क्या आप एक अनुशासित जीवन जीना चाहते हैं और वह भविष्य बनाना चाहते हैं जिसका आप सपना देखते हैं? आप एक अनुशासित जीवन जीना चाहते हैं लेकिन यह नहीं जानते कि कौन से कदम उठाने की जरूरत है? आप अनुशासित हैं लेकिन किसी तरह जीवन का संतुलन टूट जाता है और आप अंदर से खालीपन महसूस करते हैं? अपने भाग्य तक पहुँचने के लिए अनुशासन का उपयोग करना चाहते हैं?
यदि इन सवालों के जवाब आप ढूंढ रहे हैं, तो आपकी खोज यहां समाप्त होती है, क्योंकि हम Ryan Holiday की पुस्तक “Discipline Is Destiny: The Power of Self-Control” के बारे में बात करने जा रहे हैं।
किसी भी चीज में mastery करने के लिए, सबसे पहले खुद अपनी feelings, thoughts, aur actions को मास्टर करने की जरूरत होती है। Boundaries और Control के बिना हम अपनी पूरी ability को हासिल नहीं कर सकते है और जो हमने हासिल किया है, उसे खतरे में डालने का risk उठाते हैं। आज के समय में self-Control का होना बहुत ज्यादा जरूरी होता है, क्योंकि लोग बहुत ही आसानी से भटक जाते हैं और खुद पर control रखें बिना, खुद के लिए बुरे फैसले लेते हैं। या फिर ऐसे गलत कदम उठाते हैं, जो उनकी LIFE मे गलत result लेकर आते है।
इससे बचने के लिए author Holiday इस किताब के ज़रिए self-discipline और balance की power सिखाते है। ज़िन्दगी मे discipline के बिना आप successful नहीं हो सकते है और अगर आप disciplined होकर self-control की ताकत का इस्तेमाल करना सीख जाते हैं, तो आसानी से अपनी ज़िन्दगी मे सफल हो सकते हैं। किताब को अच्छे से समझने के लिए हम इस किताब को 5 chapters में discuss करने जा रहे है। तो चलिए शुरू करते है।
अध्याय 1: आत्म-अनुशासन (self-discipline) महानता की ओर ले जाता है
बहुत समय पहले Hercules जिसे Greek mythology में एक महान hero के रूप में जाना जाता है, पहाड़ियों में सफ़र कर रहे थे – जब वह एक चौराहे पर आये तो रास्ते पर, एक देवी मिली जिन्होंने उन्हें एक अच्ची ज़िन्दगी का आशीर्वाद दिया – उन्होंने कहा कि वह वो सब कुछ हासिल करेंगे जो उनका दिल चाहता है और कभी भी अपनी ज़िन्दगी में डर, दर्द या दुख के पल को महसूस नहीं करेंगे। दूसरे रास्ते पर उसे एक दूसरी देवी ने एक और वरदान दिया, जो पहले वाले आशीर्वाद से कम शानदार था।
उस देवी ने उन्हें Hercules वरदान दिलाने का भी आशीर्वाद दिया – लेकिन सिर्फ तभी जब वह इसके लिए खुद मेहनत करेगा। देवी ने कहा, इस रास्ते की journey लंबी होगी, जिसमें कड़ी मेहनत, निरंतरता और बलिदान की ज़रूरत होगी।
लेकिन यह journey तुम्हें वह इंसान बना देगी, जो तुम बनना चाहते हो। यह ठीक उसी तरह की situation है, जिसका सामना हम सभी लोग अपने जीवन मे करते हैं: जिसमे हमें goal वाला थोड़ा challenging रास्ता और कुछ समय की satisfaction वाले रास्ते के बीच में से, किसी एक को चुनना होता है। ऐसे में लोग अक्सर आसान रास्ता ही चुनते है, इसलिए कई लोग अपने goal तक नहीं पहुंच पाते। ऐसे में लेखक इन चार qualities को अपनाने की सलाह देते हैं, courage, temperance, justice और wisdom।
Roman king और stoic philosopher Marcus Aurelius ने इन components को “अच्छाई की नीव ” कहा है। उनका मानना था कि जीवन में वो सब कुछ अच्छा है, जो इन qualities को अपनाने साथ, हमारी मेहनत और practice से पैदा होता है। Ryan Holiday कहते हैं कि, इसके जरिए हम सभी अपनी daily life में discipline को सुधारने के लिए काम कर सकते है, और इसमें महारत हासिल करने से मन की शांति को हासिल कर सकते है।
अध्याय 2: आत्म-अनुशासन आपको स्वतंत्रता देता है
आजादी हासिल करने से पहले ये सोचे,कि आपके लिए freedom का क्या मतलब है? Freedom का मतलब satisfaction से जुड़ा होता है – अगर आप अपने काम, life, job की वजह से satisfied नहीं होते है, तो freedom महसूस नहीं करते है। तो ऐसे मे अगर आप अपने काम या आस पास के माहौल में जीते जीते थक गए है तो कुछ समय के लिए दुसरे माहौल में समय बिताएं। अगर आप अपने काम से dissatisfied है? तो job बदलें। अगर आप एक Pizza खाना चाहते हैं? इसे order करें।
आपके पास कोई opinion है? तो इसे share करें। आपकी हर problem का solution आपके पास ही होता है, बस ज़रूरत है एक कदम आगे बढ़ने की। आज की दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में, लोग उंगली के snap पर लगभग कुछ भी access कर सकते हैं। फिर भी, सारी freedom के साथ, हम में से बहुत से लोग दुखी हैं। वो समझ ही नहीं पाते है कि क्या गलत कर रहे हैं? ऐसा इसलिए क्यूंकि, freedom self-discipline से मिलती है और यह आपके लिए एक key है।
जब तक हमारे पास self-discipline की quality नहीं होती है, तब तक technology, privilege, success जैसी चीजें हमें free महसूस करवाने के बावजूद उलझाए रखेंगी। दूसरे शब्दों में, self control के बिना resources distraction की तरफ ले जाते हैं।
चलिए इसे थोड़ी और अच्छी तरह से समझते हैं। हम सभी के पास एक lower और higher self होता है।यानि की हम जो कुछ भी करते हैं तो अंदर से आवाज़ आती है। अच्छा काम करने पर हमें अंदर से अच्छा महसूस होता है और गलत काम करने से अंदर से बुरा महसूस होना शुरू हो जाता है। यह अंदरूनी आवाजें लगातार हमारे ध्यान को ज़िन्दगी के purpose से जोड़े रखती हैं। यह target और targetless रास्ते के बीच का चुनाव होता है।
जिसमे से कुछ लोग targetless रास्ते को चुनकर हार मान लेते है और दूसरी तरफ कई लोग अपने रास्ते को पाने के लिए कोशिश करते रहते हैं। इन दोनों के बीच balance बनाये रखना बहुत जरूरी है। self-discipline आपके lower self को control में रखने और अपने higher self को मजबूत करने की ability है। इसमें कड़ी मेहनत करना, अच्छी आदतों की practice करना, challenges का सामना करना, हर काम को balance में बनाये रखने के लिए, अपनी limits decide करना शामिल है। कुल मिलाकर कहे तो, यह principles, restraint और determination के साथ directed जीवन जीने के principles है।
यह सच है कि self-discipline को बनाने के लिए courage की ज़रूरत होती है। लेकिन यह भी सच है कि, self discipline वाली lifestyle को अपना लेने से आप अपने आप courageous इंसान बनने लगेंगे। और, इससे भी ज़रूरी बात, यह आदत आपको अपनी field में महान बना देगी, चाहे आज के समय आप अपनी field में अच्छा perform करते हो या नहीं, लेकिन लगातार discipline practice से सबसे अच्छे लोगों की तरह perform करना, आपकी आदत में शामिल होने लगेगा।
अब इस बात को ध्यान में रखते हुए जहां बदलाव की जरूरत हो वहां बदलाव करे और अपनी ज़िन्दगी मे goal के लिए ज़रूरी काम करना शुरू करे। इस तरह आप अपने self discipline को बनाये रखेंगे।
अध्याय 3: अपने शरीर को नियंत्रित करें
Lou Gehrig अपने समय के सबसे महान baseball खिलाडियों में से एक थे। उन्होंने 23 grand slams, 495 home run के साथ कई international records बनाये। और उन्होंने पांच सालो से ज्यादा समय तक अपने नाम को बनाये रखा था। लेकिन Lou एक natural athlete नहीं थे। बचपन में उनका वजन ज्यादा था और fit भी नहीं रहे थे। ऐसे में आपके दिमाग में सवाल आ रहा होगा कि, ऐसा इंसान एक महान athlete कैसे बन सकता है।
इसका जवाब बहुत ही सीधा है, उन्होंने दुसरे average players के comparison में, मुश्किल training को समय E पर discipline से सालों तक किया। उन्होंने अपने game के हिसाब से simple से workout और diet plan को consistently follow किया ताकि वे अपने आपको physically fit और strong बना सकें। अपने शारीर के बारे में self- disciplined होने का मतलब है अपने धैर्य को बढ़ाना और लम्बे समय के लिए अपनी सेहत में invest करना है, ताकि आप लंबे समय तक ज्यादा healthy रह सकें। इससे ability बढ़ती है, आलास और depression कम होता है और आप मुश्किल situation का मुकाबला करने के capable बनने लगेंगे।
ऐसे कई छोटे बदलाव हैं जो आप अपने physical fitness के लिए कर सकते हैं। ताकि आप अपनी ज़िन्दगी का खेल जीतने से पहले अपनी health को जीत सकें। सबसे पहले, हर रोज़ कुछ समय पसीना बहाने और थका देने वाली activities को करें। इसके लिए आप running, weightlifting, basketball खेलना, long walk, marathon या कोई और outdoor खेल सकते हैं। आप इस तरह की activities में से अपनी मर्जी से कुछ भी चुन सकते है, लेकिन यह बात जरूर से ध्यान रखें कि, वो activity physically challenging और थकाने वाली होनी चाहिए और थोड़ा uncomfortable भी होना चाहिए।
Uncomfortable चीज़ों को करके आप अपने आपको comfort से बाहर निकालते हुए, अपने ऊपर control को बेहतर बना सकते है। हो सकता है कि कुछ लोगों की lifestyles देखकर आपको लगता हो, कि success का मतलब तो ऐशो आराम से ज़िन्दगी को जीना है या इसका मतलब struggle करना तो बिलकुल भी नहीं है। लेकिन सच में ऐसा नहीं है। Success के लिए आपको आसान और कमजोर चीज करने के बजाए, मुश्किल कामों को चुनना चाहिए।
अपने आप पर hard होने से, आप खुद को strong बना पाएंगे। इसलिए खुद को train करें। अगर आप कम चीजों और कम comfortable चीज़ों के साथ satisfied रहते हुए लगातार मेहनत कर सकते हैं, तो आप आखिर में अमीर, wealthy और ज्यादा powerful बनेंगे।
इसी के साथ अपने दिन के कामों को पूरा करके जल्दी से सोने जाए, जल्दी सोने के दो फायदे है। एक यह है कि आप अपनी नींद को पूरा कर पाएंगे और जल्दी सोने से आप अपनी body को आराम करने और अगले दिन के लिए तैयार होने का पूरा समय दे पाएंगे। अपने लिए honest रहें। देखे क्या आप बेहतर perform करते हैं। क्या आप अपना 100% दे रहे हैं या नहीं। जब आप 7-8 घंटे की अपनी पूरी नींद लेते है, तो आपके पास ज्यादा inspiration और energy होगी, और आप अच्छे decisions ले सकेंगे।
दूसरा फायदा यह है, कि जल्दी सोने से आप अपनी सुबह को miracle बना सकते हैं – मतलब आप सुबह जल्दी उठ कर शांत माहौल में meditation और exercise करके अपने साथ अंदर से जुड़ सकते हैं और अंदर से मजबूत बन सकते हैं। तो आज से ही जल्दी सोए, और सुबह जल्दी उठकर अपने दिन को energetic बनाने के लिए तैयार हो जाए।
Lou Gehrig ने इस discipline को 17 साल तक follow किया। उनकी तरह जब आप लगातार ऐसे काम करना शुरू कर देंगे तो आप 100% अपने ज़िन्दगी में successful बन सकते है। बहुत से लोग smart या talented तो बहुत होते हैं, लेकिन उन्हें meaningful जीवन को जीने में मुश्किल होती है। इस situation को avoid करने और meaningful जीवन को जीने के लिए, हर दिन इन कामों को अपनी priorities समझे और priority के साथ इन्हें पूरा करे।
भले ही आप थके हुए हों, busy हों, या आपको ऐसा करने की ज़रूरत न लगे, फिर भी ऐसा करे, आप शुरुआत एक छोटे से तरीके से कर सकते है। शुरुआत करने के लिए सुबह 10 मिनट की jogging के लिए जाएं। अगर आप कोई किताब लिख रहे हैं, तो उसका सिर्फ एक sentence लिखें। एक बार जब आप लगातार काम करने लगते हैं, तो आप अक्सर पाएंगे कि कुछ समय बाद आप ज्यादा speed के साथ, उस काम को पूरा कर सकते हैं।
और ऐसा करने से आपकी आज की 10 मिनट की running कुछ महीनों में आधे घंटे की हो सकती है और आज की एक sentence हर दिन लिखने की आदत, एक page में बदल जाएगी और इसी तरह हर एक काम में speed को बढ़ाया जा सकता है। असलियत में ज़िन्दगी simple होती है, आसान या मुश्किल कुछ नहीं होता।
आप simple activity को रोज़ रोज़ करते हुए मुश्किल लगने वाले goal को भी आसानी से पा सकते हैं, लेकिन उस छोटी activity को avoid करने से, आप छोटे goal को भी achieve नहीं कर पाएंगे और उसे पाना भी मुश्किल लग सकता है। Physically strong बनने के साथ आप अपनी willpower को भी बड़ा बना रहे होते हैं।
अध्याय 4: मन शांत करने के लिए अपने शारीरिक आत्म-अनुशासन का निर्माण करें
जब आप physical level पर self – disciplined रहने की practice करते हैं, तो अपने दिमाग को अपनी पूरी ability से काम करने के लिए मजबूत बनाते हैं। ये सुनने में काफी आसान लगता है, लेकिन यह इतना ज्यादा आसान भी नहीं है। Neuroscientist Lisa Feldman Barrett ने बताया है, कि दिमाग का function काफी हद तक शारीर की health पर depend करता है। अगर आप physical level पर कमजोर हैं, तो आपका दिमाग भी सुस्ती से काम करेगा।
इसलिए अपने आप को physically strong रखने और दिमाग को control रखना जरूरी है। इसके लिए आप जो सुनते हैं और करते हैं उस पर control रखें। अगला step अपने दिमाग को balance बनाना सिखाएं। देखे कि confusion के समय आप कैसा महसूस करते हैं, कैसा सोचते हैं और कैसे response करते हैं, क्यूंकि ऐसी situation में लिए गए decisions से, हमारी ज़िन्दगी affect होती है। इससे सम्बंधित एक ideal quote है: शांत रहो और आगे बढ़ो।
हर एक situation और आपके response के बीच एक छोटा पल होता है। आप या तो इसका इस्तेमाल सोचने, खुद के विचार को organize करने और ज्यादा जानकारी इकट्ठा करने के लिए कर सकते हैं – या बिना efforts किये, इस तरह की activities, जैसे नाराज होना और अपने आपको या किसी दुसरे को blame देकर, हालात के सामने surrender कर सकते हैं। याद रखें बुरी situations को negative response के जरिए ठीक नहीं किया जा सकता, ऐसा करने से वे और ज्यादा ख़राब हो सकती हैं। इसलिए response करने से पहले अपने धैर्य के उस छोटे से पल को सुधारें।
अपने आप से पूछें, कि क्या आप जो महसूस कर रहे हैं वह वास्तव में सच है, या situation को ठीक करने का कोई दूसरा option है। डर या गुस्से को अपने दिमाग पर हावी न होने दें। अपने दिमाग को disciplined करने का एक और पहलू, खुद को focus करने के लिए trained करना है। आप इसके लिए Beethoven’s method का इस्तेमाल कर सकते है, इसके लिए जिस चीज़ पर या जिस काम पर आप focus करना चाहते हैं, उससे related music को कम आवाज़ में play करके background music की तरह सुनते रहें।
यदि आप अपने ध्यान केंद्रित करने के कौशल को तराशना चाहते हैं, तो आप बहुत ही सरल शब्दों में इस website पर “The Power of Focus” का सारांश पढ़ सकते हैं।
थोड़ा selfish बने और जब चीजे आपके control से बाहर होती है, तो सिर्फ जिन चीजे को control किया जा सकता है उनका इस्तेमाल करते हुए situation को सुधारने की कोशिश करने और uncontrolled चीजों को अनदेखा करने की practice करें। इससे आपको motivated रहने में मदद मिलेगी।
इसके अलावा शुरुआत में perfection तक पहुंचने की कोशिश न करे। ऐसा करने से आप बेवजह अपने आपको दोषी महसूस कर सकते हैं या अपनी ability पर भरोसा नहीं करेंगे। इसलिए हर बार perfection की कोशिश करने के बजाय, अपना सबसे बेहतर perform करने का goal रखें। और जब आप अपने decide किये हुए target से कम achieve करें, तो हार न मानें और लगातार कोशिश करते रहे। ध्यान रखे हम standard इसलिए बनाते हैं ताकि हम उनकी तरफ पूरी inspiration से काम कर सकें, न कि इसलिए कि हम उन्हें अपने टारगेट को छोड़ने के बहाने के रूप में इस्तेमाल कर सकें। याद रखें, हार हमेशा के लिए नहीं है। और यह आगे बढ़ने का एक मौका होती है।
जैसा कि philosopher Socrates ने कहा था कि, “हम हमेशा वैसे नहीं रह सकते जैसे हम हैं। इस बात का मतलब यह है, कि हर कोई सुधार कर सकता है। ऐसे में आपका भरोसा एक ताकत बन जाता है। अगर आपको लगता है कि आप आगे बढ़ सकते हैं, तो आप ऐसा यकीनन कर सकते है। अगर आप यकीन नहीं करते हैं, तो भी आपके beleif के according ही होगा और आप उसे नहीं कर पाएंगे। इसलिए आगे बढ़ने का भरोसा बनाए रखने के साथ आगे बढ़ते रहे।
अध्याय 5: महानता प्राप्त करने के लिए, आपको अपने शरीर, मन और आत्मा को align करना होगा
पुराने समय में, रथ सारथि और राजा, control के बारे में सीखने के अच्छे model थे। एक सारथि को दौड़ जीतने के लिए एक साथ कई काम करने पड़ते थे: अपने घोड़ों को control में रखते हुए, जितना possible हो उतना तेज दौड़ना होता था। अपने घोड़े की डोर को मजबूती से पकड़ते हुए मानसिक रूप से focused रहने की जरूरत होती थी। बिना खुद को या घोड़े को छोट पहुचाए हुए, ऊबड़-खाबड़ रास्ते से गुज़ारना होता था। उनके सामने मौत का खतरा हमेशा रहता था, और ऐसे मे खतरे के सामने शांत रहने की जरूरत होती थी। पूरे समय आसपास की भीड़ जयकार करती थी और चिल्ला रही होती थी।
आप imagine कर सकते हैं कि सबसे stressful situations में सबसे अच्छे level पर perform करने के लिए, खुद को कितना ज्यादा physical, mental और spiritually जोड़े रखने की जरूरत होती थी। इसका अच्छा example Roman सम्राट Antoninus Aurelius थे। उन्होंने 23 सालों तक Romans पर शासन किया और कभी भी खुद को या अपने परिवार को अपनी जनता से पहले नहीं रखा। उन्होंने कभी अपनी duties से बचने की कोशिश नहीं की, सिर्फ काम किया। इसलिए Rome में आज भी उन्हें एक बड़े empire को balance बनाकर रखने वाले, दयालु और वीर राजा के रूप में माना जाता था।
Balance ही एक वजह थी जिसकी वजह से Antoninus इतने successful बनें। हालाकि सिर्फ self – disciplined होना ही असल ज़िन्दगी में मायने नहीं रखता है अगर यह दयालुता, करुणा और प्यार के साथ balanced न हो। Control की journey मुश्किल और challenging होती है। इसलिए कभी-कभी, लोग आपकी पसंद को मानेंगे और कभी कभी समझ नहीं पाएंगे और आपसे पूरी तरह disagree भी हो सकते हैं।
लेकिन जैसे-जैसे आप सच्चाई के अपने रास्ते पर आगे बढ़ते हैं, आप दयालु हो जाएंगे और दूसरे लोगों की मदद करने के लिए ज्यादा इच्छुक होंगे। आपको एहसास होगा कि हर कोई अपनी अपनी जगह ठीक कर रहा है। आप यहां न्याय करने के लिए नहीं हैं। आप उन्हें स्वीकार करने, उन्हें खुश करने और उन्हें बेहतर होने के लिए inspired करने के लिए हैं।
Philosopher Cleanthes की कहानी इसका अच्छा example है। Cleanthes एक सुबह समुद्र किनारे घूम रहे थे, उन्हें एक आदमी दिखा जो अपने आपको किसी गलती के लिए दोष दे रहा था, Cleanthes रुक गए और आदमी से बोले, आपमें और आपके द्वारा किये गए गलत काम में अंतर है, आप अंदर से तो अच्छे हैं, उस काम को छोड़ दें और अच्छे बन जाएँ।
आज से ही एक self- disciplined इंसान की तरह जीना शुरू कर दें। उस गलत काम की तरफ ले जाने वाले हर काम से बचे और अच्छे कामों को करना शुरू कर दें। असल में हम सब अपने आपसे बहुत ज्यादा उम्मीद रखते हैं, ताकि अपनी limits को challange करके अच्छा perform कर सकें, इसलिए अक्सर हम अपने आपको पीछे खींचने वाले बहाने accept नहीं करते हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है, कि जब आप गड़बड़ करते हैं तो आपको खुद को चोट पहुंचानी चाहिए या नफरत करनी चाहिए। जो लोग ऐसा करते है, वे हार मान चुके होते हैं।
अपने दोस्त के बारे में सोचें, अगर आप किसी अपने को ऐसी situation में पाते हैं, तो क्या आप उन्हें यह बताते कि उन्होंने क्या गलत कदम उठाया है? या फिर आगे बेहतर कदम उठाकर situation को अच्छा करने के लिए motivate करते हैं। दूसरा तरीका अपनाते हैं। इसके साथ ही, आपने उन्हें समझाने की कोशिश की होगी कि यह दुनिया का end नहीं है। आप भी इसी तरह तो अपने खुद के दोस्त बनें। परेशानी के पलों में आगे बढ़ने के लिए अपने आप को motivate करें, अपने आपसे प्यार करें, support करें – और इसके साथ ही अपनी किस्मत खुद decide करें।
हम में से हर कोई self – disciplined बन सकता है। बस ध्यान रखें self – disciplined आपके actions, thoughts, aur feelings को control में रखते हुए, अपने goal की दिशा में use करने से related है। ऐसा करने से आप न सिर्फ ज्यादा productive बन सकते है, बल्कि लंबे समय के लिए खुश और healthy भी रह सकते है।
अगर आप फैल होते हैं, तो आप दोबारा से bounce back कर लेंगे। आप इस बात का पता लगा सकते है, कि आप अपना सबसे बेहतर perform कर सकते हैं और आपके पास लाइफ की challenges का सामना करने की capacity है। इसका पता चलने के बाद, गिरने पर खुद को दोबारा से उठाएं, purpose और strength के साथ अपनी journey को continue रखें।
अब किताब में बताए गए सभी तरीकों का इस्तेमाल self -disciplined जीवन को जीने के लिए करे। शुरुआत छोटे – छोटे steps से करे, कुछ ऐसा काम करे जो आपके लिए छोटे challange से भरा हो या आपको मुश्किल लगता है। इस काम को करने की लगातार कोशिश करे, समय के साथ आप अपने अंदर बेहतर बदलाव को महसूस कर सकते है और अपने ज़िन्दगी में ज्यादा productive होकर successful बन सकते है।
निष्कर्ष
आइये अब सीखे हुए lessons को एक बार दोहरा लेते हैं:
- आप जिस भी रास्ते को चुनते है, उसकी मंजिल पर पहुंच जाने तक discipline से डटे रहे।
- ध्यान में रखते हुए, जहां बदलाव की जरूरत हो वहां बदलाव करे और जो आपको अपने ज़िन्दगी मे चाहिए उसे हासिल करने के लिए ज़रूरी काम करना शुरू करे।
- अपनी physical health को बनाने पर ध्यान दे।
- अपने मन को शांत करने के लिए हर situation में disciplined बनने की कोशिश करते रहे।
- इस बात का पता लगाए कि आपने अपना सबसे बेहतर perform करने के लिए क्या किया था, ताकि आपको challenges का सामना करने के लिए अपनी capacities पर विश्वास हो जाये।
तो दोस्तों इस किताब से हमने disciplined रहने के तरीके के बारे में जाना। Physical, mental और spiritual रूप से disciplined होकर आप अपने ज़िन्दगी में ज्यादा productive होकर successful बन सकते है। बस अब disciplined होने के लिए कदम उठाए और शुरुआत छोटे – छोटे कदमों से करे। आखिर में ये कदम आपके ज़िन्दगी में बड़े बदलाव लेकर आएंगे। मुझे उम्मीद है आपने इस किताब को अच्छे से समझ लिया होगा और अपने ज़िन्दगी में productive होकर successful बनने के लिए आप किताब में बताई गई सभी जरूरी बातों का ध्यान रखेंगे।
सभी Podcast platform पर भी हमारी summary, Kitabein नाम से उपलब्ध है, जिसे हाल ही में भारत का best educational podcast का award भी मिला है। Link ठीक निचे दिया हुआ है:
Contents
Discipline and consistency is key to success. Day 2 challenge successful.
Thanku so much sir, i’l implement all the teaching mentioned in this Book. ☺️✨🦋
Gratitude 🙏
Today i learned about Self disciplined..which is very important in our life to become successful.Thanks sir for sharing this wonderful book🙏
Is book ki mujhe ek baat yah achhi lagi ki hamen raat ko jaldi Sona hai aur subah jaldi uthana hai aur subah jaldi uthkar hamen koi uncomfortable chij karni hai aisi jogging karni hai jisse hamen ya koi aisa sports khelna hai jisse hamen pasina nikale .Aur ismein hamen bataen ki disciplin ke sath ham koi bhi bada se bada gol achieve kar sakte hain aur hamen koi bhi habit ya koi bhi chij start karni hai to hamen ekadam छोटे-छोटे steps ke sath start karni hai.
Thank you Thank you Thank you
For Book Summary.
Sir 2nd day complete ❤️
Part – 1 self descipline
Isme hume 2 raste chunne hote hai jisme pehla ek goal wala hota hai Jo thoda challenging hota hai aur dusra jisme kuch der ka satisfaction hota hai aur jyadatar log dusra rasta hi chunte hai , isi ki wajah se bahut se log apne goal tak nhi pahuch paate hai hai , toh writer ne in 4 quality ko apnane ki salah di hai courage, temperance, justice and wisdom
Part – 2 self descipline apko freedom deti hai
Self control ke bina resources distraction ki taraf chala jata hai
Agar aap self descipline life apna lete hai toh agar aap apne field ache ho ya na ho , aap automatic ache ban jaoge apni self descipline practice se , aua jaha badlav karne ki jarurat hai waha badlav kare , aur apne goal ke liye jaruri kaam karna shuru karo
Part – 3 apne sharir ko control karo
Apne sharir me lambe samay tak invest Karo , workout karo, achi diet plan follow Karo , isse aap lambe samay tak health royega, isse ability badhti hai , depression aur aalas kam hota hai , hume humesha apne aap ko uncomfortable chij karni chahiye, hume choti – choti activity roj karni chahiye isse jo activity hum 10 min karte hai woh 1 mahine baad 30 min ho jayegi
Part – 4 mn shaant karne ke liye apne sharirik aatm anushasan ka nirman kare
Jo physical level par descipline rehte hai unka dimag bhi majboot banta hai dusre kaamo ko karne ke liye, shaant raho aur aage badho
Part – 5 mahanta prapt karne ke liye, apko apne sharir, mn aur aatma ko align Karna Hoga, jaise apko koi dusra motivate karta hai apke kiye hue galat kaam ya haar ke baad , waisa hi apko apne liye banna Hoga , mushkil waqt me aage bhadne ke liye khudo motivate kare , apne aap ko pyar karo, khudo support karo aur apni kismat khud decide Karo , self descipline banne ke liye hume actions , thoughts aur apni feelings ko control me rakhna hi hoga
Thank you so much for this summary in Hindi
My 2st day reading challenge complete ❤️🥰😇😃