Kaise Jeete aur Prabhavshali Bane

Kaise Jeete Aur Prabhavshali Bane (हिन्दी)

"Kaise Jeete Aur Prabhavshali Bane" Santosh Kumar Yadav द्वारा लिखित एक ऐसी किताब है जो युवाओं को अपने जीवन का नियंत्रण हासिल करने और अपने लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करेगी। किताब हमारे चारों ओर aura को जीतने की बात करती है ताकि हम सभी अपने चुने हुए कार्य क्षेत्र में प्रभावी बन सकें। बढ़त और प्रभाव हासिल करने के लिए आगे पढ़ें अभी।

Santosh Kumar Yadav 22 mins read Read in English Motivation Productivity Self Improvement

London में James नाम का एक आदमी रहता था। छोटी उम्र से ही, James के पास ज्ञान (knowledge) के लिए कभी न मिटने वाली प्यास, प्रभावी (effective) होने और जीवन में जीत हासिल करने के लिए प्रतिबद्धता (commitment) थी। वह समझ गए थे कि सफलता भाग्य (luck) की बात नहीं है, बल्कि मेहनत के साथ किए गए कामों और निरंतरता (consistency) से मिलती है।

James ने अपने लिए clear लक्ष्य set करके अपनी यात्रा शुरू की। उन्होंने एक सफल businessman बनने और समाज पर सकारात्मक प्रभाव (positive impact) डालने का सपना देखा था। अटूट focus के साथ, उन्होंने अपने सपनों को हकीकत में बदलने के लिए जरूरी steps की outline तैयार करते हुए एक detailed plan बनाया।

जैसे-जैसे James आगे बढ़े, उन्हें कई अड़चनों और असफलताओं (failures) का सामना करना पड़ा। Financial struggles, और self-doubt ने उनके निर्णय का इम्तिहान (test) लिया। हालांकि, उन्होंने निराश होने से इनकार किया। James ने हर एक चुनौती (challenge) को growth और learning की अवसरता (opportunity) के रूप में देखा।

उन्होंने अपनी असफलताओं का विश्लेषण (analyze) किया, अपनी strategies को adjust किया, और भी ज्यादा दृढ़ निश्चय (determination) के साथ लगे रहे। अपनी प्रभावशीलता (effectiveness) को maximize करने के लिए, James ने continuous learning को अपनाया। उन्होंने बहुत पढ़ना शुरू किया, seminars और workshops में हिस्सा लिया, और उन उपदेशकों (mentors) कि तलाश की, जो सलाह और सहायता कर सकें।

James समझ गए थे कि ज्ञान एक ताकतवर (powerful) tool है जो उन्हें आगे बढ़ा सकता है और नई अवसरों को unlock कर सकता है। अपनी मेहनत की वजह से James को परिणाम मिलने लगे। उन्होंने सफलतापूर्वक (successfully) अपना खुद का business शुरू किया, जिसमें वो बहुत ही ज्यादा सफल रहे।

James की कहानी कई आकांक्षी उद्यमी (aspiring entrepreneurs) और सफलता के लिए कोशिश कर रहे लोगों के लिए प्रेरणात्मक (inspiration) बन गई। उनकी journey ने clear goals set करने, चुनौतियों को स्वीकार करने, लगातार सीखने, दृढ़ता (perseverance) और supportive network बनाने की ताकत के महत्ता (importance) पर रौशनी डाली।

अपने उदाहरण के माध्यम से, James ने यह बताया कि passion, determination और अपने आप में एक अटूट विश्वास के साथ, कोई भी effective और influential बन सकता है और जीवन में जीत हासिल कर सकता है।

परिचय

अगर आप भी जीवन में effective, influential और सफल बनना चाहते हैं, तो आज कि यह किताब आपकी पूरी जिंदगी को बदल सकती है। “Kaise Jeete Aur Prabhavshali Bane” जिसे संतोष कुमार ने लिखा है, किताब में बताया  गया है, कि आप अपनी जिंदगी में कैसे एक प्रभावशाली और सफल इंसान बन सकते हैं।

यह किताब आपके मानसिकता (mindset) को बदलेगी और कुछ नया सोचने और सीखने के लिए प्रेरित करेगी। इस किताब में बताई गई practices को अगर आप जीवन में अमल करना शुरू कर दें, तो अपने अंदर एक बहुत बड़ा बदलाव महसूस कर पाएंगे।

इस किताब को अच्छी तरीके से समझने के लिए हमने इसे 7 अध्यायो में बांटा है। आइए उन सभी अध्यायों को एक-एक करके detail में समझते हैं।

तो चलिए शुरू करते हैं…

अध्याय 1: आपकी मानसिकता (mindset)

Kaise Jeete aur Prabhavshali Bane

सफलता की शुरुआत मानसिकता से होती हैं। मानसिकता का नियम है, कि आप अपने मन में अपने लक्ष्य (target) की एक तस्वीर बनाएं ताकि आप जो बनना चाहते हैं धीरे-धीरे वैसे इंसान बनने लगें। जिस तरीके का इंसान आप बनना चाहते हैं उस तरीके के विचार अपने दिमाग में डालें, ताकि आपका अवचेतन मन (subconscious mind) बार-बार याद दिलाता रहे कि आप कहां जाना चाहते हैं।

एक सफल इंसान हमेशा अपने अवचेतन मन की ऊर्जा का इस्तेमाल करता है, हमारे पास सबसे शक्तिशाली चीज़ हमारा दिमाग है। हमारा दिमाग एक ऐसी चीज़ है जो किसी भी चीज़ को बना भी सकता है और बिगाड़ भी सकता है, इसलिए उसे सही तरह से इस्तेमाल करना आपका मुख्य लक्ष्य होना चाहिए।

जिस तरह शरीर को अच्छे खाने की जरूरत होती है उसी तरह दिमाग को भी अच्छे विचारों की जरूरत होती है। अगर आप पूरा दिन अपने बारे में सिर्फ नकारात्मक विचार सोचते रहेंगे, जैसे  कि मुझसे कुछ नहीं हो पाएगा, मैं कुछ नहीं कर सकता, तो अवचेतन मन भी वैसा ही होता जाएगा और आपको लगेगा कि सच में आप कुछ नहीं कर सकते।

जब आप अपने आप को सकारात्मक विचारों से भर देते हैं, अपने बारे में हमेशा अच्छा सोचते हैं, तो अवचेतन मन को लगता है कि आप सच में अच्छा कर सकते हैं। हम अपने बारे में जैसा सोचते हैं वैसा ही हमारी thinking language बन जाती है। जब आप अपने बारे में हमेशा अच्छा बोलते हैं, तो अवचेतन मन की भाषा यानी हमारी thinking language अच्छी होगी और language से ही हमारे विचार बनते हैं।

क्या आपको पता है कि ज्यादातर लोग पूरी जिंदगी यह जान ही नहीं पाते, कि वह एक ही जगह पर क्यों फंसे हुए हैं, वह अपनी जिंदगी में आगे क्यों नहीं बढ़ पा रहे है? इसका सिर्फ एकमात्र कारण है, वह है उनकी मानसिकता। आप वही बन जाते हैं जैसा मानसिकता रखते हैं। हम जो बोलते और जिन चीजों पर विश्वास करते हैं अवचेतन मन उसे ही सच मानता है इसलिए मनचाही चीजों को सच मानना बहुत ज्यादा जरूरी है।

हो सकता है कि आज आपको लगता हो कि, इतनी बड़ी चीज़ मैं हासिल नहीं कर पाऊंगा, या फिर इतना बड़ा घर कभी नहीं ले पाऊंगा। लेकिन जब आप उस चीज़ पर विश्वास करते हैं तो ये अवचेतन मन में बैठ जाएगी और आपको विश्वास होने लगेगा कि मैं सच में कर सकता हूं।

आपको अपनी भाषा पर बहुत ज्यादा ध्यान रखना होगा। क्योंकि जो आप बोलते हैं अवचेतन मन उसे ही स्वीकार कर लेता है। इसलिए उन्हीं चीजों के बारे में सोचें और बात करें जिन्हें आप पाना चाहते हैं, उनके बारे में बिल्कुल ना सोचे जिन्हें आप पाना नहीं चाहते। आप कभी भी अपने लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल ना करें जो negative sound करती हो जैसे, मैं यह काम नहीं कर सकता, या फिर मैं यह चीज़ नहीं ले सकता।

उसके बजाय आप खुद से पूछिए कि मैं यह काम कैसे कर सकता हूं या मैं इस चीज़  को कैसे ले सकता हूं। जब आप खुद से सवाल पूछेंगे तो खुद ही जवाब मिल जाएगा। लेकिन ज्यादातर लोग यहीं गलती करते हैं, खुद से कभी सवाल पूछते ही नहीं।

किसी भी चीज़ को हासिल करने के लिए हमारी जिंदगी में एक flowchart होता है, अगर आप इस flowchart को अच्छी तरीके से follow करते है तो किसी भी चीज़ को हासिल करने के मौके बहुत प्रतिशत (%) बढ़ जाते हैं। Flowchart में यह बातें शामिल हैं।

  • Self talking के दौरान अच्छे सकारात्मक शब्द को चुनना
  • सोचना
  • मानसिकता
  • खुद से बात
  • कार्य (action)
  • परिणाम मिलना

Flowchart में सबसे पहले अच्छे सकारात्मक शब्द को चुनना है। यानी अगर आप अपने लिए अच्छे और सकारात्मक शब्द को चुनते हैं तो वह आपके अवचेतन मन को बताते हैं कि आपकी सोच सकारात्मक है।

उसके बाद उन शब्दों से आपके विचार बनने शुरू होते हैं।

जब बहुत सारे अच्छे विचार बन जाते हैं तो वह एक मानसिकता का रूप ले लेते हैं।

इसके बाद अपनी सकारात्मक मानसिकता के अनुसार हम खुद से बात करना शुरू करते हैं, और अपने आपको बताते हैं कि कोई भी चीज़ असंभव नहीं है। आप दुनिया में हर चीज़ को हासिल कर सकते हैं।

खुद से हुई सकारात्मक बातों से हम अपने काम पर पूरा focus करते हैं ताकि मिलने वाले परिणाम हमारे favour में आ सकें।

अध्याय 2: सफलता और असफलता

आप चाहे कितनी भी किताबें पढ़ ले, चाहे कितने भी seminar ले ले या फिर चाहे कितने भी course कर ले। एक समय के बाद इन सभी चीजों का motivation कम पड़ने लग जाता है और लोग demotivate होकर दुबारा बैठ जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि यह सब वह चीज़ें है जो बाहर से प्रेरणा (motivation) देती है।

अंदर से खुद को बदलने कि प्रेरणा नहीं आने का मतलब है, आपने अभी तक खुद से written promise यानी लिखित वादा नहीं किया है।

इसका मतलब है कि अब तक आपने सभी की बातें सुनी है लेकिन अपने लिए कुछ भी नहीं लिखा है। जिसकी वजह से आपके अवचेतन मन (subconscious mind) को यह clear नहीं हो पाया है कि आप क्या करना चाहते हैं। इसके लिए सबसे पहले एक खाली page लेना है और जीवन में आप जितनी भी चीज़ों को करना चाहते हैं उनको page पर लिखना है। हमारा दिमाग सारी बातें समझ तो लेता है, लेकिन एक छोटे बच्चे की तरह बहुत ही जल्दी भूल जाता है।

इसलिए उसको बार-बार याद दिलाना बहुत जरूरी है। इसका सबसे तेज़ और सही तरीका है अपने आप से एक written promise करें यानी अपने लक्ष्यों को लिख लें ताकि आप हर दिन पढ़ कर याद कर सकें। लक्ष्य इस तरह हो सकते हैं, जैसे आप घर खरीदना चाहते हैं, गाड़ी खरीदना चाहते हैं, किसी जगह पर घूमना चाहते हैं या famous होना चाहते हैं।

इस तरह जो भी आप चाहते हैं उसे page पर लिखें और आज की तारीख के साथ उस तारीख को डालें जब इसे हासिल करने वाले हैं। अब इस page को ऐसी जगह चिपकाए जहां पर आपकी नजर हर समय जाए, ताकि आप अपने लक्ष्य को कभी ना भूले और उसके लिए लगातार मेहनत करते रहे।

Kaise Jeete aur Prabhavshali Bane Book

इस दुनिया में दो तरह के लोग होते है। एक सफल लोग और दूसरे असफल लोग। सफल वही इंसान होते हैं जो अपने काम को कभी भी नहीं टालते और हर दिन अपने काम के लिए मेहनत करते रहते हैं। जो भी लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं उसे पाकर ही छोड़ते हैं। वहीं असफल लोग वह होते हैं जो करना तो बहुत कुछ चाहते हैं लेकिन अपनी असफल आदतों के कारण कुछ भी नहीं कर पाते। 

दोस्तों हमारी आदतें ही हमें बनाती है और बिगाड़ती भी है। अगर आप एक सफल इंसान बनना चाहते हैं तो आपको हमेशा मेहनत करने की आदत होनी चाहिए। आपके लिए आपके काम से बढ़कर कुछ भी नहीं होना चाहिए।

आप अपने आप से सवाल पूछे कि आप अपनी जिंदगी में जहां होने चाहिए थे क्या आप वहां पर है? अगर नहीं है तो अभी आपकी जिंदगी में एक turning point की जरूरत है, एक ऐसा जबरदस्त मोड़ लेने की जरूरत है, जहां अपने आपको पूरी तरह से बदलकर बेहतर इंसान बनने के लिए सफल आदतें अपनानी है।

अध्याय 3: आदतों के असर

आदत एक अभ्यास (practice) है जो रोज़ की जानी चाहिए। आदत अपने आप विकसित (develop) होने वाली अभ्यास है जो हर दिन थोड़ी-थोड़ी विकसित होती है और एक दिन मजबूत बन जाती है। जिस तरह मानसिकता या तो सकारात्मक होता है या नकारात्मक, उसी तरह आदत या तो अच्छी होती है या बुरी होती हैं।

हमारी पूरी जिंदगी आदतों से मिलकर ही बनती है। आपको लगता होगा कि हम दिन भर जितने भी निर्णय लेते हैं वह सोच समझ कर लेते हैं, लेकिन असल में वह हमारी आदतों का ही परिणाम होते है। हम पूरे दिन में कितनी बार खाते हैं? कितनी देर आराम करते हैं, यह सब हमारी आदतों का परिणाम ही है।

Kaise Jeete aur Prabhavshali Bane Summary

जब आप अपने विचारों और काम से जुड़ी आदतों को नियमित आधार (regular basis) पर हर दिन करते हैं, वह schedule बन जाती है। आदतें शुरुआत में तो छोटी लगती हैं लेकिन धीरे-धीरे यह बहुत बड़ा प्रभाव सृजन (create) करने लगती हैं। हमारी रोज़मर्रा की जिंदगी, स्वास्थ्य और लोगों के साथ हमारे रिश्तों पर अपना असर छोड़ने लगती हैं।

लोग दिन भर जितना काम करते हैं उसमें से 60% काम उनके सचेत (conscious) निर्णयों से नहीं बल्कि रोज़ की आदतों से लिए जाते है। अगर आप अपने अंदर अच्छी आदतें विकसित कर ले, तो daily decisions को अपने favour में ले सकते हैं।

आपको अपने बड़े लक्ष्य के लिए हर दिन थोड़ा बेहतर बनना है। क्योंकि जब आप हर दिन उस काम में बेहतर होते जायेंगे तो साल में 37% से ज्यादा बेहतर बनकर 1 दिन उस काम में महारत हासिल कर सकते हैं। और इसके विपरित (opposite), अगर हर दिन बेकार होते हैं तो बहुत जल्दी बर्बाद हो सकते हैं।

अच्छी आदत आत्म सुधार (self improvement) का काम करती हैं, वहीं बुरी आदत व्यक्तित्व (personality) को खराब करने का काम करती हैं। भले ही शुरुआत में आपको अपनी आदतों का प्रभाव ना दिखाई दे लेकिन कुछ महीनों या सालों के बाद इनका प्रभाव बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।

अब तक हम समझ चुके हैं कि आदतें हमारी जिंदगी में कितना महत्त्वपूर्ण role play करती हैं। अब आप जानेंगे कि अपने लिए सफल आदतें कैसे बना सकते हैं।

सफल आदतें बनाने के लिए सबसे पहले अपने पूरे दिन की दिनचर्या बना ले और दिनचर्या बनाने से पहले तीन बातों का ध्यान रखें। इन्हें सबसे ऊपर लिखे।

  1. आप किस तरह के इंसान बनना चाहते हैं।
  2. आप अपने लिए किस तरह का दिनचर्या बनाना चाहते हैं।
  3. आप अपने लिए किस तरह की पहचान चाहते हैं।

आप किस तरह के इंसान बनना चाहते है

इसे पढ़ते हुए अपने आप से बोले कि ऐसा इंसान बनने के लिए मैं इस दिनचर्या (routine) को बिना टाले हर दिन follow करूँगा या करुँगी। हर दिन के आने वाले चुनौतियों (challenges) का डटकर सामना करें। एक ideal daily routine कुछ इस तरह का होता है।

  • आपका काम – 8 घंटे
  • नींद – 8 घंटे
  • अपने लक्ष्य के लिए ज्ञान लेना – 2 घंटे
  • व्यायाम – 2 घंटे
  • मनोरंजन (entertainment) – 2 घंटे
  • अप्रत्याशित काम (unexpected work)  – 2 घंटे

अगर आपको दिनचर्या बनाने में मुश्किल हो रही है तो आप शुरुआती दिनों में इस दिनचर्या को follow कर सकते हैं और धीरे-धीरे अपने समय  के हिसाब से customize कर सकते हैं।

सफल आदतों को अपनाने के लिए सही कदम उठाने से सिर्फ individual ही नहीं, बल्कि छोटी company या बड़ा business भी सफल बन सकता है। सफल आदत विकसित करने के लिए जरूरी गतिविधि (activity) के लिए समय तय करना बहुत जरूरी है। अगर आप समय तय नहीं करेंगे तो गतिविधि कभी समय पर नहीं हो पाएगी, वहीं  अगर आप समय तय करते है तो उस काम को अनुशासन (discipline) के साथ पूरा कर पाएंगे।

इस काम को आसान करने के लिए आप अपने लिए एक list बना सकते है।

  • वर्तमान समय  का लक्ष्य
  • आज का लक्ष्य
  • इस हफ्ते का लक्ष्य
  • इस महीने का लक्ष्य
  • इस साल का लक्ष्य
  • अगले 5 सालों का लक्ष्य

अब इस list को उल्टा पढ़िए और तय करें कि आपको अगले 5 सालों में क्या करना है। 5 सालों का काम तय करने के बाद तय करें कि इन 5 सालों का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए एक साल में क्या करना होगा? उसी तरह इस साल के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हर महीने के जरूरी tasks को लिखें और हर महीने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, हर हफ्ते के जरूरी छोटे – छोटे लक्ष्यों को लिखे, फिर उसके लिए हर दिन के जरूरी tasks को तय करें।

ऐसा करने से व्याकुलता (distraction) कम होगा और आप अपने काम को focus से कर सकते हैं, दिन के लक्ष्य set करने के बाद आपको तय करना है कि उन्हें पूरा करने के लिए daily routine कैसा होगा।

इसी के साथ सफल आदतों को आकर्षित (attractive) बनाएं। इसके लिए सफल गतिविधि को अलग – अलग तरीके से करने की कोशिश करें। जैसे हर दिन नई-नई व्यायाम करें जिससे आपको नए चुनौतियां मिलेंगे और वह आदत अपने आप ही आकर्षित बन जाएगी।

अध्याय 4: एक शांतिपूर्ण (peaceful) इंसान बने

Peaceful मानसिकता इस दुनिया की सबसे ताकतवर चीज़ है। एक बार जब आप अपने अंदर देख लेते हैं, अपने आप को पहचान लेते हैं और अपने आपको बेहतर बनाने के लिए काम करना शुरू कर देते हैं, तो बाहरी दुनिया का सामना करना बहुत आसान हो जाता है। इस दुनिया में आपको दूसरों के साथ वैसा व्यवहार करना है जैसा आप चाहते है की लोग आपके साथ करें।

जब हम Peaceful मानसिकता से दुनिया को देखते हैं तो सकारात्मक चीज़ें नज़र आने लगती हैं। तब हमें समझ आता है कि अपने ऊपर काम करके अपने आपको बेहतर बनाने की जरूरत है। इससे हम आज में जीना सीखते हैं।

Kaise Jeete aur Prabhavshali Bane Hindi

आज में जीने का असल मतलब होता है, जो काम कर रहे हैं उस काम को आनंद से करना। आप उस काम का आनंद तभी ले सकते हैं जब उससे भविष्य अच्छा हो रहा हो। उदाहरण के लिए, पूरा दिन सोना और आराम करना सभी को पसंद है।

इस काम को करते हुए बहुत अच्छा लगता है लेकिन इसे आज में जीना नहीं बोलेंगे क्योंकि इसको करते वक्त मन में यह पछतावा है, कि मैं मेहनत नहीं कर रहा हूं और इससे मेरा भविष्य बेहतर नहीं बन रहा है। वहीं जो इंसान सुबह समय पर उठकर व्यायाम कर रहा है, वह खुश है क्योंकि उसका भविष्य अच्छा हो रहा है।

इस दुनिया में ज्यादातर लोग अपने अतीत या फिर भविष्य के बारे में सोच कर जी रहे हैं। वह अपने आज पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे है। जब हम एक Peaceful मानसिकता से जीते हैं तो बहुत सारी अवसरें दिखने लगती हैं, एक peaceful mind अवसरों के बहुत सारे रास्ते खोल देती है, क्योंकि जब दिमाग peaceful है तभी आज को देखने की क्षमता आती है। Peaceful mind के साथ अपनी आदतों के बारे में समझ बढ़ती है।

आभारी (thankful) होना यानी कृतज्ञता (gratitude) जिंदगी का हिस्सा बनने लगते है। सुंदरता (gratefulness) को अपनाने से जिंदगी में हर चुनौती पार करना आसान है। सुंदरता का मतलब है, ईश्वर को उन सभी चीज़ों के लिए धन्यवाद बोलना जो आपके पास है।

लेखक कहते हैं कि, जिसके अंदर कृतज्ञता की भावना नहीं है उनके प्रभावशाली इंसान बनने की संभावना कम होती है। दुनिया के महान लोगों ने सुंदरता के साथ कमाल किया है क्योंकि वह जानते थे कि सुंदरता ही एक ऐसी चीज़ है जो उन्हें लोगों के साथ जोड़े रखती है। वह लोगों की तकलीफ समझ पाते हैं और खुद को down to earth रख पाते हैं।

लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम अपने लक्ष्यों के लिए काम करना छोड़ दें। सुंदरता का मतलब है, हमें खुश होना चाहिए कि हमारे पास जो है वह पर्याप्त है और अपने लक्ष्यों को पाने के लिए हमेशा भूखा रहना चाहिए। यही सफल जिंदगी की कुंजी (key) है।

अध्याय 5: एक proactive इंसान बने

जीने की समझ ही हमें आज में जीना सिखाती है। समझ ही ज्ञान और अज्ञान के बीच फर्क करना सिखाती हैं, समझ ही सफल आदतों को विकसित करके जीवन में आगे बढ़ाती है। यह समझ जीवन में ज़्यादातर समस्याओं का समाधान भी करती है। हम सब अपनी जिंदगी के लिए 100% खुद जिम्मेदार हैं। आपके अलावा कोई भी इंसान नहीं है जो आपको बदल सकता है। जितनी जल्दी आप इस बात को समझ जाएंगे, उतनी जल्दी अपने जीवन की जिम्मेदारी 100% खुद लेना सीख जाएंगे।

Kaise Jeete aur Prabhavshali Bane English

दूसरों को अपने हिसाब से चलाने का ख्याल अपने दिमाग में से निकाल दें, क्योंकि दुनिया में सभी अपने अनुसार चलना चाहते हैं। इसके लिए आप कुछ कर सकते हैं, तो वह है खुद को बदलना। आप खुद को अपने हिसाब से बदल सकते हैं और बाकी लोग आपको देख कर खुद ब खुद बदल जाएंगे, बस उसके लिए आपका प्रभावशाली इंसान होना जरूरी है।

अपने आपको इस तरीके से विकसित करें, कि आपके सामने कोई भी हालात आ जाए उसका डटकर सामना करेंगे। इन सब कामों को करने के लिए आपको एक proactive, यानी ऐसा इंसान बनना होगा जो हमेशा active हो, अपने लक्ष्यों के किसी भी काम को लेकर कभी भी आलस ना करें।

प्रभावशाली इंसान बनने के लिए एक अच्छे leader की quality अपने अंदर लानी होगी। और यह तभी हो पाएगा जब आपका अपने ऊपर पूरा 100% नियंत्रण होगा। Proactive इंसान जागरूक (aware) होते हैं। वो बस ऐसे ही प्रतिक्रिया (react) देने के बजाय सोच समझकर जवाब (response) देते हैं।

Proactive लोग किसी काम को करने से पहले उसके सकारात्मक और नकारात्मक पहलू दोनों देखते हैं, उसके बाद में काम को शुरू करते हैं। उसे तब तक नहीं छोड़ते, जब तक वह काम पूरा न हो जाये। स्थिति चाहे कैसी भी हो, उसे अच्छा करने के लिए पहला कदम उठाना हमारे हाथ में ही होता है, और यह पहला कदम अक्सर proactive लोगों का ही होता है।

आपने notice किया होगा जिस समाज में आप रहते हैं, जब कभी वहां कोई घटना हो जाए तो कुछ लोग ऐसे होते हैं जो फटाफट police को बुलाते हैं, fire को बुलाते हैं, और जो भी उस समाधान के लिए जरूरी है वह सब करते है। सबसे पहले वह कदम उठाते हैं, यही वो proactive लोग है। परेशानी के समय बाकी लोग जब कुछ नहीं करते, तब पहला कदम इसी तरह के लोग उठाते हैं। Proactive लोग अपनी कल्पना के जरिए अपने सपनों को आकार देते हैं।

वह हमेशा उस तस्वीर की कल्पना करते हैं, जहाँ जीवन में पहुंचना चाहते हैं। कल्पना के बाद वह ज्यादा प्रेरणा (motivation) और focus से अपने काम को कर पाते हैं। Proactive लोग अपनी कल्पना में प्रभावशाली इंसान होते हैं, इसलिए वह हर परिस्थिति में धैर्य रखते हैं और अपनी जिम्मेदारियों को समझते हैं। मेहनत कर अपनी कल्पना को हकीकत में बदल देते है।

Proactive लोग सफल और प्रभावशाली इसलिए होते हैं क्योंकि वह सबसे पहले अपनी कल्पना में सफल होते हैं और फिर अपनी कल्पना को हकीकत में बदल देते हैं। वह जानते हैं कि अगर आप अपनी कल्पना में एक सफल और प्रभावशाली इंसान है तो असल जिंदगी में भी वह इंसान बन सकते हैं।

Proactive लोग अपनी कल्पना में माहिर होते हैं, वह अपनी जीत का जश्न पहले ही मना चुके होते हैं। इसलिए वह हर स्थिति में अपने भाग्य को अपने साथ लेकर चलते हैं क्योंकि उनको पता है हर मोड़ पर क्या करना है। क्या आप अपनी कल्पना में अपने आपको एक सफल और प्रभावशाली इंसान देख पा रहे हो? अगर इसका जवाब हां है, तो हकीकत में भी आप एक सफल और प्रभावशाली इंसान बन जाएंगे। लेकिन अगर इसका जवाब ना है तो अपने ऊपर काम करने की जरूरत है।

आपके विचार ही आपको बनाते है, अगर आप अपनी कल्पना में विजेता है तो असल जिंदगी में भी विजेता बन जायेंगे। इसलिए सफल विचारों को सोचना बहुत जरूरी है। सफल विचारों के लिए आप अच्छी किताबें पढ़ सकते हैं जो जिंदगी में सफल होने के लिए उत्साहित (motivate) करें।

इसके अलावा movie देख सकते हैं या अपनी field से जुड़ी knowledgeable video देख सकते हैं जो आपको अपनी field में सफल होने के लिए उत्साहित करें। याद रहे आपको वही चीज़ें देखनी है जो आपके काम की है और आपको उत्साहित करती हैं।

Kaise Jeete aur Prabhavshali Bane

Proactive लोग सबसे ज़रूरी काम को सबसे पहले करते हैं और समय प्रबंधन (time management) पर बहुत अच्छी पकड़ बनाकर रखते हैं। Proactive लोगों की तरह समय प्रबंधन के लिए रात में सोने से पहले अपने अगले दिन का दिनचर्या बना लें। सुबह उठते ही आपका काम सिर्फ उसको follow करना है। ऐसा करने से आपका समय भी बर्बाद नहीं होगा और focus होकर आप अपने काम को फटाफट पूरा कर सकते हैं।

अध्याय 6: एक प्रभावशाली (influential) इंसान बने

सबसे जरूरी काम सबसे पहले करें:

आप अपनी जिंदगी और अपने समय  पर अपना 100% नियंत्रण कर सकते हैं लेकिन उसके लिए अपने समय को सही तरीके से प्रबंध (manage) करना होगा, इसका सबसे पहला तरीका है जरूरी काम को सबसे पहले करना। उससे भी जरूरी यह है कि पता कैसे चलेगा आपके लिए सबसे जरूरी काम क्या है?

तो अगर आप एक businessman है तो आपके लिए customer के फायदे और company के profit के लिए किए गए निर्णय उन्हें implement करना सबसे ज्यादा जरूरी होगा। बाकी काम अपने कर्मचारी (employer) में बांट दें।

अगर आप एक employ हैं तो आपके boss का दिया हुआ काम सबसे जरूरी काम है और इसको सबसे पहले करें। उसके बाद अपने निजी (personal) काम को करें क्योंकि आपकी job ही आपको आगे बढ़ाएगी।

जब आप सबसे जरूरी काम को सबसे पहले करना सीख जाते हैं तो सफलता की कोई सीमा नहीं बचती, ये strategy performance और परिणाम को बहुत तेजी से बढ़ाती है और जो सफलता आप अगले 5 साल में पाने की सोच रहे थे हो सकता है वह अगले 2 साल में ही मिल जाए।

सीखना और सीखी हुई बातों को अमल करने से, जिंदगी पूरी तरह बदल जाती है। हम में से ज्यादातर लोग जोश में आकर बहुत किताबें पढ़ने लगते हैं और उससे उत्साहित हो जाते हैं। लेकिन कुछ लोग ही उन सीखी हुई चीज़ों को अपने जीवन में अमल (implement) करते हैं।

क्योंकि पढ़ना एक आसान काम है लेकिन उन चीज़ों को अपनी असल जिंदगी में उतारना और उसको लगातार follow करना एक चुनौतीपूर्ण (challenging) काम है। जो ज्यादातर लोग नहीं करते, लेकिन जो लोग इस चीज़  को follow कर लेते हैं वह जिंदगी में दूसरों लोगों से आगे निकल जाते हैं।

प्रभावशाली लोग दूर की सोचते हैं

प्रभावशाली लोग यह सोचने की बजाय कि कल क्या करना है, यह सोचते हैं अगले 5 साल में उन्हें कौन सा लक्ष्य प्राप्त करना है और उसको प्राप्त करने के लिए आज क्या करना है। इसके लिए आपको सबसे पहले एक list बना लेनी है, जहां पर लिखना है कि अगले 5 साल में क्या करना चाहते हैं उसके बाद इस चीज़ को पाने के लिए 1 साल में क्या करना होगा।

उस 1 साल में पाने के लिए 12 महीनों में क्या करना होगा। और उन महीनों के लक्ष्य को पाने के लिए हर हफ्ते क्या करना होगा। और हफ्ते के लिए हर दिन क्या करना होगा। ऐसा करने से आपका बिल्कुल भी समय बर्बाद नहीं होगा और आप focus होकर अपना काम करते रहेंगे।

अध्याय 7: अपने आप को upgrade करना

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Upgrade होना बहुत जरूरी है क्योंकि यह आपको बेहतर बनाता है। लगातार सुधार (improvement) ही upgrade करने का एकमात्र तरीका है। जब आप बेहतर होना बंद कर देते हैं, तो बद्तर हो जाते हैं। किसी भी बदलाव का पहला कदम जागरूकता (awareness) है। जागरूकता का लक्ष्य आपकी चेतना (consciousness) को ऊपर उठाना है।

एक बार जब आप पूरे होश के साथ अपने विचारों और actions को देखना शुरू कर देते हैं, तो बेहतर बनने का रास्ता मिल जाता है। आप जिस तरह की दुनिया चाहते हैं, अपने आप से वैसा बनाने की शुरुआत करें। अगर आप दुनिया को एक बेहतर जगह बनाना चाहते हैं, तो शुरुआत खुद को एक बेहतर इंसान बनाने से करें।

Upgrade होना क्यों जरूरी है?

हमारा जीवन एक बगीचे की तरह है जिसकी समय-समय पर देखभाल करनी होती है। अगर अपने बगीचे के पौधों को एक उपजाऊ बगीचे की तरह देखभाल करते रहेंगे, तो वे उम्मीदों से ज्यादा फलेंगे-फूलेंगे। लेकिन अगर खरपतवारों (weeds) को अपने बगीचे में जमने देते हैं, तो जल्द ही देखेंगे कि उनमें खतरनाक कीटाणु पैदा हो सकते हैं।

इसलिए समय-समय पर अपने बगीचों की निगरानी करते रहें और अगर कोई कमी दिखे तो उसे तुरंत ठीक करें। बेकार चीज़ के प्रति हमेशा सावधान रहें, इसके लिए एक monitoring team बनाएं जो आपको बताती रहे और समाधान ढूंढती रहे। नए तरीकों के साथ, आपका बगीचा समय के साथ सुरक्षित रहेगा और लंबे समय तक अच्छे परिणाम देता रहेगा।

जैसे आपको साफ़ रहने के लिए हर दिन सफाई करनी पड़ती है या नहाना पड़ता है, वैसे ही अपने विचारों को हर दिन सकारात्मक बातों के जरिये positivity देते रहें। अगर आप वहां मनचाही फसलों के बीज नहीं बोते हैं और उन्हें साफ नहीं करते, तो खरपतवार उगेंगे, इसलिए upgrade होना बहुत जरूरी है।

एक मानसिकता जो जिंदगी बदल दे

Upgrade होने के लिए जागरूकता (awareness)

जब तक आप किसी चीज़ के अस्तित्व के बारे में नहीं जानते तब तक कुछ नहीं बदल सकते। जागरूकता के लिए आपको समझने और अलग होने का रास्ता ढूंढना होगा। समझ का मतलब है, यह समझना कि आपके सोचने के तरीके की शुरुआत कहां से हुई, इससे आपको यह समझने में मदद मिल सकती है कि आपको जो परिणाम मिल रहे हैं वो क्यों मिल रहे हैं।

ऐसा करने से जब आपको पता चलता है कि सोचने का यह तरीका आपका नहीं है, तो आप खुद को इससे अलग कर लेते हैं। इस अलग होने के तरीके से, आप यह तय कर सकते हैं कि इसे जारी रखना है या छोड़ना है। इसके लिए आज ही यह सोचना होगा कि आप आज कहां हैं और भविष्य में आप कहां जाना चाहते हैं।

Upgrade होने के चार पहलू

  1. पहला शारीरिक (physical) – exercise से
  2. दूसरा मानसिकता (mentality) – सीखने से
  3. तीसरा आध्यात्मिक (spiritual) – प्रार्थना से
  4. चौथा सामाजिक (social)  – सेवा से

पहला: शारीरिक – व्यायाम से

शारीरिक व्यायाम (physical exercise), physical body का ख्याल रखती है। अपने शरीर के लिए स्वस्थ खाना, खाना चाहिए, आराम करना चाहिए और रोज़ व्यायाम करना चाहिए। बहुत लोग नियमित आधार (regular basis) पर व्यायाम नहीं कर पाते हैं क्योंकि एक दिन में इससे कोई बड़ा फर्क नहीं दिखता इसलिए लोग अनदेखा (ignore) कर देते हैं। शारीरिक व्यायाम करने या न करने का परिणाम लंबे समय में दिखने लगता है।

ज्यादातर लोग सोचते हैं कि उनके पास पर्याप्त समय  नहीं है जबकि हकीकत में उनके daily दिनचर्या में यह शामिल ही नहीं होती है। आपके पास कभी भी हर चीज़  के लिए पर्याप्त समय  नहीं हो सकता, लेकिन महत्वपूर्ण चीजों के लिए हमेशा समय  होता है। शारीरिक व्यायाम करने के लिए किसी specific tool की जरूरत नहीं होती है। अगर आप कुछ tools का इस्तेमाल करना चाहते हैं जैसे tennis, badminton, football आदि जैसे skill based खेल का मज़ा लेना चाहते हैं तो यह अतिरिक्त (extra) शारीरिक व्यायाम एक अच्छा मौका है।

शारीरिक व्यायाम के लिए आप तेज चलना, दौड़ना, cycle चलाना, swimming जैसी basic व्यायाम भी कर सकते हैं। ये physical fitness के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।

शारीरिक व्यायाम का दिनचर्या बनाते समय  भी आपको जागरूक (aware) होने की जरूरत है। बहुत लोगों में शुरुआत में जरूरत से ज्यादा शारीरिक व्यायाम करने की इच्छा होती है। लेकिन अगर आपने पहले बिल्कुल भी शारीरिक व्यायाम नहीं की है तो इससे अनावश्यक (unnecessary) दर्द, चोट और यहां तक कि permanent चोट भी लग सकती है, इसलिए धीमी गति से शुरुआत करना शारीरिक व्यायाम के लिए सबसे अच्छा तरीका है।

शारीरिक व्यायाम आपकी स्वास्थ्य की नींव है। इसका आपकी self respect, self confidence और आपकी ईमानदारी पर गहरा प्रभाव पड़ता है।

दूसरा: मानसिकता (mentality) – सीखने से

मानसिक विकास सीखने से होता है। ज्यादातर लोगों को लगता है कि पढ़ाई का समय school या college तक ही होता है। इसलिए वे school की पढ़ाई खत्म होते ही पढ़ना छोड़ देते हैं। जब ऐसा करते हैं, तो मानसिक पहलू में सुधार करना बंद कर देते हैं, जिससे भविष्य खराब हो सकता है। जिस तरह शरीर को अच्छे खाने की जरूरत होती है उसी तरह दिमाग को भी हर दिन अच्छे विचारों की जरूरत होती है। अच्छे विचारों से ही मानसिक पहलू उन्नत (upgrade) होता है।

Daily दिनचर्या में हर दिन कम से कम एक घंटा सीखने को देना जरूरी है। ताकि लगातार बेहतर बनने की दिशा में आगे बढ़ते रहें। ज्ञान को बढ़ाने और नयी-नयी चीज़ें अन्वेषण (explore) करने के लिए नियमित आधार पर सीखने की आदत डालने से बेहतर कोई तरीका नहीं है। शुरुआत में reading के लिए हर दिन 2 page पढ़ने का लक्ष्य बनाकर शुरुआत करें फिर लगातार इसे बढ़ाते रहें।

Reading के साथ-साथ लिखना mentally upgrade होने का एक शक्तिशाली तरीका है, जो बदले में mental clarity को बढ़ाता है। Mentally upgrade होने के लिए reading और writing, दोनों effectively clarity से सोचने और कल्पना करने की क्षमता को बढ़ाते हैं।

तीसरा: आध्यात्मिक (spiritual) – प्रार्थना से

Spiritually उन्नत (upgrade) होना जीवन को एक दिशा देता है। Spiritual पहलू दिल की तरह है जो आपके life principles को अपनाने के लिए समर्पित (dedicated) होता है। यह उन sources से ताकत प्राप्त करता है जो आपको प्रेरित करती हैं। Spiritual upgrade होना पूरी इंसानियत कि शाश्वत (eternal) समय  की सच्चाइयों और इंसानियत के विकास से जोड़ने का काम करता है।

जब आप नियमित आधार पर प्रार्थना करके spiritual upgrade होते हैं, तो  आप अपने life principles को सार्थक (meaningful) बनाने के लिए नई ऊर्जा और शक्ति महसूस करेंगे। Spiritually upgrade होने के लिए आप प्रार्थना कर सकते हैं या पवित्र किताबों को पढ़ सकते हैं। जब आप spiritually upgrade होकर अपने मन को मजबूत और शांत रखने की काबिलियत हासिल कर लेंगे, तो बाहरी जीवन के शोर आपकी अंदरूनी शक्ति को प्रभावित नहीं कर सकते।

Spiritual upgrade होना वर्तमान में हमारे निर्णय लेने और जीवन जीने के तरीके को बेहतर बनाता है। जब अपने उद्देश्य (purpose) की list बनाते हैं तो अंदर उत्साह बढ़ता है। हर दिन बेहतर करने के लिए प्रेरित होते हैं। सफलता, excellence, सुरक्षा के purpose से spiritual upgrade होना बहुत जरूरी पहलू है।

जब इंसान में उद्देश्य नहीं होता है तो उत्साह बहुत कम हो जाता है। जब लक्ष्य गलत हो तो कुछ भी सही नहीं हो सकता। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कौन हैं। चाहे राजनेता हो या कलाकार, खिलाड़ी हों, businessman हो, employee हों या housewife हो, जब तक आपको लगता है कि आप दूसरों की सेवा कर रहे हैं, तब तक अपना काम बहुत अच्छी तरह करते हैं। यह नियम उतना ही जरूरी है जितना gravity का नियम।

चौथा: सामाजिक सेवा (Social service) से

जीवन में socially upgrade होने का मतलब लोगों की भावना (feelings) से जुड़ना हैं क्योंकि हम सभी social animals हैं। हम ऐसे समाज में रहते हैं जहां दूसरों के साथ हमारे संबंधों से एक भावना जुड़ी होती है, जो हमारे जीवन को प्रभावित करता है। Socially upgrade होने में, public behaviour शामिल है।

इस पहलू से आपको public behaviour के उन तरीकों को सीखना होगा जो आपके संबंधों को अच्छा बनाते हैं। आपको लोगों को प्रभावित करने के basic तरीके सीखने होंगे जिसके लिए एक अच्छा speaker बनना होगा, किसी की बुराई करने के बजाय सच्ची तारीफ के तरीके ढूंढने होंगे, सामने वाले के मानसिकता को समझना होगा कि वह क्या चाहते है।

निष्कर्ष

दोस्तों, उम्मीद है आपने जीतने और प्रभावशाली बनने के तरीके सीखें। आइये एक बार इन्हें दोहरा लेते हैं ताकि ये आसानी से याद रहें।

  1. सफलता की शुरुआत मानसिकता (mindset) से होती हैं। मानसिकता का नियम है की, अपने मन में अपने लक्ष्य की एक तस्वीर बनायें ताकि जो बनना चाहते हैं धीरे-धीरे वैसे इंसान बनने लगें।
  • जब आप अपने आप को सकारात्मक विचार से भर देते हैं, अपने बारे में हमेशा अच्छा सोचते हैं, तब हमारे अवचेतन मन (subconscious mind) को लगता है कि आप सच में अच्छा कर सकते हैं। हम अपने बारे में जैसा सोचते हैं वैसा ही बन जाते है।
  • हमारा दिमाग सारी बातें समझ तो लेता है, लेकिन एक छोटे बच्चे की तरह बहुत ही जल्दी भूल जाता है। इसलिए उसको बार-बार याद दिलाना बहुत जरूरी है। इसका सबसे तेज़ और सही तरीका है अपने आप से एक लिखित वादा करें यानी अपने लक्ष्य को लिख लें ताकि आप हर दिन पढ़ कर याद कर सकें।
  • जब अपने विचार और काम से जुड़ी आदतों को नियमित आधार (regular basis) पर हर दिन करते हैं, तो वह schedule बन जाती है। आदतें शुरुआत में तो छोटी लगती हैं लेकिन धीरे-धीरे यह बहुत बड़ा प्रभाव सृजन (create) करने लगती हैं। हमारी रोज़ की जीवन, स्वास्थय और लोगों के साथ हमारे संबंधों पर अपना असर छोड़ने लगती हैं।
  • Peaceful मानसिकता इस दुनिया की सबसे शक्तिशाली चीज़ है। एक बार जब आप अपने अंदर देख लेते हैं, अपने आप को पहचान लेते हैं और अपने आपको बेहतर बनाने के लिए काम करना शुरू कर देते हैं, तो बाहरी दुनिया का सामना करना बहुत आसान हो जाता है।
  • हम सब अपने जीवन के लिए 100% खुद जिम्मेदार हैं। आपके अलावा कोई भी इंसान नहीं है जो आपको बदल सकता है। जितनी जल्दी आप इस बात को समझ जाएंगे उतनी जल्दी आप अपने जीवन की जिम्मेदारी 100% खुद लेना सीख जाएंगे। Proactive लोग सफल और प्रभावशाली (effective) इसलिए होते हैं क्योंकि वह सबसे पहले अपनी कल्पना (imagination) में सफल होते हैं और फिर अपनी कल्पना को हकीकत में बदल देते हैं।
  • Upgrade होना बहुत जरूरी है क्योंकि यह हमें बेहतर बनाता है। लगातार सुधार ही upgrade करने का एकमात्र तरीका है।

Kaise Jeete Aur Prabhavshali Bane किताब की समीक्षा

Santosh Kumar Yadav की “Kaise Jeete Aur Prabhavshali Bane” किताब उन सभी के लिए जरूरी है जो समय के साथ चलने में रुचि रखते हैं और लक्ष्यों को प्राप्त करने के इच्छुक हैं ताकि सपनों का जीवन जी सकें।

किताब के पन्ने बहुत ही साफ़ रूप से flow होते हैं और पाठकों को मन की गहरी की गलियों में ले जाते हैं और उन्हें प्रशिक्षित (train) करते हैं कि वे कैसे प्रभावशाली बन सकते हैं और सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

Chapters में लगभग वह सब कुछ शामिल है जो अजेय (unstoppable) बनने के लिए आवश्यक है और इसलिए जीवन में अधिक सफलता के लिए इस किताब को शब्द दर शब्द पढ़ने की सलाह दी जाती है।

धन्यवाद्।

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