीं होगा। अपनी अंदरूनी दुनिया को बेहतर बनाने के लिए, आपको बाहरी दुनिया में काम करके शुरुआत करनी होगी।

इसके लिए काम करना शुरू करे और लगातार आगे बढ़ने पर ध्यान दे। सिर्फ सोचने के बजाय, असल में काम करे और आप वो सब कुछ बदल या हासिल कर सकते है, जो आप करना चाहते है।

अध्याय 9: दूसरों को दोष देना बंद करें

Unfu*k Yourself English

हम अक्सर दूसरों को अपने अनुसार बदलने की कोशिश करते रहते है। लेकिन आपको समझना होगा कि, लोगों से शिकायत करने और दूसरे लोगों पर सारा दोष लगाने से कुछ नहीं होता है। लोगों के असफल होने की सबसे बड़ी वजह यह है कि, लोग आमतौर पर जिम्मेदारी लेना पसंद नहीं करते हैं। अगर आप अपनी ज़िन्दगी की ज़िम्मेदारी नहीं लेंगे, तो कोई दूसरा भी इसे आपके लिए नहीं करेगा।

लोग कभी भी आपके लिए अपनी गलती स्वीकार नहीं कर सकते कि उन्होंने कुछ गलत किया है। ठीक इसी तरह असफ़ल लोग भी कभी भी यह स्वीकार नहीं करते कि उन्होंने कुछ गलत किया है और अपनी गलतियों को स्वीकार न करके वो गलती का दोष दूसरे लोगों पर डाल देते है। जिसकी वजह से वो कभी आगे नहीं बढ़ पाते है क्योंकि ऐसा करके वो न सिर्फ किसी और की ओर उंगली उठा रहे होते हैं, बल्कि अपनी सबसे बड़ी बुराई को अपना रहे होते हैं।

अपनी गलती मानने से इनकार करके, आप अपनी गलतियों से कभी नहीं सीखेंगे, और जब आप अपनी गलतियों से सीखेंगे नहीं तो आपकी ज़िन्दगी में सुधार भी नहीं हो सकता है।

सफ़ल होने के लिए आपको अपनी गलतियों को स्वीकार करके उनसे सीखकर आगे बढ़ना चाहिए। याद रखे किसी भी गलती को स्वीकार करने से इनकार करना, किसी दूसरे व्यक्ति की गलती को याद दिलाने से कही ज्यादा बड़ी गलती है। आपकी गलतियाँ आपको सुधार करने में मदद करती हैं जिससे आप अपने भविष्य में सफ़ल हो सकते है।

इस बात पर ध्यान दे, कि अच्छी चीजें उन्हीं को मिलती है जो काम करने के लिए तैयार रहते हैं और अपने काम की जिम्मेदारी लेते हैं। अगर आप जो कर रहे थे उस काम को करने में आप शुरू में ही fail हो गए है, तो उन लोगों को दोष न दें जिन्होंने आपके उस काम को करने में मदद नहीं की, बल्कि सोचे कि उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया। ऐसा इसलिए हो सकता है, क्योंकि आप जो काम करने जा रहे थे वो सही नहीं था, या उस काम को करने का तरीका सही नहीं है।

जब आप जान जाते हैं कि आपके काम के fail होने का कारण क्या है, तो आप अपने काम में बदलाव करके उस काम को पूरा कर सकते हैं। इसके लिए आपको दूसरों को दोष देने के बजाए अपने काम और गलती की ज़िम्मेदारी खुद लेनी होगी, साथ ही अपने काम करने के तरीके में सुधार करके आगे बढ़ना होगा। इस तरह आप अपने हर काम को पूरा कर सकेंगे और आखिर में सफ़ल हो सकते है।

अध्याय 10: आज़ादी की ओर दो कदम

किताब के आखिर में, Gary John Bishop financial और emotional level पर अपनी ज़िन्दगी में आज़ादी हासिल करने के लिए दो-steps के process को अपनाने की सलाह देते है :

Step 1

जो आप आज कर रहे हैं उसे करना बंद करें- हम सभी की ज़िन्दगी में बहुत से ऐसे काम होते है जो हमारा समय बर्बाद करते हैं। लेकिन ज़िन्दगी को इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि आप किन फिजूल के कामों को करने में अपना समय बर्बाद कर रहे हैं। हर एक काम जो आपको आपके लक्ष्यों की ओर नहीं ले जा रहा है, या आपको रोक रहा है, वह काम सिर्फ एक और बहाना है, जिससे आपके लक्ष्यों को पूरा होने में काफी समय लग सकता है।

इसलिए, अगर आप आगे बढ़ना चाहते हैं, तो आपको देखना होगा कि आप आज में क्या कर रहे हैं। और उन व्यव्हार की पहचान करें जो आपको रोक रहे हैं और उन्हें करने से रोकने की पूरी कोशिश करें। Social media, online बेवकूफी भरी चीजें देखना, बिना जरूरत खरीदारी करना, gossip करना, बिना सोए अपने सोफे पर लेटना और video game खेलना जैसे फिजूल कामों में अपना समय बर्बाद न करे और अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए ज़रूरी काम को करने पर ध्यान दे।

Unfu*k Yourself by Gary John Bishop

Step 2

अपनी ज़िन्दगी में आगे बढ़ने के लिए action लेना शुरू करें- इसके लिए सबसे पहले, आपको उन कामों की पहचान करनी चाहिए, जो आपको एक बेहतर इंसान बनाएंगे और आपको अपने आखिरी लक्ष्य की ओर ले जाएंगे। हालांकि काम की पहचान करना आसान हो सकता है, लेकिन जरूरी नहीं कि इन काम को करते रहना आसान हो। लेकिन आगे बढ़ने का कोई और तरीका नहीं है, अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए आपको काम करते रहना चाहिए।

जब आप इन दोनों बातों को अपनी ज़िन्दगी में apply कर लेते है, तो आप सफ़ल होने के लिए तैयार हो जाते है। और आखिर में आप अपने लक्ष्यों को ज़रूर पूरा कर सकते है। इसलिए अपनी ज़िन्दगी में आगे बढ़ते रहने के लिए और असल आज़ादी हासिल करने के लिए इन दो बातों का ध्यान रखे :

  1. वह करना बंद करो जो आपको रोक रहा है। और अपने समय का इस्तेमाल काम को पूरा करने के लिए करें।
  2. उस काम को करना शुरू करें जो आपको आगे बढ़ाते हैं। काम को तब तक करते रहे जब तक आप अपने लक्ष्यों को पूरा नहीं कर लेते।

इसी के साथ एक पक्के इरादे और भरोसे के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार हो जाये और आप अपनी ज़िन्दगी में सफ़ल हो सकते है।

निष्कर्ष

तो दोस्तों, इस किताब से हमने अपनी ज़िन्दगी की रुकावटों को दूर कर सफ़ल होने के बारे में जाना। एक बात का ध्यान रखे की ऐसी बहुत सी चीज़े है जो आपको रोक सकती है और आपका ध्यान भटका सकती है। इसलिए अपनी ज़िन्दगी में सफ़ल होने के लिए आपको अपनी रुकावटों को दूर कर लगातार आगे बढ़ने पर ध्यान देना चाहिए।

जिससे, आखिर में आप वह सब कुछ हासिल कर सकते है जिसे आपने कभी हासिल करने का सपना देखा था। हमें उम्मीद है आपने किताब को अच्छे से समझ लिया होगा और अपनी ज़िन्दगी में सफ़ल होने के लिए आप अपनी रुकावटों को दूर कर आगे बढ़ने पर ध्यान देंगे।

Unfu*k Yourself किताब की समीक्षा

“Unfu*k Yourself: Get Out of Your Head and into Your Life” Gary John Bishop द्वारा एक self-help किताब है जो आपके लक्ष्यों को प्राप्त करने और एक पूर्ण जीवन जीने के लिए एक ताज़ा और सीधा दृष्टिकोण प्रदान करती है।

पाठकों को अपने self-limiting विश्वासों का सामना करने और अपने सपनों को प्राप्त करने की दिशा में कार्रवाई करने में मदद करने के लिए लेखक अलग भाषा और व्यावहारिक सलाह का उपयोग करते है। Bishop इस बात पर जोर देते हैं कि हमारे विचारों और भावनाओं का हमारे जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है और हमारे पास उन्हें बदलने की शक्ति है।

पूरी किताब में, Bishop पाठकों को अपने जीवन की जिम्मेदारी लेने, बहाने बनाना बंद करने और अपने लक्ष्यों के प्रति कार्रवाई शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करते है। वह self-talk के महत्व पर भी जोर देते है और बताते है कि यह हमारी मानसिकता और विश्वासों को कैसे प्रभावित करता है।

मैं इस किताब के बारे में जो सराहना करता हूं वह यह है कि यह एक आकार सभी को फिट नहीं होता है। Bishop स्वीकार करते हैं कि हर किसी की परिस्थितियां अलग-अलग होती हैं और वे कई प्रकार के व्यावहारिक tools और तकनीक प्रदान करते हैं जिन्हें व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुरूप अनुकूलित (adapt) किया जा सकता है।

कुल मिलाकर, “Unfu*k Yourself” अपने रास्ते से खुद हटने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक बकवास रहित, व्यावहारिक मार्गदर्शिका (guide) है।

यह हर किसी के लिए एक किताब नहीं है, क्योंकि कुछ लोगों को भाषा बहुत सीधी या सलाह बहुत सरल लग सकती है। हालाँकि, यदि आप एक kick और कडवे प्यार की खुराक की तलाश कर रहे हैं, तो यह किताब आपके लिए आवश्यक हो सकती है।

धन्यवाद।

2 thoughts on “Unfu*k Yourself (हिन्दी)”

Leave a Comment