The Big Leap

The Big Leap (हिन्दी)

"The Big Leap" Gay Hendricks द्वारा लिखित एक self-help किताब है जो personal excellence की स्थिति को प्राप्त करने के विचार पर focused है। किताब बताती है कि बहुत से लोगों को "ऊपरी सीमा की समस्या" होती है जो उन्हें काम, रिश्ते और व्यक्तिगत विकास सहित अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं में अपनी पूरी क्षमता हासिल करने से रोकती है। इन पर काबू पाने के लिए यह किताब अभी पढ़ें।

जब आप छोटे थे तो क्या आपने personal excellence की स्थिति प्राप्त करने का सपना देखा था? क्या हुआ बचपन के उस सपने का? क्या अब आप मन और संसाधनों की सीमाओं का सामना करते हैं?

यदि ये आपकी चिंताएँ हैं, तो इन सभी के जवाब नीचे दिए गए हैं। पढ़ते रहिये।

आज हम बात करने जा रहे है, Gay Hendricks की किताब, “The Big Leap” के बारे में। “The Big Leap” सपनों और डर के बारे में एक किताब है, और कैसे डर और खुद पर थोपी गई limits को पार करके, उन सभी सपनों को सच किया जा सकता है।

हम उन लोगों को इसे पढ़ने की सलाह देते हैं जो अपने जीवन की दिशा ढूढने की कोशिश कर रहे हैं, या जो इस बात से satisfied नहीं हैं, कि अब तक life कैसे बीती है, और वोह अपनी reality को बदलना चाहते हैं।

यहाँ इस summary को क्यों पढ़ें?

Gay Hendricks की The Big Leap एक ऐसी किताब है जो मेरे दिल के बहुत करीब है क्योंकि मैं वह बच्चा था जिसने बहुत बड़े सपने देखे थे। लेकिन, जब adulthood आई, तो मुझे दुनिया की वास्तविकताओं से रूबरू कराया गया।

The Big Leap के पास समय के साथ हम पर थोपे गए आत्म-सीमित विश्वासों से लड़ने के व्यावहारिक तरीके हैं। मैंने अपनी कुछ सीमाओं से लड़ने के लिए व्यक्तिगत रूप से इन तरीकों का इस्तेमाल किया है।

परिणाम वह summary है जिसे आप पढ़ रहे हैं। इस summary में यह व्यक्तिगत स्पर्श कहीं और नहीं पाया जा सकता है। इसलिए, सर्वश्रेष्ठ के प्रति आश्वस्त (assured) रहें और पढ़ना जारी रखें।

तो चलिए फिर शुरु करते है।

Chapter 1: आपकी बड़ी छलांग की तैयारी

19th शताब्दी की शुरुआत में, engineers ने यह पता लगाया कि बिजली के बिना भाप इंजन का use कैसे किया जाता है और इस तरह steam engine का जन्म हुआ। पहले केवल माल को लेन ले जाने के लिए steam engine का use किया जाता था, लेकिन बाद में इसका use transport के लिए भी किया जाने लगा।

दोस्तों, steam engine का invention हुआ, क्योंकि किसी इंसान को ऐसा लगता था कि ये possible है, और उसके लिए वो हमेशा अपने comfort zone से बाहर रहा। पहले हमें समझना होगा की comfort zone कोई zone या जगह नहीं है। बल्कि ये एक ऐसा physical और mental state है, जिसमें इंसान comfortable हो जाता है।

और सबसे important आलसी ही जाता है। उद्धरण के लिए, अगर कोई इंसान कोई job कर रहा है, और वो उस job में खुश नहीं है, और वो अपना खुद का कोई business करना चाहता है, तो वोह उस job  को छोड़ देगा। लेकिन अगर वोह इस job को करते हुए वो इतना comfortable हो चूका है, कि अब वो इस job को छोड़ना नहीं चाहता। इसे कहते है comfort zone।

The Big Leap

इस chapter में कुछ महत्वपूर्ण बिंदु हैं, जो हम सभी को समझने और याद रखने के लिए बहुत जरूरी है:

  • Comfort zone उन achievers लिए नहीं है जो अपने सपनों का life बनाना चाहते हैं। इसका  मतलब है कि अगर आप अपने सपनो की life को चाहते हो या एक अमीर आदमी बनना चाहते हो, तो आपको अपने comfort zone से बहार आना होगा और काम करना पड़ेगा, वर्ना आपका सपना एक सपना ही बनके रह जायेगा।
  • बड़े सवालों से बड़ा इनाम मिल सकता है, यहाँ पर इनाम का मतलब knowledge है। इसका मतलब ये हुआ, कि आप जितना ज़्यादा important सवाल पूछेंगे आपको उतना ही अच्छा उसका जवाब मिलेगा, या आप जितना valuable सवाल पूछेंगे उतना ही valuable आपको उसका जवाब मिलेगा।
  • जब हम success के अगले level को पाते हैं, तो upper limit की problem हमें यह सोचने के लिए inspire करती है, कि हम इसके लायक नहीं हैं और हम वापस उसी जगह पर पहुंच जाते हैं जहां हम पहले थे। जब हम किसी चीज़ के लिए मेहनत करते है, तो nature हमे हमेशा एक step आगे कर देता है। इंसान का मन हमेशा comfort ढूंढ़ता है, इसलिए जब कभी उसका level बढ़ता है, तो उसको और पहले से ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
  • आराम की आपकी लत चाहती है कि आप अपने comfort zone में बने रहें,अगर आप ज़रूरत से ज़्यादा आराम करने लगे, तो ये आपके लिए अच्छा नहीं हो सकता क्यूंकि अगर आपको एक बार आराम की लत लग गयी, तो आप हर काम में आराम ढूंढेंगे जो की ultimately आपका comfort zone बन जाएगा।

Chapter 2: छलांग लगाना

Marianne Williamson का, एक पुराना और काफी famous example है कि हमारा सबसे बुरा डर failure का नहीं है, बल्कि यह इसका है कि “हम ये कर पाएंगे या नहीं।” या अगर simple भाषा में कहें तो confidence नहीं है। अगर आप जानते है और ये मानते हैं, कि आप अपनी capability को हमेशा बड़ा सकते है, तो आपके पास उस काम न करने का कोई बहाना नहीं है।

The Big Leap Book

 क्यूंकि डर कोई ऐसी चीज नहीं है, जिससे आप अपने आप से पूरी तरह छुटकारा पा सकते हैं, Hendrix, German psychologist Fritz Perls का example देते है और “इसमें सांस लेने” का सुझाव देते हैं। उन्होंने कहा था कि “डर सांस के बिना कुछ भी नहीं है।” आमतौर पर जब हम डरते हैं तो हमारी सांसें छोटी हो जाती हैं। इसका सामना करने के लिए आप धीरे-धीरे और गहरी सांस लेते हुए control वापस ले सकते हैं। और अगर आप इसे हमेशा करेंगे तो ये आपका confidence बढ़ाएगा।

इस chapter में कुछ महत्वपूर्ण बिंदु हैं, जो हम सभी को समझने और याद रखने के लिए बहुत जरूरी है:

  1. हम life के एक area में बड़ी छलांग के साथ, हमें life के दूसरे area में बड़े झटके मिल सकते हैं। इसका मतलब ये हुआ कि जब आप अपनी life में किसी यह चीज़ पर focus करेंगे तो हो सकता है कि, आप अपने दुसरे कामों को कम समय दे। जिससे कि वो काम ख़राब भी हो सकता है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम अपने सारे काम छोड़ कर एक ही चीज़ पर ध्यान दे। हमें ध्यान रखना होगा कि हम एक समय पर एक ही काम करें।
  2. हर communication problem के पीछे एक मुश्किल 10 मिनट की बातचीत है जो आप नहीं करना चाहते हैं। जब भी आप कोई नया काम शुरू करते है या कुछ भी नया करते है तो आप खुद के ही teacher बन जाते है, और चीज़ों को अपने हिसाब से handle करने लग जाते है, और जब कोई problem आती है तो आप समझ नहीं पाते कि क्या करना चाहिए। ये दिक्कतें इसलिए आती है क्यूंकि हम किसी से इसके बारे में सलाह नहीं लेते, अगर आप चाहते है कि ये दिक्कत न आये तो पहले किसी से सलाह ले और फिर शुरू करें।
  3. जब आपके relations में बड़ी चीजें सामने आती हैं, तो अपने partner से पूछें कि क्या वे सीखने की journey में एक equal partner के रूप में आपके साथ जुड़ने को तैयार हैं। दोस्तों यहाँ पर Hendrix ये lines उन लोगों के लिए लिखते है जो शादीशुदा है या फिर किसी के साथ relationship में है। वो कहते है कि जब आप अपने partner को अपने goals या अपने सपने के बारे में बताते है तो वो आपको कैसा response देते है। अगर अच्छा response देते है तो इसका मतलब वो आपकी progress देखना चाहते है। जब वो आपको response दे तो उनसे पूछे कि, इस सीखने के सफर में क्या वो आपका साथ देंगे। Hendrix यहाँ पर हमें बस ये समझा रहे है कि आप अपनी life जिसके भी साथ है, वो आपका साथ देने के काबिल है या नहीं। अगर वो सच में आपका साथ देना चाहते है, तो वो कभी भी आपको आगे बढ़ने से नहीं रोकेंगे और आपके साथ हमेशा सीखेते रहेंगे।

Chapter 3: Specific  होना

Hendrix कहते है कि काम असली में काम जैसा नहीं लगना चाहिए। इसका मतलब ये नहीं कि आप काम न करें। इसका मतलब ये है, कि जब आप अपने मन का काम करते है, तो आपको कभी भी थकान महसूस नहीं होती।

लेकिन आपको ये जानकर ताज़्ज़ुब होगा, कि दुनिया में ऐसे सिर्फ 5% लोग है, जो अपने आप काम को दिल से करते है। ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि ज़्यादातर लोगो को, 25 -28 की उम्र के बाद पता चलता है कि उनका passion क्या है।

क्योंकि 25 की उम्र से पहले वह लोग तो वही कर रहे थे, जो उनके मां-बाप, उनके teachers उनको समझाते आए थे। उन्होंने college में वही पढ़ाई की जो उनके दोस्तों ने की। उन्होंने वही job की जो उनके दोस्तों ने की। उन्होंने कभी अपने बारे में नहीं सोचा और जब वह अपने बारे में सोचते हैं, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। दोस्तों इसी को कहते हैं भेड़-चाल में चलना।

The Big Leap Summary

आपको अपने area में काम करने की जरुरत है जिसे Hendrix आपका Zone of genius कहते है। Zone of genius कोई जगह नहीं है, ये mental state है जब आप सबसे ज़्यादा productive होते है। और इंसान सबसे ज़्यादा productive तभी होता है, जब वो अपने मन का काम कर रहा हो। इसलिए Hendrix कहते है, कि आपको वही करना चाहिए जिसमे आपका मन लगे। ज़बरदस्ती किया हुआ काम हमेशा ख़राब होता है।

इस chapter में कुछ महत्वपूर्ण बिंदु हैं, जो हम सभी को समझने और याद रखने के लिए बहुत जरूरी है:

  1. चिंता करना इस बात का sign है कि हम किसी important चीज पर काम नहीं कर रहे हैं। हमें किसी भी काम की चिंता तब ही होती है, जब हम उस काम को last minute तक टालते है और जब deadline और पास आ जाती है तो चिंता करते है और फिर कोई बहाना मार के उस काम को छोड़ देते है। हमें यहाँ ये समझना होगा कि बहाना बनाने से या काम तो टालने से ,वो काम किसी और को नहीं करना पड़ेगा, वो अभी भी हमें ही करना पड़ेगा, लेकिन अब हमें उस काम की चिंता होगी। और फिर ना चाहते हुए भी, हमें अब काम तो करना ही पड़ेगा। इस problem का सबसे अच्छा solution है, अपने comfort zone से बाहर आना, और अपने अंदर के आलस को ख़तम करना।
  2. चिंता करना तभी useful होता है जब किसी subject के बारे में हम वास्तव में कुछ कर सकते हैं। फालतू में चिंता करना पागलपन है, जैसे कि आप चाहे की रात कभी न हो या गर्मियां कभी भी न आए और फिर इस subject पर चिंता करें, तो वो बिलकुल senseless होगा क्यूंकि, ये तो nature है और इसको कोई भी नहीं बदल सकता। इसपे चिंता करना बेकार है। अपने काम के लिए चिंता करना, अपने carrer को लेकर चिंता करना वो ज़रूरी है, क्यूंकि वही आपको एक सफल इंसान बनाएंगी। लेकिन यहाँ पर Hendrix एक बार पर बहुत ज़ोर देके बताते है, कि सिर्फ चिंता से कुछ नहीं होने वाला। हमें actions लेने पड़ेंगे, क्यूंकि अगर सोचने से ही सब कुछ हो जाता, तो आज दुनिया का हर इंसान अमीर होता।
  3. अगर आप चिंता करने की लत छोड़ दें, तो आपका जीवन रातों रात बदल सकता है। लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि आप लापरवह हो जाएं, चिंता और लापरवाह होने में एक बहुत छोटा सा अंतर है, जिसे हमें सोचना होगा। अगर हम चिंता करके actions न ले तो वो लापरवाही कहलाएगा। इसलिए चिंता न करें। इसके बजाय हम actions लेना शुरू करें।

Chapter 4: Zone of Genius में एक नया घर बनाना

Zone of Genius वो mental state है जहाँ आप अपने काम में genius बन जाते है। Zone of genius achive करने के लिए Hendrix कुछ steps बताते है। आइये उन्हें समझते है।

Zone of Incompetence

आपको काम के दौरान मेहनत करनी होगी क्योंकि बहुत से लोग इसे आपसे बेहतर कर सकते हैं। Zone of Incompetence में हमें समझ आता है कि हमें, अपने काम से चिपकना होगा।

 मतलब उसे बहुत ही अच्छे तरीके से करना होगा, क्योंकि अगर हम अपने काम में genius बनना चाहते है तो हमें यही करना होगा, वर्ना और भी लोग है जो हमसे अच्छे तरीके से कर सकते है।

Zone of Competence

The Big Leap Hindi

आप ठीक हैं, लेकिन बहुत से और लोग बेहतर तरीके से चीजों को  handle करते हैं। Zone of competence, में हमें समझ आता है कि अब आप काम में मेहनत करना सीख गए है, लेकिन अभी उस काम को और भी बेहतर किया जा सकता है। आपको satisfied नहीं होना है, क्यूंकि जो इंसान एक बार satisfy हो गया उसकी growth रुक जाती है, और अब वो average लोगों में गिना जाने लग जाएगा।

Zone of Genius

आप सचमुच दुनिया में best हैं। अगर आप इन steps को follow करते है तो आप top के 1 -2 % लोगो में आ जाएंगे जो अपने काम में genius बनते जा रहे है। लेकिन अगर आप लगातार चीज़े सीखते रहे और उन्हें अपनी life में implement करते रहे, तो Zone of Genius में बने रहेंगे, वर्ना आपकी जगह कोई और आ जायेगा।

Chapter 5: Zone of Genius में जीना

Zone of  Genius में कैसे भी बने रहना है, क्यूंकि ये वो time होगा जब बहुत सरे लोग आपको गिराना चाहेंगे और आपको negative thoughts देंगे। लेकिन आपको अपने zone में बने रहना है। इसके लिए Hendrix इस chapter में कुछ ज़रूरी points बताते है। आइये उन्हें समझते है:

  1. Box से बाहर निकल करके सोचे और उन पर action ले। Hendrix बताते है कि जब वो एक company में job करते थे तो उनका एक दोस्त था, जो ज़िन्दगी में बहुत कुछ करना चाहता था और बहुत अच्छे विचार रखता था, लेकिन उनको वही मिलता था जो ओरो को मिल रहा था क्यूंकि वोह अपने thoughts पर कभी भी actions नहीं लेते थे e और सिर्फ बातें करते थे। इस कहानी से Hendrix हमें ये बताना चाहते है कि अच्छे plans और thoughts तो हर कोई बना लेता है, लेकिन अगर हम उन पर actions नहीं लेंगे, तो कुछ भी नहीं होगा। इसलिए अपने plans पर action भी लेना होगा।
  2. Meditation की art सीखें और अपने अच्छे विचारों को कभी न जाने दे। Meditation की art का मतलब है कि, हमें focused होना सीखना पड़ेगा। हमें अपने distractions से दूर रहना होगा। ज्यादातर समय हम खुद ही चीज़ों से distract होते है नाकि वो हमें distract करती है। अपनी distractions से दूर रहने के लिए सबसे अच्छी चीज़ है time-table या schedule। अपने time-table में आप सोने से लेकर उठने तक हर एक छोटी बड़ी activity लिखे, और हर चीज़ का एक time fix करें और एक चीज़ को एक दिन में ज़्यादा बार repeat न करें। अपने आप को entertain करने के लिए 45 मिनट से ज़्यादा का time न दे, वार्ना आपका उठने का मन नहीं करेगा।
  3. यहाँ पर Hendrix हमें एक और चीज़ सिखाते है। वो कहते है कि अपने thoughts को अपने दिमाग से बाहर न जाने दे। इसके लिए वो बताते है note making करना। वो कहते है कि आप अपने साथ हमेशा एक छोटी diary रखे जिसमे आपको जैसे ही कोई अच्छा plan या thought दिमाग में आएं, तो उसे जल्दी से उस diary में लिखे, जिससे कि आप उन अच्छे plans या thought को भूलेंगे नहीं। वो ये भी कहते है, कि जब आप किसी चीज़ को लिख देते है तो उस काम के होने की possibility बहुत बढ़ जाती है।
  4. खुद को Motivate करें। आप जिस भी field में है, उस field की top में जो भी इंसान है, आप उनसे motivate हो सकते है। उनको follow करें, उनको समझने की कोशिश करें और ये पता लगायें कि जो गलती उन्होंने अपने career के starting में की थी, वो गलती आप न करें। और सबसे important, उनकी ideology, मतलब उनके mindset को समझिये।

Chapter 6: Einstein के समय को जिए

Einstein के समय में जीना का मतलब ये नहीं है कि आप Einstein के ज़माने में चले जाये। इसका मतलब है कि, जैसे Einstein के ज़माने में वो सबसे बड़े scientist थे वैसे ही आप भी अपने time में कुछ बड़ा करें।

The Big Leap English

Hendrix Einstein का example इसलिए देते है, क्यूंकि उनको आज भी दुनिया में उनके कामों की वजह से याद किया जाता है, Hendrix Einstein की ideology follow करते है। वो कहते है कि जैसे Einstein को science की field में उनके की वजह से Nobel prize मिला था, अगर आप भी मेहनत करेंगे तो आपको भी सफलता जल्द ही मिलेगी।

इस chapter में कुछ महत्वपूर्ण बिंदु हैं, जो हम सभी को समझने और याद रखने के लिए बहुत जरूरी है:

  1. अपनी life में आगे बढ़ने और ढंग से काम करने के लिए, आपको अपने आप को time के साथ update रखना होगा। समय में बहुत ताकत है, वो किसी को बना भी सकता है और बिगाड़ भी सकता है।  हमें अपने आप को समय के साथ नयी चीज़ों को adapt करना होगा और उन्हें सीखना पड़ेगा। इसे एक example की मदद से सीखते है। जब India में smart phone आया तो लोगो को वो ज़्यादा पसंद नहीं आये।  उनका कहना था कि इतना बड़ा और महंगा फ़ोन भला कौन रखेगा। शायद यही कारण था, कि India में smart phone को आने में थोड़ा समय लग गया। लेकिन कुछ सालो बाद इसकी मांग India market में इतनी बढ़ी कि आज यह दुनियाकी सबसे बड़ी market है। और अब तो शायद ही कोई होगा जिसके पास smart phone न हो, आप ये summary भी शायद अपने phone में ही पढ रहे होंगे। ठीक उसी तरह COVID से पहले लोग online payment या banking से घबराते थे, लेकिन जैसे COVID आया Government ने cashless payment करने को कहा, तो लोगों ने net banking शुरू कर दी, और अब तो हर दूसरी payment online होती है। इन सभी examples से हमें पता चलता है कि हमें अपने आप को समय के साथ update कर लेना चाहिए।
  2. समय की सही समझ पाने से आपका stress कम हो जाएगा। इस line से हमें समझ आता है कि समय की सही समझ से हमारी tension कम हो जाएगी लेकिन, इसका मतलब ये नहीं है कि हमें, समय को समझने के लिए समय से related  किताबें पड़नी होगी। यहाँ पर समय को समझने का मतलब है, कि समय की importance को समझना। अपने समय पे control रखना। आप किसी भी successful इंसान से पूछे, उन्हें अपने दिन का हर घंटा मालूम होता है कि कहाँ जा रहा है, क्यूंकि वो अपना समय divide करते है और उसे manage करते है। अगर आपको भी life में आगे बढ़ना है, तो आपको अपना समय manage करना आना चाहिए।
  3. Einstein के समय को पाने के लिए हमें अपने समय को 100% utilise करना होगा। Hendrix बताते है कि वो अपनी life में काफी सारे बड़े लोगो से मिले, लेकिन उनको Dell company के founder Michael Dell की एक बात बहुत अच्छी लगी, जिसको उन्होंने आगे अपनी life में उतारा। वो बताते है कि, Michael Dell को अपने समय की value पता थी इसलिए वो अपने दिन का जो हिस्सा meetings के लिए देते थे, वो उसमे सिर्फ और सिर्फ meetings पे ही focus करते है। अगर वो meeting कर रहे है तो उस वक़्त वो कोई भी दूसरा काम नहीं करेंगे, चाहे वो चाय पीना ही क्यों न हो। इससे Hendrix को समझ आया कि Michael Dell कभी भी multitasking नहीं करते। Multitasking का मतलब होता है एक समय पर एक से ज़्यादा काम करना। Michael Dell multitasking नहीं करते, इसलिए वो अपने समय को 100 % इस्तमाल कर पाते है। अगर आपको भी अपने समय को पूरी तरह से इस्तेमाल करना है, तो आप भी multitasking न करें, और एक समय पर एक ही काम को पूरे focus के साथ करें।

Chapter 7: रिस्तो के दिक्कतों का उपाय निकाले

इस chapter में Hendrix हमें समझाते हैं, कि कैसे आप एक health रिश्ते बना सकते हैं और उस रिश्ते को आगे बढ़ा सकते हैं। इसमें वह हमें यह भी समझाते हैं, कि रिश्ता हमेशा वही नहीं होता, कि जब आप किसी लड़के या किसी लड़की के साथ relation बनाओ।

जब आप business करते हैं तो उसमें जो आपके partner होते हैं उनके साथ भी आपको एक अच्छा relation बनाना पड़ता है, ताकि काम लंबे समय तक अच्छा चलता रहे।

इस chapter में कुछ महत्वपूर्ण बिंदु हैं, जो हम सभी को समझने और याद रखने के लिए बहुत जरूरी है:

  1. कौन सही है, कौन गलत ये छोड़ कर problem पर ध्यान दीजिये। अक्सर ऐसा होता है कि जब भी कोई दो लोगो के बीच में लड़ाई होती है तो वो एक दुसरे को दोषी मानते है, और वो ये नहीं सोचते की असलियत में आखिर problem क्या थी। ये सब होता है हमारी ego की वजह से। इंसान सोचता है भला मै किसी को sorry क्यों बोलूं, मैं किसी के सामने क्यों झुकू। आज की generation में तो ये problem बहुत common हो चुकी है। वो अपने आप को सबसे बड़ा मानते है, कुछ लोग तो अपने माँ बाप को भी कुछ नहीं समझते। इसका मतलब यह नहीं है कि आप दूसरों की गलतियों को ignore करें और हमेशा खुद ही झुकते रहे। आपका काम है problem को समझ कर अच्छे से solve करना, ना कि सिर्फ इस बात पर लड़ते रहना कि गलती किसकी है।
  2. Healthy relationships केवल बराबरी की सोच वालों के बीच मौजूद होते हैं। एक अच्छा relationship चाहे वो किसी के भी साथ हो, वो तभी सफल होता है जब आप दोनों तरफ से give and take कर रहे हो, क्यूंकि अगर एक इंसान ही सब कुछ करेगा, तो वो कोई भी relationship नहीं कहलायेगा। एक healthy relationship तभी बन पाएगा जब आप मिल बैठकर काम करेंगे। Example के लिए अगर आप business में किसी के साथ partnership में है, तो अगर आप sales का काम देखते है, तो आपके partner को manufacturing का काम देखना होगा, ताकि आप दोनों एक साथ company को साथ बड़ा कर सकें ।
  3. Hendrix कहते हैं कि वह अपने इतने लंबे career में बहुत से बड़े लोगों के साथ मिले और उनमें जो सबसे common problem है वो यही है कि वह एक दूसरे के साथ तालमेल नहीं बना पाते। इसे lack of communication कहते हैं इसके लिए आप एक practice कर सकते हैं। जो काम आप को दिया जाए उससे different काम आपके partner को दिया जाना चाहिए, ताकि आप उनके काम में दखल ना करें और वह आपके काम में दखल ना करें और आखरी में आप दोनों अपने अपने काम की report दीजिए। उससे यह पता चल जाएगा कि उन्होंने अपने काम को अपने तरीके से किया, आपने अपने काम को अपने ढंग से किया, जब आप दोनों इसी तरह company के दो अलग-अलग काम करेंगे तो company जरूर बढ़ेगी।

निष्कर्ष

दोस्तों, The Big Leap किताब से हमने सीखा कि, हमें अपने समय को 100% इस्तेमाल करना चाहिए, क्यूंकि जो 24 घंटो की energy हमें आज मिली है वो कल नहीं मिलेगी। हमने सीखा कि हमें अपना time manage करना चाहिए। हमें अपना zone of genius बनाना चाहिए। अपने relations को औरो के साथ बनाये रखने के लिए हमें give and take करना चाहिए। और सबसे important सीख जो हमने इस किताब से सीखी, वो है कि हमें कुछ बड़ा करने के लिए अपने thoughts पर action लेना होगा और अपने comfort zone को छोड़ना होगा।

The Big Leap किताब की समीक्षा (book review)

Gay Hendricks द्वारा “The Big Leap” self-imposed सीमाओं की पहचान करने और उन पर काबू पाने के द्वारा अधिक से अधिक सफलता और खुशी प्राप्त करने के लिए एक insightful और व्यावहारिक मार्गदर्शिका (guide) है।

Hendricks बताते हैं कि कैसे सफलता, आत्म-संदेह और नकारात्मक विश्वासों का हमारा डर हमें वापस पकड़ सकता है, और इन patterns से मुक्त होने के लिए शक्तिशाली tools प्रदान करता है।

एक स्पष्ट लेखन शैली और आकर्षक उपाख्यानों (anecdotes) के साथ, किताब abundance  और एक अच्छा जीवन बनाने के लिए कार्रवाई योग्य (actionable) सलाह देती है।

कुल मिलाकर, “The Big Leap” किसी भी व्यक्ति के लिए जरूरी है जो अपनी पूरी क्षमता को unlock करने और अपना सर्वश्रेष्ठ जीवन जीने की तलाश में है।

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