From Failure to Success

From Failure to Success (हिन्दी)

Martin Meadows की किताब 'From Failure to Success' हमें सिखाती है कि असफलताओं से कैसे सीखें, उनसे कैसे पार पाएं और ultimate सफलता के लिए कैसे तैयार हों। किताब बताती है कि विफलता क्या है और इससे creative तरीके से कैसे निपटा जाए जो आपको सफलता प्राप्त करने में मदद करेगी। आगे बढ़ें और असफलता को नए perspective में देखें। अभी पढ़ें !!!

Martin Meadows 21 mins read Read in English Self Improvement Productivity

आप कितनी बार fail हुए और निराशा से हार मान ली? कितनी बार Failure आपके resolve को बर्बाद कर देती है? सिर्फ बार-बार fail होने से बचने के लिए, थोड़ी उम्मीद के साथ कुछ बदल सकता है। अगर आप हार से सफलता तक का रास्ता तय करना चाहते है तो शुरुआत यहीं से होनी चाहिए।

इस summary में हम “From Failure to Success” किताब के बारे मे बात करने जा रहे है, जिसे “Martin Meadows” ने लिखा है। किताब से आप failure पर काबू पाने और सफलता हासिल करने के लिए, रोज़ की ज़रूरी आदतों और exercises के बारे मे सीखेंगे।

परिचय

किताब से पता चलता है कि हार असल में क्या है और इससे creative तरीके से कैसे निपटें जो आपको सफलता हासिल करने में मदद करेगी। लेखक ने अपनी ज़िन्दगी में कई failures का सामना किया है। किताब में, उन्होंने अपने बड़े experience को बताया है कि कैसे उन्होंने एक दोस्त के हार को बदल दिया और आखिरकार वह सफलता हासिल की जो वह सालों तक करने में हार रहे थे। हार ज़िन्दगी की एक सच्चाई है।

आप उस पर गुस्सा हो सकते हैं या उससे दोस्ती कर सकते हैं और इसे अपनी ज़िन्दगी को बदलने के लिए एक tool के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके बजाय अगर आप creative approach अपनाना चाहते हैं तो यह किताब आपकी मदद करेगी। आप भी mental flexibility विकसित कर सकते हैं और हार को सफलता में बदल सकते हैं!

इस किताब को चुनने के बहुत से कारण हैं, लेकिन 2 सबसे महत्वपूर्ण कारण ये हैं, पहला इसमें बहुत सारे अभ्यास हैं, जिसे आप सीखने के लिए लागू कर पाएंगे। दूसरा ये, जब मैंने इस किताब को order किया तो मैं इस बु किताब क का दाम देख कर हैरान था। और मुझे लगा, बहुत से लोग तो ये किताब शायद order ही ना कर पाएं।

और शायद इस किताब summary को देखने के बाद, सबको यह तय करके मदद मिलेगी, कि इस किताब को order करके detail में पढ़ें या नहीं। इस summary को अंत तक बहुत ध्यान से पढ़ें और मुझे यकीन है कि आपको अपने सवालों के जवाब इस किताब में जरूर मिलेंगे।

इस किताब से आप सीखेंगे :

  • हार के बारे में सोचने का एक अलग तरीका।
  • 7 तरह की failures और उन्हें कैसे संभालना है।
  • सफलता के friendly mindset  को develop करने और maintain  करने के लिए 5 rules और practices
  • हार से deal करने के लिए 5-step process
  • चलते रहने के लिए strenth build  करने के लिए 3 master strategies
  • हार मानने के 4 कारण।

तो चलिए शुरू करते है।

Part 1: आपकी failure की परिभाषा (definition) क्या है?

Failure का सीधा मतलब यह है, कि जब आप किसी घटना से कुछ सीखने में fail होते हैं, तो वह आपका failure हैं। अगर आप लगातार अपने comfort zone से बाहर निकलते हैं और नई चीजों को आजमाते हैं, तो आप हमेशा कुछ नया सीखेंगे और यह आपको मज़बूत बनाएगा और आपको अपने long term goals को हासिल करने में मदद करेगा।

यह आप ही हैं, जो यह काबू करते हैं, कि failure का आपके भविष्य पर कितना असर पड़ेगा। आप failure के बारे में अपने भरोसे को बदलने के लिए, इस किताब मे बताए metaphors का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप failure के बारे में तीन powerful metaphors का इस्तेमाल कर सकते हैं:

  • एक भूलभुलैया को navigate करने के लिए failure के बारे में सोचना, जिसमें हर एक failure, आपको अंत के करीब पहुंचने में मदद करता है।
  • Failure को एक sculpture tool के रूप में देखना।
  • और failure को एक ऐसा filter मानना, जो उन लोगों को ख़त्म कर देता है, जो dedicated नहीं हैं।

Exercise: Failure से सीखें

Readers Books Club

अगली बार जब आप fail होते हैं, तो गुस्से, निराशा, discouragement या self guilt को छोड़ने के temptation को न अपनाए। Negative भावनाओं को process करने के लिए खुद को समय दें, और फिर उन lessons की एक list बनाएं, जो आपने अपने desired result तक नहीं पहुंचने से सीखे हैं।

Part 2: सात तरह के failures और उन्हें कैसे संभालें

Failure 1: एक failure से deal करना जिसे आप रोक नहीं सकते

पहला minor तरह का failure वह है, जिसे आप रोक नहीं सकते है। पर इसे बेहतर तरीके से संभालने के लिए, आप बहुत कुछ कर सकते हैं। सबसे powerful approach Stoicism यानेकि वैराग्य की philosophy को अपनाना है, मतलब अगर कुछ आपके control से बाहर है, तो आपको इसे स्वीकार करने और आगे बढ़ने की ज़रूरत है।

Exercise: Uncomfortable बदलाव स्वीकार करेंl

अपनी भावनाओं का न टालते हुए, जानबूझकर uncomfortable बदलाव को अपनाने का अभ्यास करें (सिर्फ बाहर निकलने या इनकार करने से चीजें खराब हो जाती हैं), और खुद को याद दिलाएं ,कि कुछ चीजें आपके बस में नहीं हैं, और यह असल में आपके लिए आराम का source बनना चाहिए, क्योंकि matter settled है और आप आगे बढ़ने के लिए स्वतंत्र (free) हैं।

Exercise: याद रखें कि सब कुछ temporary है।

इस दर्शन को अपनाने से आपको दो तरह से मदद मिल सकती है: आप चीजों को हल्के में लेना बंद कर देंगे और उन्हें बनाए रखने के लिए ज्यादा कोशिश करेंगे, और आप चोट से deal करने में बेहतर होंगे।

Failure 2: Unreal उम्मीदों के कारण failure से निपटना

दूसरा minor तरह की failure: Unreal उम्मीदों के कारण failure है। कुछ लोग एक ऐसे चक्र में फंस जाते हैं जिसमें वे बिना मतलब की उम्मीदे रखते हैं, वे fail होते हैं, फिर से कोशिश करते हैं, और जो कुछ वे हासिल कर सकते हैं उसके साथ unreal होने के कारण, फिर से fail हो जाते हैं। इस failure को होने से रोकने के लिए उपाय:

  • Goal तय करने से पहले सही research करें। बेवक़ूफ़ी unreal उम्मीदों की ओर जाती है, जो आपको failure की ओर ले जाती है। जब आप नये हों तो सावधान रहें। मान लें कि आप average results हासिल करेंगे और जादू होने के बजाय proven strategies पर ध्यान करें।
  • अगर आपकी आज की strategy काम नहीं कर रही है तो अपना approach बदलने के लिए तैयार रहें। जब आपका approach effective नहीं होता है, तो जिद्दी होना काम नहीं करेगा।
  • स्वीकार करें कि चीजें शायद ही कभी planning के according चलती हैं। आपको अपने goal तक पहुँचने में आपकी उम्मीद से ज्यादा समय लग सकता है, और आप शायद कम समय में जो हासिल कर सकते हैं, उसे कम करके आंकेंगे। इसलिए सब्र रखें।

Failure 3: ध्यान की कमी के कारण failure से निपटना

तीसरा minor तरह का failure: ध्यान की कमी के कारण होता है। जब भी आप कई अलग-अलग goals पर अपना ध्यान लगाते हैं, तो आप अपने performance में रुकावट डालेंगे। यह आपको तेजी से failure की ओर ले जाएगा क्योंकि कम ज़रूरी objectives को छोड़े बिना, ज़रूरी goals तक पहुंचना impossible है।

  • इस तरह की failures से बचने के लिए, बड़े goals को priority दे और अपनी ज्यादातर energy उन्हें पूरा करने मे लगाए। सफलता के लिए अपना ध्यान सीमित करना ज़रूरी है।
  • बोरियत को गले लगायें और उन चीजों से चिपके रहें जो आपके लिए अच्छा काम कर रही हैं, भले ही वे अब उतनी रोमांचक न हों जितनी शुरुआत में थी।

Exercise: Extreme focus पर ध्यान देंl

उस goal के सार पर ध्यान दें जिस तक आप पहुंचना चाहते हैं। अक्सर आप सिर्फ एक ज़रूरी action पर ध्यान दें सकते हैं जो हर दूसरे action को आसान या बेकार बना देगा। ज्यादा clarity और ध्यान हासिल करने के लिए यह action करेंl

Failure 4: डर से प्रेरित failure से निपटना

From Failure to Success

चौथे तरह का failure: Failure डर से drive होता है। इसे अनजान डर, rejection का डर, अपनी पहचान खोने का डर, और रिश्ते खोने के डर मे बांटा जा सकता है। अनजान डर और rejection के डर से निपटने के दौरान, इसे रोकने का अकेला तरीका यह है, कि आप अपने आप को उन मुश्किल और uncomfortable circumstances में डाले, जिनमें आप अनजान या rejection का सामना करते हैं।

जितनी बार आप इसे करेंगे, आप इसके साथ उतने ही आसान होंगे। जल्द ही आप सीखेंगे, कि असुविधा की उन नापसंद भावनाओं के बावजूद कैसे काम करना है, और डर आपकी ज़िन्दगी में एक paralyzing factor बनना बंद कर देगा।

जब आप अपनी पहचान खोने के डर से fail हो जाते हैं, तो ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपकी ज़िन्दगी के कुछ negative पहलू होते हैं जिन्हें आप “खुद” को मानते हैं। अगर आप मोटापा, गरीबी, शर्मीलापन, या किसी और negative लक्षण को अपनी पहचान का हिस्सा मानते हैं, तो उन्हें बाहर फेंकना डरावना और inconvenient है।

लेकिन आपको महसूस करना होगा, कि ज़िन्दगी ही विकास है। जितनी जल्दी आप उन बुरी चीजों से छुटकारा पा लेंगे, आपकी ज़िन्दगी उतनी ही बेहतर हो जाएगी। आखिर में, लोगों को डर है, कि जब वे काम करना शुरू करेंगे या अपने adventure goals तक पहुंचेंगे, तो वे connection खो देंगे। यह डर बेबुनियाद नहीं है।

कुछ लोग आपकी कोशिशों को अपने self-respect के लिए खतरा मानेंगे। सबसे अच्छा उपाय यह है, कि आप ऐसे लोगो के साथ रहे जो इस तरह का behave नहीं करते हैं और active रूप से आपके goals तक पहुँचने में आपकी मदद करेंगे।

Failure 5: आत्मतोड़फोड़ (self-sabotage) के कारण failure से निपटना

पांचवीं तरह का failure: आत्मतोड़फोड़ (self-sabotage) के कारण होने वाला failure है। जब किसी इंसान में अपने डर का डटकर सामना करने के लिए self-confidence की कमी होती है, या भरोसा नहीं होता है कि वे किसी दिए गए goal को हासिल कर सकते हैं, या (इससे भी बदतर) एक इंसान के रूप में अपनी value पर भरोसा नहीं करते हैं, तो वे अपने कोशिशों के साथ compromise करेंगे।

यह behavior आमतौर पर ऐसे बहाने या circumstances बनाकर आते है, जो failure या inaction की ओर ले जाते हैं। Example के लिए, एक इंसान अनजाने में किसी वजह से देर से जागना पसंद करेगा, ताकि वे job के interview के दौरान थके हुए दिख सकें और सफलता की possibility कम कर सकें। फिर, अगर वे fail हो जाते हैं, तो सोचते हैं कि, वे “मुझे यह नौकरी इसलिए नहीं मिली क्योंकि मुझे देर तक उठना पड़ा” इस तरह की बातें कहकर वो अपने ego को defend करते है।

Exercise: Defensive Pessimism की practice करें।

From Failure to Success by Martin Meadows

इस तरह के Failure से निपटने के लिए पहला कदम अपने goal पर भरोसा करना है। अगर आप अपने आप में भरोसा नहीं बना सकते हैं, तो यह भरोसा बनाए कि आप जिस goal का पीछा कर रहे हैं, वह कुछ ऐसा है जिसे आपको ज़रूर हासिल करना चाहिए। यह आपको इसे पूरा करने के लिए, अपनी capabilities में ज्यादा मज़बूत भरोसा बनाने में मदद करेगा।

दूसरा कदम self-disability  (यानेकि चिंता से बचने या अपने failure को सही ठहराने के लिए, रुकावटों और बहाने बनाने) की strategy को कुछ ज्यादा effective तरीको के साथ बदलना है। Defensive Pessimism negative results की कल्पना करते हैं और हर possible challanges के लिए खुद को तैयार करते हैं। नतीजतन, उन्हें कम चिंता होती है और बेहतर perform करते है।

एक Defensive Pessimism बनने के लिए, अपनी चिंताओं को एक-एक करके देखें और उन्हें मैनेज करने के लिए strategy बनाए। दूसरी ओर, strategic optimist मानते हैं, कि चीजें ठीक हो जाएंगी, और इससे उन्हें अपनी चिंता करने और high level पर perform करने में मदद मिलती है।

ज्यादा आशावादी बनने के लिए, अपने जीवन में हर failure और सफलता के लिए personal जिम्मेदारी का दावा करते हुए, अपने control को बदलें, self-confidence के लिए अपने comfort zone को बढ़ाते हुए uncomfirtable situations में जाएँ और negative घटनाओं को बहाने के बजाय, सबक में बदलने के लिए उन्हें फिर से देखे, कि आप क्यों fail हो रहे है।

आखिर में, एक काल्पनिक दुनिया में जीएं। इसका मतलब है, इस भरोसे को अपनाना कि आगे बढ़ने की कोई limit नहीं है। सफलता तक पहुंचने के लिए ज़रूरी time limit के बारे में realistic बनें , उस सामाजिक programming का resistance करें, जो आपको average रहने के लिए कहता है। जब भी आप अपने दिल की गहराई में महसूस करें कि आप सही हैं, तो आपको रोकने वाली सभी चीज़ों के खिलाफ जाने की हिम्मत करें।

Failure 6: बेसब्री के कारण failure से निपटना

लोग अक्सर इसलिए भी fail हो जाते हैं क्योंकि वे बेसब्र होते हैं। Slow progress से निराश होकर, वे या तो हार मान लेते है, या वे एक unstable pace तय करते है। दोनों ही मामलों में, कामयाबी की तुलना में failure की ज्यादा possibility होती है। अगर आप अक्सर इसलिए fail हो जाते हैं, क्योंकि धीमी progress आपको discourage करती है, तो goal तक पहुँचने पर ध्यान करें, न कि सिर्फ एक तय time limit के अंदर उस तक पहुँचने पर।

Time limit आपकी ज़िन्दगी को direct नहीं कर सकती, सावधान रहें कि दूसरों से अपनी तुलना न करें या गुस्सा न हों, कि आप fail हो जाते हैं, जबकि दूसरे जीत जाते हैं। हो सकता है कि आप एक चीज़ में दूसरों की तरह अच्छे न हों, लेकिन किसी और चीज़ में उनसे बेहतर perform करें। लम्बे समय में, आपके पास उन लोगों से बेहतर perform करने की एक ज्यादा possibility है, इसलिए अपने talent को हल्के में न ले।

अगर आप इसलिए fail हो जाते हैं क्योंकि आप अपने goal तक पहुँचने के लिए इतने बेचैन हैं, कि आप एक टिकाऊ daily routine को नहीं अपनाते हैं, तो spirint और marathon के बीच के फर्क को समझें। एक नए goal के साथ शुरुआती speed हासिल करने के लिए एक brief sprint बेहद मददगार हो सकता है। इसके लिए रोज़ के goal decide करें और उन्हें हासिल करने पर ध्यान लगाएं।

इससे आपको, एक निश्चित समय के बाद (जैसे कि कुछ हफ्ते, या शायद कुछ महीने बाद ), आपको ज्यादा टिकाऊ daily routine बनाने में काफी मदद मिलेगी, इससे आप उन बड़े goals के लिए जिन्हें हासिल करने में सालों लगते हैं, उनकी अच्छी तरह planning  कर सकेंगे। क्योंकि रोजाना और लगातार किए गए छोटे कदम, accidents और risks से बेहतर होते हैं।

Failure 7: Self-licensing के कारण Failure से निपटना

Self-licensing एक ऐसी चीज़ है जिसमें एक अच्छे behavior वाले  इंसान  के negative behavior  में शामिल होने की ज्यादा possibility होती है, जैसे:-

वजन घटाना: ऐसे में ध्यान दें कि आप exercise के बाद क्या खाते हैं। Workout के दौरान ज्यादा calorie वाले foods को बहुत ज्यादा न ले। कभी कभी लोग इसे जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं, जिससे exercise उनके वजन घटाने के बजाय वजन बढ़ाने में contribution करने लगतीi है।

जब health की बात आती है, तो “healthy” खानो के बारे में आँख बंद करके यकीन न कर लें, सिर्फ इसलिए कि खाना किसी “healthy” label के साथ आता है, इसका मतलब यह नहीं है कि यह असल में आपके लिए healthy है। इसलिए वो ही खाएं जिससे आपको सच में healthy रहने में मदद मिल सके।

Finance में, इस बात के लिए जागरूक रहें कि जब भी आप एक अच्छा financial फैसला लेते हैं, तो आप बेमतलब खरीद को न कह रहे होते हैं। इसलिए पैसे बचाने और कमाने के लिए होशियार रहें, एक smart खरीदार बनने के लिए, उन चीज़ो का stock न करें जिनकी आपको ज़रूरत नहीं है।

अपनी income का कम से कम एक छोटा सा हिस्सा बचाने के लिए, हर महीने उसे automatic saving account में transfer करें। अपने credit card पर कम खर्च की limit तय करें।

अपने उन फैसलों पर अपनी तारीफ करें, जिन्हे लेने से आपने अपनी health और image में progress की है। जैसे कि chocolate खाने की बजाय एक healthy सलाद खाना, आलास करने की बजाय exercise करना, आपको जितनी calorie की जरूरत है उतनी calorie का खाना खाना।

Part 2: Success-friendly mindset develop करने और maintain रखने के लिए 5 rules और practices

Rule 1: आपको अपनी ज़िन्दगी मुश्किल तरीके से जीना चाहिए और लगातार uncertainty को अपनाना चाहिए

आपकी ज़िन्दगी की quality इस बात पर निर्भर करती है, कि आप डर और uncertainty से निपटने में कितने अच्छे हैं, इसलिए assure करें कि आप uncomfortable situation से बचने की बजाय उससे लड़े, हालाँकि हमेशा ऐसी situation में खुद को रखना मजेदार नहीं होता है, लेकिन यह आपकी ज़िन्दगी में ज्यादा सफलता को attract करने के लिए सबसे अच्छे तरीकों में से एक है।

Exercise: ज़िन्दगी को मुश्किल तरीके से जीना।

हफ्ते में कम से कम एक बार uncomfortable या डरावनी situation में खुद को डालने की कोशिश करें। यह आपको मज़बूत करने में मदद करेगा और आपको किसी भी unexpected मुसीबत को शान्ति से संभालने के लिए तैयार करेगा। अगली बार जब आप किसी चीज़ के बारे में uncertain या डर महसूस करें, तो अपने आप से कहें, कि आपको इसे ठीक से करने की इसलिए ज़रूरत है क्योंकि आप इससे डरते हैं।

Rule 2: आपको अपने ego को बीच की ऊँगली दिखानी चाहिए

जब आप कुछ नया सीख रहे हों, तो शर्मिंदगी का डर आपके दिमाग में नहीं होना चाहिए। अगर आप बेवकूफ न बनने के डर से फिर से कोशिश नहीं करते हैं, तो आप असल में एक असफलता की राह पर जा रहे हैं। अपने failures को serious न लें।

Exercise: दोबारा कोशिश करें।

अगर आप कुछ नया सीखते समय बेवकूफ दिखने से बचकर अपने ego को protect करते हैं, तो अपने आप को ऐसी कई situations में डाले और इस बारे में चिंता करने के बजाय, कि दूसरे आपके बारे में क्या सोचते हैं, बस फिर से कोशिश करें।

Rule 3: खुद को सफलता के काबिल महसूस करें

अगर आपको भरोसा नहीं है कि आप सफलता के काबिल हैं, तो आप अपनी कोशिशों को बर्बाद कर देंगे। अगर आप अपने development को limit करते हैं, कि कही आपके आगे बढ़ने से दूसरों को कोई तकलीफ पहुंचे, तो अपने आप को याद दिलाएं, कि एक बेहतर इंसान बनने से आपको उनकी मदद करने के लिए ज्यादा resources मिल सकेंगे।

अगर आप अपनी ताकत को नहीं पहचानते हैं, तो अपनी inspirations, strengths, relationships और बाकी अच्छाइयों की एक list बनाएं, जो आपके goal को हासिल करने में आपकी मदद कर सकें। फिर उन पिछली situations के बारे में सोचें, जिन्हें आपने solve किया है, और उनके लिए thankful रहें, ऐसा करने से आप महसूस करेंगे कि आप कामयाब बनने के लायक हैं।

Exercise: संसाधनों (resources) के लिए खनन (mining)

From Failure to Success Book

यहां तीन बहुत असरदार सवाल दिए गए हैं, जो आपको अपनी ताकत को पहचानने में मदद करेंगे और आपके दिमाग को ज्यादा creative तरीके से सोचने का आदेश देंगे:

  1. अपने आप से पूछें, क्या कारण हैं कि यह आपके लिए इतना ज़रूरी है, कि आप अपने लक्ष्य को हासिल करें? इस सवाल का जवाब लिखने में जरूरी समय ले। आपके reasons जितने मजबूत होंगे, आपके self-confidence को बढ़ाना उतना ही आसान होगा।
  2. आपकी unique strengths या resources क्या है, जो आपको अपने goal तक पहुंचने में मदद करेंगे? इसमें personal skills और qualities के साथ-साथ बाकि resources, जो आपके objective को हासिल करने में आपकी मदद कर सकते हैं, उन्हें लिखें।
  3. आपने अपने पिछले goals को हासिल करने के लिए अपनी ताकत या resources का इस्तेमाल कब और कैसे किया? Reasons की list बनाने के बाद, आप मजबूत क्यों महसूस कर रहे हैं – इसमें जवाब में कुछ इस तरह की बातें लिख सकते हैं : कि आप एक प्यार करने वाले व्यक्ति हैं, आप समय के पाबंद हैं, आपके पास ईमानदारी है, आप education को importance देते हैं, या आप बड़ा सोचते हैं – इसे आप अपने  सच्चे अंदरूनी self-confidence को हासिल करेंगे। जब भी आपको शक हो, अपनी list को फिर से तब तक पढ़ें, जब तक कि आप दोबारा से confident न महसूस करने लगें।

Rule 4: आपको personal जिम्मेदारी लेनी होगी

अपनी हर success और failure के लिए personal जिम्मेदारी लें। यह सभी successful लोगों द्वारा अपनायी जाने वाली specialty है।

From Failure to Success Summary

Exercise: जिम्मेदारी स्वीकार करना

इसके लिए इन चार step को follow करें:

  1. पिछले experiences के बारे में याद करें, जिनसे आप निकल आये थे।
  2. अपनी कम से कम पिछले किसी एक failure को याद करें, जिसकी वजह आप बाहरी किसी factor को मानते हैं।
  3.  उन options को अपनाएं, जो आपको present और future में challanging रहने में योगदान दें।
  4. और आखिर में, अपनी vocabulary से “मेरे पास कोई option नहीं है” जैसे शब्दों को हटा दें और इसके बदले यह जोड़ें कि “मैं इसे कैसे कर सकता हूँ”।

Rule 5: आप जो चाहते हैं उसे पहचानें और इसके बाद आगे बढ़ें

आप अपनी ज़िन्दगी मे जो चाहते है, उसे आपको पहचानना चाहिए और उसके पीछे जाना चाहिए। अपनी ज़िन्दगी के बारे में साफ़ नज़र रखने से, आपको सही मौको पर ध्यान देने और उनका फायदा उठाने में मदद मिलेगी। लेकिन अगर आप ऐसा नहीं करते है तो अवसरों का फायदा न उठाकर सफल नहीं बन सकेंगे और ज़िन्दगी के बारे मे अफसोस होगा।

Exercise: एक Vision बनाएं

अपना खुद का एक vision बनाएं, कि आप अपनी पूरी ज़िन्दगी को कैसे जीना चाहते हैं और उन goals की एक list बनाएं, जिन तक आप पहुंचना चाहते हैं, ताकि सही मौके के सामने आने पर उन्हें पहचानने में मदद मिले। अपनी health, relationships, money और पूरी ज़िन्दगी को ध्यान मे रखकर अपना vision बनायें।

Part 3: Failure से निपटने और bounce back  करने के लिए 5-step process

Step 1: Failure को process करें

Failure से निपटने के लिए पहला step इसे process करना है। Failure आपको कमज़ोर महसूस कराता है, और यह ज़िन्दगी को चुभेगी भी। यह इस हद तक हो सकता है कि आप शायद resignation देने की सोचें या बहुत उदास महसूस करें। यह सब मामूली है, और आपको इन भावनाओं को नकारना नहीं चाहिए। जब आप fail होते हैं, तो आप शायद सुन्न हो जाते हैं, इससे इनकार करते हैं, और इसकी वजह से होने वाली भावनाओं को दबा देते हैं।

ऐसे में कुछ लोग हैरान होते हैं और अगली बार सफल होने की आशा खो देते हैं। इसकी बजाय failure से निपटने के लिए, जो हुआ उसे accept करें और आगे बढ़ें। इंसान को emotional diversity की ज़रूरत होती है। Failure के बाद उदासी या discouragement, आखिर में एक अलग state में बदल जाता है, सबसे ज्यादा possibility होती है कि यह गुस्से मे बदल जाये।

Step 2: अपने आप को माफ़ करें

Failure से निपटने के लिए दूसरा step खुद को माफ़ करना है। कुछ लोग जो failure का experience करते हैं, वे खुद से नफरत करना शुरू कर देते हैं, जबकि यह बिलकुल भी सही नहीं है, आपको अपनी हार के लिए खुद को माफ़ करके, अपना self-confidence वापस हासिल करना चाहिए | Self-criticism को self-compassion में बदलना सीखना, failure से निपटने और नए self-confidence को वापस हासिल के लिए ज़रूरी है।

Exercise: अपने सबसे अच्छे दोस्त बनें

अपने प्रति दयालुता बढ़ाने के तीन सबसे अच्छे तरीके हैं:

  •  यह imagine करें कि आप किसी दोस्त को failure से निपटने में मदद कर रहे हैं (इसके लिए आप एक letter लिख सकते हैं, जैसा letter आपका एक सबसे अच्छा दोस्त आपको उम्मीदों को जगाने के लिए लिख सकता है।(
  •  अपनी self-critical आवाज सुनते समय, उसे positive self-talk में बदल दें।
  • या, उन चीजों को करके खुद को nurture करे, जो आपको अच्छा महसूस कराती हैं।

Step 3: अपनी दसा (state) बदलें

Failure से निपटने के लिए तीसरा step अपने emotional state को बदलना है। Failure को सफलता में बदलने के लिए उस जैसे फैसले लें और उन पर डटे रहें। इससे बचने के लिए ऐसी activities में शामिल हों, जो दिमाग से failure को हटा देने में मदद करें, क्योंकि घर में रहने और failure पर गुस्सा करने से कुछ भी बदलने वाला नहीं हैं।

Step 4: इससे सीखें

Failure से निपटने के लिए चौथा step अपने  failure से सीख लेना है। इसे शुरू करने के लिए अपने failure से सीखे गए lessons की एक list बनाएं। फिर, एक ऐसा तरीका ढूंढने की कोशिश करें – जो आपको अपना नजरिया बदलने और अगली कोशिश में successful होने में मदद कर सके।

Failure से ज़रूरी सबक की पहचान करने के लिए, जितना आपको चाहिए उतना समय लें। अपने goal पर काम करना फिर से शुरू करने के लिए failure का analysis करने में कुछ दिन बिताना , सिर्फ उसी (अनजान) कारण की वजह से फिर से fail होने से बेहतर है। इसलिए, अपने ज़रूरी सबक को पहचाने और फिर अपने goal के लिए सही तरीके से काम करना शुरू करे।

Step 5: अपनी कोशिशों को फिर से शुरू करें

Failure से उबरने का पांचवा और आखिरी step अपनी कोशिशों को फिर से शुरू करना है। यह possible है कि आप यह महसूस करने पर कुछ शुरुआती reluctance महसूस करेंगे, कि आप वापस वहीं हैं जहां से आपने शुरुआत की थी, लेकिन जब आप पहली बार कुछ छोटी जीत हासिल कर लेंगे, तो आपके failure को जल्दी से ख़त्म करने मे आपको मदद मिलेगी।

Failure से उबरने के लिए आप इन दो रास्तों में से एक को चुन सकते हैं:

  •  एक बड़े धमाके के साथ शुरू करें और एक extreme approach के साथ जल्दी नज़र आने वाला result produce करें, जैसे सुबह जल्दी उठने का goal।
  • या, अपने आप को धीरे-धीरे एक daily routine में वापस लाने के लिए छोटे कदम उठाएं। इसके लिए आप एक मुश्किल workout के साथ अपने routine को फिर से शुरू कर सकते हैं, लेकिन शुरू में तो यह आसान होगा, पर कुछ समय बाद इसे लगातार करना मुश्किल बन सकता है, इसलिए एक बेहतर तरीका यह है कि एक brief, आसान session के साथ शुरुआत करें, और फिर धीरे-धीरे अपने workout को लंबा और मुश्किल बनाएं।

दोनों approaches एक जैसे ही effective हो सकती हैं; इसलिए आप वह चुनें जो आपको लगता है, कि आपकी situation के लिए सबसे अच्छा काम कर सकेंगी।

Part 4: चलते रहने के लिए strength को build  करने के लिए तीन master strategies

Strategy 1: एक passion develop करें

चलते रहने के लिए आपके पास एक long term resolution होना चाहिए, इसे बनाने का सबसे अच्छा तरीका एक long term passion develop करना है, जो आपको चुनौतियों के बावजूद, लगातार बने रहने के लिए inspire कर सके। जब लंबे समय तक काम करेंगे, तो यह आपकी दिमागी शक्ति को बनाये रखने मे आपकी मदद करेगा।

साथ ही आप खुद के साथ अच्छा महसूस कर रहे होंगे। एक ऐसा passion develope करें, जो आपको comfort zone से बाहर कदम उठाने के लिए मजबूर करे और ऐसा support दे सके, जिन्हे आप बाकी goals पर काम करते समय implement कर सकें। एक successful इंसान बनने के लिए यह एक powerful master strategy है।

जब आप लंबे समय तक अपने आप को एक passion के लिए dedicate करते हैं, तो आप यह भी सीखेंगे, कि कैसे ज्यादा मज़बूत इच्छाशक्ति और एक काम के लिए मजबूत ethics बनाए रखें।

From Failure to Success Hindi

Exercise: खुद को devote करें

एक ऐसी चीज़ ढूंढे, जिसके बारे में आप लंबे समय तक passionate हो सकें। यह आपको उन situations में जाने में मदद करेगा, जिनमें आप अपनी दिमागी मज़बूती को बढ़ा सकते हैं। ऐसे ideas में सभी तरह के खेल, publicly बोलना, stand-up comedy, dance, योग और travel शामिल हैं।

Ideally, आपके passion के लिए आपको लगातार अपने comfort zone से बाहर कदम रखना चाहिए, इसके लिए लिखना, programming, खाना पकाने या creative skills जैसे drawing, painting या photography भी अच्छे तरीके हैं।

Strategy 2: Experimental approach अपनाएं

चलते रहने के लिए ताकत बनाने के लिए आपको Experimental Approach को अपनाना होगा| जब भी आप उची उम्मीदें बनाते हैं और मानते हैं कि आप हार नहीं सकते हैं, तो आप अपने आप को एक knock-out – जैसे निराशा के झटके के लिए तैयार करते हैं। जब आप इस behavior को बार-बार दोहराते हैं, तो आप अपनी इच्छाशक्ति के संसाधनों को तेजी से ख़त्म कर देंगे।

Exercise: एक experiment तैयार करें

एक successful experiment करने के लिए, एक budget तय करें (resources के एक specific amount  को चुनें जिसे आप इसके लिए dedicate करेंगे, चाहे वह पैसा हो, समय हो या energy हो) और इसे तब तक चलाएं, जब तक आपको concrete data न मिल जाए।

Strategy 3: Result की परवाह किए बिना value  ढूंढे

From Failure to Success English

अक्सर चलते रहना मुश्किल होने का main कारण यह है, कि आपको लगता है कि आप जो कर रहे हैं वह बेकार है। यह समझ में आता है, कि जब आपको कोई result नहीं मिलता है, तो आप निराश हो सकते हैं। यह normal है, क्योकि आखिर कौन कुछ ऐसा करना जारी रखना चाहेगा, जो बेकार हो? यह logic अपने आप में समझ में आता है, लेकिन आपकी कोशिश शायद ही कभी बेकार होती हैं।

यहां तक ​​​​कि अगर आपको ऐसा लगता है, कि आप कोई progress नहीं कर रहे हैं, तो आप जो कर रहे हैं, उसमें लगभग हमेशा कुछ value add ज़रूर होती है। आपको इसकी पहचान करनी चाहिए, पहचान करने से आपको आगे बढ़ने में मदद मिल सकती है। जब आप अपनी कोशिशों को पूरी तरह से समय की बर्बादी मानते हैं, तो आप बिना किसी शक के निराश महसूस करेंगे और आगे बढ़ना नहीं चाहेंगे।

कोई भी अपना समय या energy उन चीजों पर बर्बाद नहीं करना चाहता, जो कोई results नहीं dete हैं। इसलिए यह जानना बहुत ज़रूरी है, कि आपकी कोशिशे और उससे मिलने वाले results कीमती हैं।

Exercise: Value के लिए काम करें

जब भी आप अपने आप को यह सोचते हुए देखे, कि कुछ पूरी तरह से बेकार था, तो इसे experience करने के लिए धन्यवाद करें, और निराश होने की बजाय देखें, कि आपने अपनी तरफ से क्या value दी है।

Part 5: हार मानने के चार कारण

Reason 1: अगर यह आपके अनुकूल नहीं है तो इसे छोड़ दें

अगर आप किसी चीज़ का सिर्फ इसलिए पीछा कर रहे हैं, क्योंकि समाज  आपको ऐसा करने के लिए कहती है, जैसे कि college जाना या किसी ऐसी job में काम करने के मामले में जिससे आप नफरत करते हैं, तो आप उन resources को बर्बाद कर रहे हैं, जिन्हें अपनी ज़िन्दगी में किसी valuable चीज़ के लिए खर्च कर सकते थे।

अगर आप अपने goal को मुख्य रूप से रोज़मर्रा की negative भावनाओं से जोड़ते हैं, तो आपको ऐसा करना छोड़ देना चाहिए, क्योंकि ऐसा objective clearly आपकी personality के मुताबिक नहीं होता है।

गलत goal पर काम करने से, न सिर्फ आप उस objective को पूरा करने में लगाए गए समय और energy को खो देते हैं। साथ ही यह खोए हुए मौको और mismanaged resources का भी अफ़सोस करना पड़ सकता है। ऐसा करने से आपका कोई फायदा नहीं होने वाला है, बल्कि आप सिर्फ अपने समय और energy को बर्बाद करेंगे, इसलिए वह चीज़ कभी न करे, जिसे करना आपको पसंद नहीं है। कभी – कभी न कहना बेहतर होता है।

Reason 2: अगर आप अपने मनचाहे performance या achievement के level को हासिल नहीं करते हैं तो हार मान लें

अपना goal तय करते समय, इस बात को define करें, कि आप अपनी कोशिशों से satisfied महसूस करने के लिए achievement के किस level तक पहुंचना चाहते हैं। अगर आपका performance achievement से कम हैं, तो या तो अपनी कोशिशों को बढ़ाएं या आपको हार मान लेनी चाहिए।

अगर आप अपने goal में invest किए गए सही time और बाकी संसाधनों के बाद अपने हासिल किये गए नतीजों से dissatisfied हैं और आपको सुधार की कोई possibility नज़र नहीं आएगी, ऐसे में आपको कुछ और ऐसा ढूंढना चाहिए जिसमें आप बेहतर है।

जब आप अपने हासिल किये गए results से satisfied नहीं होते हैं, तो हार मानने या इसे जारी रखने का फैसला आपकी उम्मीदों को managed करने के लिए आपके सामने आता है। अगर आप अपनी उम्मीदों को कम करके अच्छा महसूस कर सकते हैं, तो रुकने की ज़रूरत नहीं होती है, बस चलते रहें। लेकिन, अगर आप low standards को स्वीकार करने से इनकार करते हैं, तो इन्हे छोड़ देना बेहतर होता है। ऐसे में अगर आपको ऐसे result नहीं मिले है, जिनकी आपने इच्छा की थी, तो आपको हार मान लेनी चाहिए और आगे बढ़ने के लिए कदम बढ़ाना चाहिए।

Reason 3: अगर आप सिर्फ डूबते हुए खर्चों के कारण चल रहे है तो हार मान लें

Eonomics और business में, एक sunk cost वह cost होती है, जिसे आप पहले ही खर्च कर चुके हैं और दोबारा हासिल नहीं कर सकते। जैसे अगर आप एक non-refundable movie ticket खरीदते हैं, तो यह एक sunk cost है। अगर आप अब film नहीं देखना चाहते हैं, तो एक logical option यह होगा, कि आप theatre न जाएं।

अगर आप जाते हैं, तो आपको दो बार नुकसान होगा: ticket पर खर्च किए गए पैसे को खोने और समय बर्बाद करने पर। आप ऐसी film देखने से अच्छा कुछ ज्यादा ख़ुशी वाला काम कर सकते थे। जिंदगी तब तक अच्छी होती है जब तक आप अपने objective की परवाह करते हैं। अगर आप अपने goal का पीछा सिर्फ sunk costs के कारण कर रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि, जो cost आप पहले ही खर्च कर चुके हैं, वो आपको वापस नहीं मिल सकती हैं, इसलिए आपको उन्हें छोड़ देना चाहिए। और उससे सीखकर, अगली बार उस तरह के ख़राब खर्चो से बचें।

Reason 4: अगर आप लगातार catch-up करने से खेल रहे हैं तो हार मान लें

अगर आप अपने goal के साथ लगातार पीछे रह जाते हैं, तो शायद आप जिस goal का पीछा कर रहे हैं, वह आपके लिए उतना ज़रूरी नहीं है जितना आपको लगता है| या फिर आपको इस objective के लिए समय निकालने के लिए बाकी goals को छोड़ना होगा। अगर आप अपने goal के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं, लेकिन आपको बाकी काम करने के लिए समय मिल जाता है, तो यह इस बात का sign देता है, कि आपकी inspiration काफी मजबूत नहीं है या आपका objective अब आपके लिए आपकी priority नहीं है।

From Failure to Success by Martin Meadows

अगर आप अपने goal पर काम करना चाहते हैं, लेकिन बाकी चीजें लगातार आपका ध्याना भटका रही होती हैं, तो आपको अपने ज़रूरी goal के लिए समय निकालने के लिए उन चीजों को छोड़ना होगा, जो आपका ध्यान भटका रही होती है। जिस तरह एक साथ कई काम करने की कोशिश करने से, आपका performance कम हो जाता है, उसी तरह बहुत से goals का पीछा करने से भी आपका performance कम हो जाता है।

अगर आप लगातार अपने goal के साथ catch-up खेल रहे हैं। अगर आप बाकी चीजों के लिए समय निकाल सकते हैं, लेकिन शायद ही कभी अपने ज़रूरी goal के लिए समय नहीं निकाल पा रहे है, तो शायद अब आप उस goal की परवाह नहीं करते हैं जैसा आप पहले करते थे और तो आपके लिए यह बेहतर हो सकता है कि आप उस goal के लिए हार मान लें। अगर आप कुछ कम ज़रूरी goals को छोड़ देते हैं और अपने main purpose पर ज्यादा ध्यान focus करते हैं तो आप जरूरी goals को हासिल कर सकेंगे।

निष्कर्ष

तो दोस्तों “From Failure to Success” किताब से failure को success मे बदलने के रास्ते के बारे मे जाना। किताब मे Failure को ख़त्म करके success की तरफ आगे बढ़ने के लिए बहुत से ज़रूरी आदतों और exercise के बारे मे बताया गया है, जिन्हे आप रोज़ इस्तेमाल कर सकते है। किताब की मदद से आप failure का सामना कर अपनी ज़िन्दगी मे आगे बढ़ सकते है। मुझे उम्मीद है आपने किताब के ज़रूरी पहलुओं को अच्छे से समझ लिया होगा और success के आप इन्हे अपनी ज़िन्दगी मे इन्स्तेमाल करेंगेl

अब आपको यह पता है:

  • Failure के बारे में सोचने का एक अलग तरीकाl
  • 7 तरह की failures और उन्हें कैसे संभालना हैl
  • Success के friendly mindset  को develop करने और maintain करने के लिए 5 rules और practices
  • Failure से निपटने के लिए 5-step process
  • चलते रहने के लिए strenth build  करने के लिए 3 master strategies
  • हार मानने के 4 कारण

From Failure to Success किताब की समीक्षा

“From Failure to Success” एक प्रेरक और ज्ञानवर्धक किताब है जो उन व्यक्तियों की यात्रा पर प्रकाश डालती है जिन्होंने असफलताओं को जीत में बदल दिया।

किताब मनोरम कथाओं के माध्यम से लचीलेपन (resilience), दृढ़ संकल्प (determination) और adaptability की शक्ति पर प्रकाश डालती है।

लेखक ने कुशलता से दर्शाया है कि कैसे असफलताओं को सीखने के अवसरों के रूप में स्वीकार करने से अंततः सफलता का मार्ग तैयार हो सकता है।

Perseverance और विकास की मानसिकता के महत्व पर जोर देने वाली एक motivational guide, यह किताब बाधाओं को दूर करने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहन चाहने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए अवश्य पढ़ी जानी चाहिए। यह आशा की किरण है जो असफलताओं पर सकारात्मक दृष्टिकोण की परिवर्तनकारी क्षमता को प्रदर्शित करती है।

धन्यवाद्l

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